आज के इस डिजिटल युग में लगभग हर व्यक्ति इंटरनेट पर निर्भर होता जा रहा है। किसी भी जानकारी को हासिल करने के लिए लोग सबसे पहले इंटरनेट का रुख करते हैं। जिसके चलते लोगों की किताबों को पढ़ने की आदत पहले से काफी कम हो गई है। अमूमन लोग किताबों से दूर भागते हैं। लेकिन महाराष्ट्र में एक जगह ऐसी भी है, जो किसी भी बुक लवर के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। यहां पर आप घंटों बैठकर अपनी पसंदीदा किताबों के साथ समय बिता सकते हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र की इस जगह को किताबों का गांव भी कहा जाता है। वास्तव में यह देश का अपनी तरह का पहला बुक विलेज है, जो बेहद ही अनोखा है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको महाराष्ट्र के इस किताबों के गांव व उनकी खासियत के बारे में बता रहे हैं-
महाराष्ट्र का भिलार गांव बना बुक विलेज
महाराष्ट्र के पुणे से 100 किमी दूर सतारा जिले का भिलार गांव यूं तो अपनी टेस्टी लीची के लिए जाना जाता है। लेकिन अब लोग भिलार को सिर्फ लीची के लिए नहीं जानते हैं, बल्कि यहां पर मौजूद किताबें भी लोगों को आकर्षित करती हैं। बता दें कि इस गांव के लगभग 35 घरों में लाइब्रेरी सेवा शुरू की गई है। यहां पर मौजूद झोपड़ी, मंदिर, स्कूल यहां तक कि रेस्ट हाउस को बुक लाइब्रेरीमें बदल दिया गया है। इस बुक विलेज में लोग दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं और कई मनपसंद किताबों को पढ़ने का लुत्फ उठा सकते हैं।
हर विषय पर है किताब
इस किताबों के गांव की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां पर आपको लगभग हर विषय पर किताब पढ़ने का मौका मिलेगा। बता दें कि यहां पर अलग-अलग विषयों से जुड़ी करीबन 50 हजार किताबें मौजूद हैं। फिर चाहें आप साहित्य और कविता में रुचि रखते हों या फिर इतिहास, पर्यावरण और लोक साहित्य के बारे में जानना चाहते हों। यहां पर आपको किसी भी विषय पर किताब मिल जाएगी, जिसे आप आसानी से घंटों बैठकर पढ़ सकते हैं।
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किड्स सेक्शन भी है मौजूद
इस बुक विलेज में आने वाला कोई भी व्यक्ति कभी बोर नहीं हो सकता है। इस बुक विलेज की खासियत यह है कि यहां पर हर किसी के लिए कुछ ना कुछ है। यहां तक कि बुक विलेज में बच्चों (बच्चों की देखभाल करने के टिप्स) के लिए भी अलग से एक सेक्शन तैयार किया गया है। जिसके कारण यहां पर आने वाले बच्चे कई मजेदार किताबों को पढ़ सकते हैं और कल्पना की एक अलग दुनिया में जा सकते हैं।
पढ़ने की नहीं लगती फीस
एक बुक लवर के लिए यह बुक विलेज धरती पर एक स्वर्ग की तरह है। यहां पर आने वाले लोग आरामदायक तरीके से पढ़ सकें, इसके लिए काफी व्यवस्था की गई है। यहां तक कि जब आप यहां पर हैं तो आपको किताबों को पढ़ने के लिए अलग से कोई फीस देने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर आप यहां पर रहते हैं तो आपको थोड़ा खर्च करना पड़ सकता है। भिलार बुक विलेज में खाने के लिए आपको करीबन 200 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। जबकि चार सदस्यों के रुकने का खर्च डेढ़ से दो हजार रुपए के बीच हो सकता है।इसे भी पढ़ें: Diwali 2023: मां लक्ष्मी के इस मंदिर में दीपावली पर पीले चावल चढ़ाना माना जाता है बेहद शुभ
तो अब देर किस बात की, आप भी महाराष्ट्र के इस बुक विलेज में जाएं और अपनी पसंदीदा किताबों के साथ एक अलग दुनिया की सैर करें।
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मिताली जैन
Image Credit- freepik
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