प्रयागराज यानी इलाहाबाद की खूबसूरती से कौन वाकिफ नहीं है। यह भारत का सबसे पवित्र स्थानों में से एक है, जिसे गंगा और यमुना नदियों के संगम पर बनाया गया था। प्रयागराज की गिनती सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे पुराने शहरों में होती है।
शायद यही वजह है कि प्रयागराज दुनिया भर के यात्रियों के बीच एक पॉपुलर डेस्टिनेशन है। यहां हर साल लाखों सैलानी आते हैं। यह भारत के उन कुछ स्थानों में से एक है, जिसे अत्यधिक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान माना जाता है।
इतना ही नहीं, प्रयागराज एक ऐसा शहर है, जिससे कई अमेजिंग फैक्ट्स भी जुड़े हैं और कई ऐसी जगहें हैं जो काफी लोकप्रिय हैं। अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
प्रयागराज का किला
प्रयागराज यानी इलाहाबाद का किला.... यहां देखने और घूमने के लिए सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है। गंगा और यमुना नदी के किनारे स्थित प्रयागराज किलालगभग 1583 के आसपास में अकबर के शासनकाल के दौरान बनाया गया था।
अद्भुत संरचना और बेहतरीन वास्तुकला के रूप में प्रसिद्ध यह किला दुनिया भर के हजारों पर्यटकों के लिए प्रयागराज में घूमने के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। कहा जाता है कि इसे किले को हर बार पूर्ण रूप से कुंभ मेले के दौरान ही पर्यटकों के लिए खोला जाता है। अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो एक बार इस किले को एक्सप्लोर करने जरूर जाएं।
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प्रयागराज म्यूजियम
प्रयागराज में कई तरह के म्यूजियम और किले हैं, लेकिन कला के लिहाज से प्रयागराज म्यूजियम काफी अच्छा माना जाता है। यह म्यूजियम चंद्रशेखर आज़ाद पार्क के पास है, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यह कला, वास्तुकला, पर्यावरण और साहित्य से संबंधित कलाकृतियों और भारत के इतिहास, संस्कृति, विरासत और स्वतंत्रता आंदोलन की झलक पेश करता है।
प्रयागराज म्यूजियम में रॉक मूर्तियां, राजस्थान से लघु चित्र, कौशाम्बी से टेराकोटा, बंगाल स्कूल ऑफ आर्ट से साहित्यिक और कलाकृति हैं। हड़प्पा सभ्यता के ऐतिहासिक युग से आरंभ, मध्ययुगीन काल की कलाकृतियां, गुप्त काल और खजुराहो से नक्काशी, अंग्रेजों के खिलाफ भारत के स्वतंत्रता संग्राम तक, म्यूजियम संग्रहालय यकीनन भारतीय इतिहास का खजाना है।
प्रयागराज का जवाहर तारामंडल
यह तारामंडल प्रयागराज के आनंद भवन के बगल में स्थित है, जिसे 1979 में बनाया गया था। कहा जाता है कि यह विज्ञान और इतिहास का सही संगम है। यहां पर आपको बहुत अच्छा लगेगा कहा जाता है कि यहां पर जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल लेक्चर और मेहमानों के लिए सौर मंडल, अंतरिक्ष से जुड़े कई शो भी आयोजित करता है।
अगर आप ग्रहों की चाल के बारे में जानना चाहते हैं, तो यहां स्थित किसी भी शो में हिस्सा ले सकते हैं। हालांकि, इसे देखने के लिए आपको पहले टिकट लेना होगा।
प्रयागराज का खुसरो बाग
खुसरो बाग प्रयागराज में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है और अपना एक अलग ऐतिहासिक महत्व रखता है। खुसरो बाग की चारदीवारी को मुगल वास्तुकला का एक विशाल नमूना कहा जा सकता है। इसमें जहांगीर परिवार की तीन बलुआ पत्थर की कब्रें हैं, उसकी पत्नी, शाह बेगम, उनके बेटे, खुसरो मिर्जा और उनकी बेटी, सुल्तान निहार बेगम।
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ज्यादातर जगह के डिजाइन का श्रेय अजा रेजा को दिया जाता है, जो जहांगीर के दरबारमें एक कलाकार थे। अमरूद के पेड़ों और गुलाबों के सुंदर बगीचे के बीच, खुसरो बाग के मकबरों पर नक्काशी और शिलालेखों को देखा जा सकता है।
इसके अलावा, यह तो आपको पता होगा कि प्रयागराज को तीर्थयात्रियों का दूसरा घर कहा जाता है। साथ ही, यह वो जगह है जहां तीन पवित्र नदियां भी मिलती है और वो स्थल भी जहां ऋषियों और आध्यात्मिक गुरुओं ने ध्यान किया और मोक्ष प्राप्त किया। प्रयागराज के बारे में महाभारत और रामायण के प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। इसलिए यह दुनिया में हिंदुओं के बीच महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है।
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Image Credit- (@Freepik)
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