इंडिया में जिस महोत्सव को देखने के दीवाने विदेशी भी हैं उस महोत्सव का नाम है ‘ताज महोत्सव’। हर साल ये महोत्सव अपने रंग में सभी को रंग लेता है। हर साल की तरह इस साल भी ताज महोत्सव आपको अपने रंग में रंगने आ रहा है।
18 फरवरी को ताज महोत्सव शुरू होने वाला है और 27 फरवरी तक यह महोत्सव चलेगा। अगर आपने आज तक ताज महोत्सव नहीं देखा है तो आपको इस साल यह महोत्सव देखने जरूर जाना चाहिए।
योगी राज में पहली बार हो रहे वार्षिक ताज महोत्सव की थीम बदल दी गई है। ताज महोत्सव इस बार भगवान राम के नाम पर आयोजित किया जा रहा है।
ढाई दशक से हर साल आयोजित होने वाले ताज महोत्सव में हमेशा मुगल काल की झलक दिखाई देती रही है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। ऐसे में मुगलिया अंदाज के बदले भगवान राम पर आधारित नृत्य नाटिका से ताज महोत्सव का आगाज होगा।
इस साल ये हैं खास तैयारी
हर साल की तरह इस बार भी ताज महोत्सव 18 फरवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक चलेगा जिसकी रंगत इस बार एकदम अलग होगी। महोत्सव की शुरुआत श्री राम कला केंद्र की प्रस्तुति से होगी जहां नृत्य नाटिका के जरिए लोगों के सामने भगवान राम की लीलाओं को प्रस्तुत किया जाएगा।
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अगर आप ‘ताज महोत्सव’ से जुड़ी कोई भी जानकारी लेना चाहती हैं या फिर इस महोत्सव से जुड़ा कोई भी important अपडेट लेना चाहती हैं तो आप tajmahotsav वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकती हैं।
इस साल ये हो सकता है बदलाव
अब ‘ताज’ का दीदार करने के लिए आपको 1000 रुपये तक का भी टिकट लेना पड़ सकता है। ‘ताज’ का दीदार करने के लिए अब आपको जल्द ही नए नियम अपनाने होंगे। ताजमहल का नाम सात अजूबों में सबसे पहले नम्बर के रूप में दर्ज है। क्या आप कभी इस खूबसूरत जगह पर घूमने गए हैं। अगर नहीं, तो हम आपको बता देते हैं कि अब ताज की सैर करना इतना आसान नहीं है। इसके लिए आपको थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ताजमहल के संरक्षण के लिए कुछ कदम उठाने जा रहा है। इन नए नियमों में वहां आने वाले टूरिस्टों की संख्या हर दिन 40,000 सीमित करना और हर टूरिस्ट के लिए 17वीं सदी के मुगल स्मारक के परिसर में अधिकतम तीन घंटे घूमने की समय सीमा तय करना शामिल है।
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इस साल ‘ताज’ को लेकर ये हुए हैं विवाद
यूपी सरकार की पर्यटन स्थलों की बुकलेट में ताजमहल का नाम ना होने पर काफी विवाद हुआ था जिसके बाद मेरठ की सरधना सीट से बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा था इन लोगों ने हिंदुस्तान में हिन्दुओं का सर्वनाश किया था और अब भाजपा सरकार बाबर, अकबर और औरंगजेब की कलंक कथा को इतिहास से बाहर निकालने का काम कर रही है।
इसके अलावा ताजमहल में नमाज को लेकर भी विवाद हो चुका है। कुछ संगठनों ने यहां नमाज के साथ पूजा की भी मांग उठाई थी। साथ ही हिंदुवादी संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने ताज परिसर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था।
Tips
16 फरवरी मतलब शुक्रवार की रात को आप आगरा के लिए निकल सकती हैं। 18 फरवरी को ताज महोत्सव शुरू हो रहा है जब तक आप आगरा की अन्य जगहें देखने के लिए निकल सकती हैं। इससे आपका पूरा वीकेंड अच्छे से यूज़ हो जाएगा और 18 फरवरी से लेकर आप 27 फरवरी तक ताज महोत्सव को एंजॉय कर सकती हैं।
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