हर साल 14 अप्रैल को देशभर में अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन संविधान के निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था और यह समानता, न्याय और अम्बेडर के विचारों और संघर्षों को याद करने का दिन होता है। इस साल हम डॉक्टर अम्बेडकर की 134वीं जयंती मना रहे हैं। 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे महू में डॉक्टर अम्बेडकर का जन्म हुआ था। आज महू को डॉक्टर अम्बेडर की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। अगर आप Ambedkar Jayanti 2025 के मौके पर कहीं घूमने की प्लानिंग बना रेह हैं, तो आपको महू जाना चाहिए और महू के आसपास स्थित सुंदर जगहों को एक्सप्लोर करना चाहिए।
भीम जन्मभूमि (Bhim Janmabhoomi)
अगर आप महू के आसपास रहते हैं या अम्बेडर जयंती के मौके पर, डॉक्टर साहब की जन्मभूमि को देखना चाहते हैं, तो आपको भीम जन्मभूमि जाना चाहिए। यहां पर 14 अप्रैल 1891 को डॉक्टर भीमराव अंबेकडर का जन्म हुआ था। यह एक ऐतिहासिक स्थान है और स्मारक परिसर में एक लाइब्रेरी भी है, जो उनके जीवन के संघर्षों और भारतीय समाज में उनके योगदान को दर्शाती है। इस संग्रहालय में आपको डॉक्टर अंबेडकर के जीवन से जुड़ी दुर्लभ तस्वीरें, दस्तावेज और उनकी उपलब्धियों की झलक दिख जाएगी। इस स्मारक का उद्घाटन 14 अप्रैल 1991 को हुआ था और तब से हर साल अंबेडकर जयंती पर यहां लोग दूर-दूर से घूमने आते हैं।
पातालपानी जलप्रपात(Patalpani Waterfall)
अगर आप नेचरलवर हैं, तो आपको महू से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पातालपानी जलप्रपात को जरूर देखने जाना चाहिए। यह झरना 91 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और इसके चारों तरफ हरे-भरे जंगल हैं, जो इस जगह को और मनमोहक बना देते हैं। मानसून सीजन में यह जगह बहुत सुंदर नजर आती है। अगर आप महू में पिकनिक, ट्रैकिंग और एडवेंचर की तलाश कर रहे हैं, तो आपको इस जगह जरूर जाना चाहिए।
कहा जाता है कि पातालपानी इस जगह का नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि इसकी गहराई पाताल तक जाती है। हालांकि यह कहानी कितनी सच है, यह तो कहना मुश्किल है, लेकिन इसकी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण इस जगह को जरूर आकर्षक बना देता है।
क्राइस्ट चर्च, महू(Christ Church, Mhow)
महू के सबसे पुरानी जगहों में से एक क्राइस्ट चर्च भी शामिल है। इसका निर्माण 1811 से 1832 के बीच अंग्रेजों द्वारा करवाया गया था, जब महू ब्रिटिश सैन्य छावनी हुआ करता था। यह चर्च महू के सबसे पुराने औपनिवेशिक धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। इस चर्च में आपको ऊंचे मेहराब और नक्काशीदार खिड़कियां नजर आएंगी। चर्च की दीवारों पर ब्रिटिश आर्मी यूनिट्स के सम्मान में स्थापित स्मारक पट्टिकाएं भी हैं। क्राइस्ट चर्च का शांत वातावरण और समृद्ध इतिहास इसे ऐतिहासिक जगहों में शामिल करता है।
गोपाचल रॉक-कट जैन स्मारक(Gopachal Rock-Cut Jain Monuments)
ग्वालियर किले के भीतर स्थित गोपाचल रॉक-कट जैन स्मारक मध्यकालीन भारत की धार्मिक विरासत का प्रतीक है। यहां चट्टानों को काटकर बनाई गईं विशाल जैन मूर्तियां आकर्षण का केंद्र हैं। इन मूर्तियों का निर्माण 14वीं और 15वीं शताब्दी के आसपास माना जाता है। स्मारक में स्थित प्रतिमाएं विभिन्न जैन तीर्थंकरों की हैं, जिन्हें ध्यान मुद्रा में बेहद शांत और आध्यात्मिक रूप में उकेरा गया है। जैन स्मारक में वास्तुकला भी देखने लायक है और यहां आपको दीवारों पर बारीक नक्काशी और शिल्प कौशल की झलक देखने को मिलेगी। अगर आपको इतिहास और संस्कृति में रुचि है, तो आपको इस जगह को जाकर एक्सप्लोर करना चाहिए।
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रालामंडल वन्यजीव अभयारण्य(Ralamandal Wildlife Sanctuary)
शहर की हलचल से दूर अगर आप शांत और नेचर का अनुभव करने की सोच रहे हैं, तो आपको महू से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रालामंडल वन्यजीव अभयारण्य की सैर करनी चाहिए। यह वाइल्डलाइफ सेंचुरी 1988 में बनाई गई थी और यहां आपको विविध वनस्पति और वन्यजीव देखने को मिलेंगे। यह अभ्यारण्य नेचर वॉक, बर्ड वॉचिंग और हल्के ट्रैकिंग के लिए बेहद लोकप्रिय है। इस जगह को घूमने के लिए आपको किसी गाइड की जरूरत नहीं होती है। अगर आप वन्यजीव प्रेमी हैं, तो आपको अपनी फैमिली को लेकर एक बार यहां की सैर करनी चाहिए।
दिल्ली से महू कैसे पहुंचे?(Distance Between Delhi to Mhow)
दिल्ली से अगर आपको डॉक्टर अंबेडर की जन्मस्थली महू पहुंचना है, तो आप वहां ट्रेन, फ्लाइट या ट्रांसपोर्ट के जरिए पहुंच सकते हैं।
दिल्ली से महू फ्लाइट से
महू का अपना एयरपोर्ट नहीं है, इसलिए आपको इंदौर स्थित देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट उतरना होगा। हवाई अड्ढा महू से लगभग 25-30 किलोमीटर दूर स्थित है। दिल्ली से इंदौर के लिए रोजाना फ्लाइट्ल चलती रहती है। इंदौर एयरपोर्ट से महू के लिए आप कैब, टैक्सी या बस ले सकते हैं।
दिल्ली से महू ट्रेन से
दिल्ली से महू के लिए सीधी ट्रेन लिमिटेड हैं और महू का रेलवे स्टेशन Dr. Ambedkar Nagar (DADN) है। आप चाहें तो दिल्ली से ट्रेन पकड़कर इंदौर जंक्शन पहुंच सकते हैं, यहां से लोकल बस या टैक्सी लेकर जा सकती हैं।
दिल्ली से महू बाय रोड
अगर दिल्ली से महू की यात्रा कार या बस से करना चाहते हैं, तो आपको लगभग 850–900 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। आपको कार या बस से महू पहुंचने में लगभग 13-15 घंटे लग सकते हैं।
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