भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां पर हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। भारत की विविधतापूर्ण भूमि में बहुत कुछ देखने लायक है। वैसे तो यह सूची हमेशा की तरह अंतहीन है, लेकिन आज हम भारत में स्थित कुछ गुफा मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं। चट्टान काटकर बनाए गए ये मंदिर ना केवल एक अलग ऐतिहासिक महत्व रखते हैं, बल्कि इनकी वास्तुकला भी बस देखते ही बनती है।
भारत में 1500 से अधिक गुफा मंदिर हैं, जो बौद्ध धर्म, जैन धर्म और हिंदू धर्म को समर्पित हैं। हर गुफा मंदिर का अपना एक धार्मिक महत्व है और ये प्राचीन शिल्प कौशल का प्रमाण है। चट्टानों या पहाड़ों में उकेरे गए ये मंदिर प्राकृतिक सुंदरता और मानवीय सरलता का अद्भुत मिश्रण पेश करते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको भारत में स्थित कुछ ऐसे ही गुफा मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको भी जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए-
मसरूर गुफा मंदिर, हिमाचल प्रदेश (Masroor Cave Temples, Himachal Pradesh)
हिमाचल प्रदेश में स्थित मसरूर गुफा मंदिर को हिमालयी पिरामिड के नाम से भी जाना जाता है। यह मसरूर रॉक कट मंदिर 15 मोनोलिथिक रॉक-कट स्मारकों का एक परिसर है। उनमें से प्रत्येक को पारंपरिक इंडो आर्यन शैली में उकेरा गया है, जो भारत के उत्तरी भाग के लिए बहुत ही विशिष्ट है। इस मंदिर परिसर के पास एक झील भी है जिसे मसरूर झील के नाम से जाना जाता है और इस झील में मंदिर का प्रतिबिंब देखा जा सकता है।
बादामी गुफा मंदिर, कर्नाटक (Badami Cave Temples, Karnataka)
कर्नाटक में स्थित बादामी गुफा मंदिर सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में मशहूर है। बागलकोट जिले के बादामी शहर में स्थित, वे हिंदू और जैन समुदायों के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीक हैं। चालुक्य शासक पुलकेशिन प्रथम के उत्तराधिकारी कीर्तिवर्मन प्रथम और उनके भाई मंगलेश ने 6वीं शताब्दी के अंत और 7वीं शताब्दी की शुरुआत में गुफा मंदिरों का निर्माण किया था। बादामी गुफा परिसर में चार गुफा मंदिर हैं - उनमें से तीन हिंदू धर्म को समर्पित हैं और एक जैन धर्म को समर्पित है। लाल बलुआ पत्थर से बने और चट्टान को काटकर बनाए गए गुफा मंदिर प्रभावशाली चालुक्य द्रविड़ वास्तुकला का प्रदर्शन करते हैं।
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रामलिंगेश्वर गुफा मंदिर, बेंगलुरु (Ramalingeshwara Temple, Bangalore)
बेंगलुरु के हुलीमावु शहर में स्थित रामलिंगेश्वर गुफा मंदिर आपको शांति का अहसास करवाती है। इस गुफा 2000 साल से अस्तित्व में है लेकिन इसके अंदर का मंदिर 400 से 500 साल पुराना है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अभिलेखों में उल्लेख है कि 1850 में मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियां रखी गई थीं।
उदयगिरि और खंडगिरि गुफा मंदिर, ओडिशा (Udayagiri and Khandagiri Caves, Odisha)
इतिहास के शौकीनों के लिए उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं एक बेहतरीन जगह है। चट्टान को काटकर बनाए गए ये मंदिर उड़ीसा के इतिहास में जैन धर्म की भूमिका को दर्शाती हैं। इन गुफाओं का निर्माण विशेष रूप से जैन भिक्षुओं के लिए महान जैन राजा खारवेल के आदेश पर किया गया था। इन गुफाओं को महिलाओं, हाथी, फूलों और एथलीटों की नक्काशीदार आकृतियों के साथ खूबसूरती से डिज़ाइन किया गया था, लेकिन अब ये कला गुफाओं में मौजूद नहीं है।
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मिताली जैन
Image Credit- wikimedia
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