भारत में प्रसिद्ध मंदिरों, किले और झीलों के अलावा हजारों फीट की ऊंचाई पर मंत्रमुग्ध कर देने वाली कई घाटियां स्थित हैं। हजारों फीट की ऊंचाई पर स्थित ये घाटियां यकीनन किसी जन्नत से कम नहीं है। आज भी कई घाटियां लाखों पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है, यहीं वजह है कि हर साल हजारों टूरिस्ट्स अपनी फैमली के साथ यहां घूमने जाते हैं।
पहाड़ो और जंगलों के बीच मौजूद भारत की कुछ प्रमुख घाटियां प्राकृतिक सुन्दरता की अद्भुत मिसाल पेश करती है। अगर आप भी आने वाले दिनों में भारत की कुछ फेमस और मनमोहक घाटियों की यात्रा करना चाहते हैं, तो आज इस लेख में हम आपको भारत की कुछ प्रमुख घाटियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
कांगड़ा घाटी
जब भी हिमाचल की बात आती है तो अक्सर लोग कुल्लू, मनाली और शिमला के बारे में सोचते हैं, लेकिन इनके अलावा भी हिमाचल में घूमने के लिए बहुत कुछ है। कांगड़ा घाटी समुद्र तल से लगभग 15,956 फीट की ऊंचाई पर बसी है। देवदार के पेड़ों से घिरी ये घाटी प्राकृतिक सुन्दरता की अद्भुत मिसाल है। बर्फ से ढंके हुए पहाड़ देखते ही बनते हैं। यहां घूमने के लिए आप कांगड़ा किला और मसरूर रॉक कट मंदिर भी जा सकते हैं।
कैसे पहुंचें- दिल्ली से आप शिमला होते हुए भी यहां पहुंच सकते हैं, या फिर दिल्ली से धर्मशाला पहुंच के कांगड़ा घाटी के लिए जा सकते हैं।
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साइलेंट वैली
दक्षिण भारत के केरल राज्य में भी एक घाटी है जो बेहद ही खूबसूरत और हरे-भरे जंगलों के बीच बसी हुई है। साइलेंट वैली प्राकृतिक नजारे और वनस्पतियों के सुंदर दृश्यों के लिए पूरे भारत में एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। अगर आप प्रकृति के साथ-साथ वन्यजीव से भी प्रेम करते हैं तो ये घाटी आपके लिए बेस्ट घाटियों में से एक है। वैसे केरल की कई जगह प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए जानी जाती है। पार्टनर और फैमिली के साथ सुकून के पल बिताने के लिए साइलेंट वैली बेस्ट पर्यटन स्थल है।
कैसे पहुंचें-केरल की राजधानी तिरुवनन्तपुरम से आप यहां पहुंच सकते हैं। वैसे, साइलेंट वैली पहुंचने के लिए सबसे अच्छा है आप कोयंबतूर पहुंचें और कोयंबतूर से लोकल बस या कैब लेकर आसानी से साइलेंट वैली पहुंच सकते हैं।
वैली ऑफ फ्लावर्स
उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है वैली ऑफ फ्लावर्स। इसे फूलों की घाटी के साथ-साथ राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है। अल्पाइन फूलों को इस वैली की सबसे प्रसिद्ध फूलों में से एक माना जाता है। इस घाटी की सुंदरता को देखते हुए साल 2005 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थलों की सूची में इसे शामिल कर लिया। कहा जाता है कि पहले इस घाटी को भुइंदर घाटी के नाम से जाना जाता था। यदि आप फ्लावर्स लवर हैं तो यकीनन आपको यहां जाना चाहिए। (ज़ंस्कार घाटी)
कैसे पहुंचें- यहां पहुंचने के लिए आप दिल्ली से देहरादून होते हुए, या फिर दिल्ली से हरिद्वार होते हुए भी पहुंच सकते हैं। आप ऋषिकेश से भी वैली ऑफ फ्लावर्स के लिए जा सकते हैं।
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युमथांग वैली
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भारत के नार्थ-ईस्ट राज्यों में ऐसी कई घाटियां हैं जो सैलानियों के लिए प्रमुख स्थान है। इन्हीं घाटियों में से एक है युमथांग वैली, जो सिक्किम में है। इसे 'फूलों की घाटी' भी कहा जाता है। लगभग 3564 मीटर की ऊंचाई पर स्थित युमथांग घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। आज भी हजारों सैलानी इस जगह आपको घूमते हुए नज़र आ जायेंगे।(नुब्रा घाटी)
कैसे पहुंचें- यहां जाने के लिए आपको सबसे पहले सिक्किम की राजधानी गंगटोक पहुंचना होगा, फिर आप यहां से लोकल बस या कैब करके युमथांग वैली जा सकते हैं। गंगटोक से ये वैली 140 किमी की दूरी पर है।
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