स्किन और हेयर केयर से जुड़ी कई छोटी-छोटी चीज़ें आपकी स्किन और बालों पर बहुत असर डालती हैं। हमारी स्किन और बाल बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो सकते हैं और कई लोगों को लगता है कि इनसे जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए हमें बहुत ज्यादा महंगे ट्रीटमेंट करवा लेने चाहिए। जैसे फ्रिजी बालों से परेशान लोगों को केराटिन ट्रीटमेंट ज्यादा अच्छा लगता है। फ्लेकी स्किन वाले लोग एक्टिव इंग्रीडिएंट्स वाला फेशियल करवाते हैं, लेकिन क्या कोई छोटी सी ट्रिक हो सकती है जिससे ये ठीक हो सके।
क्या आपने कभी सोचा है कि सिल्क पिलो का ट्रेंड इतना ज्यादा क्यों बढ़ रहा है? सिल्क या सैटिन पिलो को लेकर कई डर्मेटोलॉजिस्ट अपनी राय दे चुके हैं। इन्हीं में से एक हैं डॉक्टर रश्मी शेट्टी। RA एस्थेटिक्स एंड डर्मेटोलॉजी की फाउंडर और स्किन एंड हेयर एक्सपर्ट डॉक्टर रश्मी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कई हैक्स शेयर करती रहती हैं।
डॉक्टर रश्मी ने अपने अकाउंट पर सिल्क या सैटिन पिलो को इस्तेमाल करने के कुछ फायदों के बारे में बताया है। तो चलिए आज बात करते हैं कि क्यों सिल्क या सैटिन पिलो केस काफी अच्छा होता है।
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सिल्क या सैटिन पिलो में फ्रिक्शन कम होता है। ये फ्रिक्शन ही है जिससे बालों में फ्रिजीनेस ज्यादा होती है और गालों की स्किन फ्लेकी हो जाती है। अगर फ्रिक्शन कम होगा तो फ्रिजीनेस भी कम होगी और स्किन में रिएक्शन भी कम होगा।
कॉटन पिलो में क्योंकि फ्रिक्शन ज्यादा होता है इसलिए वो मॉइश्चर ज्यादा सोखते हैं। सिल्क और सैटिन पिलो में ये कम होता है और इसलिए आपकी स्किन और बालों में मॉइश्चर बना रहता है। अगर आपकी स्किन पहले से ही ड्राई है तो आपके लिए कॉटन के पिलो केस अच्छे नहीं साबित होंगे।
कॉटन के पिलो केस की सबसे खराब बात ये होती है कि इनमें हमेशा धूल और मिट्टी इकट्ठी हो जाती है। सिल्क पिलो ये नहीं होने देते हैं और इनमें धूल जाकर बैठ नहीं पाती है। ऐसे में आपको बहुत ही साफ सरफेस मिलता है सोने के लिए। स्कैल्प और स्किन में एलर्जी की शुरुआत धूल से हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप सिल्क पिलो केस इस्तेमाल करें। अगर आपको एक्ने और ऐसी कई सारी समस्याएं हैं तो सिल्क पिलो केस ज्यादा बेहतर होगा।
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सिल्क पिलो केस इसलिए ज्यादा बेहतर साबित हो सकता है क्योंकि ये एक बार ठंडा हो गया तो लंबे समय तक ये ठंडक को रोक सकता है। ये आपके लिए ज्यादा कंफर्टेबल हो सकता है और गुड नाइट स्लीप को ब्यूटी स्लीप भी कहा जाता है इसलिए इसे ज्यादा बेहतर माना जाता है।
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अगर आप नाइट टाइम ब्यूटी रूटीन फॉलो करती हैं तो ये सिल्क या सैटिन पिलो केस में ज्यादा आसानी से एब्जॉर्ब नहीं होगा और इसलिए ये आपके चेहरे पर टिकेगा। यहीं अगर कॉटन का पिलो केस इस्तेमाल होता है तो ये आपके चेहरे पर लगी क्रीम या फिर सीरम को सोखेगा।
इस हिसाब से देखा जाए तो ये पांचों कारण आपके पिलो केस को बदलने के लिए काफी हैं। अगर आपने पहले कभी सिल्क पिलो केस ट्राई किए हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में इसका एक्सपीरियंस जरूर बताएं। अगर ये स्टोरी आपको पसंद आई है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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