उत्तराखंड की खूबसूरती हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है। उत्तराखंड के पहाड़, झरने और बर्फबारी का लुफ्त उठाने के लिए हर साल देश-विदेश से लाखों पर्यटक पहुंचते हैं। उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर कई प्रसिद्ध तीर्थस्थल भी स्थित हैं। देखा जाए तो अगर आपको हिल स्टेशन पर घूमना हो या फिर प्रभू की भक्ति मे लीन होना हो तो उत्तराखंड से बेहतर जगह दूसरी कोई नहीं है।
उत्तराखंड में हरिद्वार, ऋषिकेश, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री तीर्थस्थल स्थित है। वहीं, मसूरी और नैनीताल फेमस हिल स्टेशन है। कोरोना संक्रमण ने जिस तरह से देशभर में हाहाकार मचाया हुआ है उसको देखते हुए एक बार फिर राज्य सरकारों ने कुछ पाबंदियां लागू कर दी हैं। आइए आपको बताते हैं कि अगर आप भी इन दिनों उत्तराखंड घूमने या फिर हरिद्वार कुंभ में डुबकी लगाने जा रहे हैं तो कौन सी बातों का विशेष ध्यान रखें।
उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से अब राज्य में उन्हीं लोगों को एंट्री दी जा रही है जिनके पास कोरोना निगेटिव रिपोर्ट है। उत्तराखंड के सभी बॉर्डर पर डॉक्टरों की टीम हर शख्स की नेगेटिव कोरोना वायरसरिपोर्ट देखकर ही राज्य में एंट्री करने दे रही है। वहीं, अगर कोई शख्स अपने साथ नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट नहीं ले जाता है तो उसका वहीं कोरोना टेस्ट किया जाता है और टेस्ट नेगेटिव आने पर राज्य में आने दिया जाता है और टेस्ट पॉजिटिव आने पर आइसोलेशन में भेज दिया जाता है। इसलिए अगर आप भी उत्तराखंड घूमने या कुंभ में नहाने जा रहे हैं तो कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर जरुर जाएं वरना आपकी ट्रिपअधूरी रह सकती है।
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वैसे तो कुंभ का आयोजन 12 साल में होता है लेकिन इस बार कुंभ का आयोजन 11 साल बाद ही हो रहा है। कुंभ में आस्था और भक्ति का ऐसा नजारा देखने को मिलता है जो हर किसी के मन को प्रसन्न कर देता है। भले ही इन दिनों देश में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है लेकिन इसके बावजूद भक्त जमकर गंगा में डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। कोरोना काल में भक्तों की इस कदर भीड़ हर किसी को हैरान कर रही है क्योंकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं कोई नामों निशान देखने को नहीं मिला। वहीं, अगर आप भी हरिद्वार जाने का प्लान बना रहे हैं तो कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट तो साथ लेकर जाएं ही साथ ही मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंनसिंग का भी पूरा ख्याल रखें। नहीं तो आपकी सुखद यात्रा जल्द ही आपको कोरोना की चपेट में ला सकती है।
मसूरी के खूबसूरत नजारें हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से मसूरी 40 किमी दूर है। मसूरी को पहाड़ों की रानी के नाम से भी जाना जाता है। मसूरी का खुशनुमा मौसम और अप्रैल महीने में हल्की-हल्की सर्दी का अपनी ही आनंद है। मसूरी में इन दिनों सबसे ज्यादा पर्यटक घूमने आते हैं। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से मसूरी में लॉकडॉउन लगाया गया है। इसलिए अगर आप मसूरी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अभी फिलहाल उसे कैंसिल कर दें।
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कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियात के तौर पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादूनमें नाइट कर्फ्य़ू लगाया गया है। देहरादून में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्य़ू लगाया गया है। इसलिए अगर आप देहरादून जाने की सोच रहे हैं तो रात को बिल्कुल न निकलें। वरना रास्ते में आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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