ताज महल के अलावा यहां ऐसी कई ऐतिहासिक इमारते हैं जो पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। आगरा में बना लाल किला एक ऐसी ही इमारत है जो पर्यटकों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रही है। यह ऐतिहासिक इमारत इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चर का बेहतरीन नमूना है। ताज महल की तरह ही इस किले की भी कई ऐतिहासिक कहानियां हैं जिससे शायद आप परिचित नहीं होंगे। आज हम आपको आगरा फोर्ट से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और तय्थों के बारें में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आपको भी बेहद अच्छा लगेगा।
बादलगढ़ किला से आगरा फोर्ट
अमूमन आगरा किले को लोग और सैलानी लाल किला, किलाइ-ए-अकबरी नाम से ही जानते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है, इसके अलावा इसे बादलगढ़ किला के नाम से भी जाना जाता है। जी हां, इस ऐतिहासिक किले को शुरुआती समय में बादलगढ़ किला के नाम से जाना जाता था लेकिन, बाद में इसका नाम बदल के किला-ए-अकबरी और आगरा फोर्ट कर दिया गया।
आगरा फोर्ट में हैं कई ऐतिहासिक इमारतें
आगरा फोर्ट कई बड़ी ऐतिहासिक इमारतोंसे घिरा हुआ है। इस फोर्ट में जहांगीर महल, खास महल, मुसम्मन बुर्ज, शीश महल, नगीना मस्जिद जैसी कई बड़ी ऐतिहासिक इमारते हैं, जो सैलानियों को विशेष रूप से आकर्षित करती हैं। किले में मौजूद सबसे आकर्षक इमारत 'शीश महल' एक ड्रेसिंग रूम है। इस इमारत के अंदर छोटे-छोटे दर्पणों को बड़ी ही खूबसूरती से सजाया गया है।
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आगरा किले पर राज करने वाले शासक
लोग ये जानते हैं कि इस महल में और महल से मुगल शासकों ने ही राज किया है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह किला गजनवी और लोदी वंश के शासन का भी गवाह रहा है। इन वंशो के बाद ही इस किले पर बाबर, हुमायूँ, अकबर, जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगज़ेब जैसे मुग़ल शासकों ने राज किया। इस किले के अंदर अकबर ने अपने समय में ऐसे कई इमारत भी बनवाईं जो पहले नहीं थे।
कारीगरों का योगदान
इस किले को बनाने में कितने कारीगर लगे इसका कोई अधिकारिक आकड़ा नहीं हैं, लेकिन इस किले के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि किले को बनाने में लगभग 4000 कारीगरों का योगदान रहा था।
दिल्ली गेट और लाहौर गेट
दिल्ली के लाल किले की तर्ज पर ही इस किले में भी एक गेट दिल्ली गेट और दूसरे गेट को लाहौर गेट के नाम से जाना जाता है। रेड फोर्ट के लाहौर गेट को अमर सिंह गेट के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मुगल शासक शाहजहां के दरबार में अमर सिंह एक दरबारी थे, जिनके सम्मान में इस दरवाजे का नाम अमर सिंह गेट रखा गया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया और पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के 'जय विलास पैलेस' के बारे में जानें
फिल्म Mughal-e-azam
अगर आपने फिल्म 'मुगल-ए-आजम' देखी होगी तो इस फिल्म में एक प्रसिद्ध गाना है 'प्यार किया तो डरना क्या'। आपकी जानकारी के लिए लिए बता दे कि इस गाने की शूटिंग इसी किले में की गई थी। ये गाना आज भी कई लोग गुनगुनाते हैं।
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किले की संरचना
इस किले का निर्माण हिन्दू व इस्लामिक वास्तु शैलियों को मिला कर किया गया है। इस किले को बनाने के लिए लाल-बलुई पत्थर और सफ़ेद संगमरमर का प्रयोग गया है। इस किले के अंदर दीवारों पर ड्रैगन, पक्षी और अन्य कई चीजों को चित्र के माध्यम से दर्शाया गया है।
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