वृषभ वार्षिक राशिफल
Apr 20 - May 20- पिछला वार्षिक
- वार्षिक
वर्ष 2025 वृषभ राशि के जातकों के लिए कई बदलाव और मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। 14 मई तक गुरु के प्रभाव से जीवन में सकारात्मकता आएगी, लेकिन कुछ कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ सकता है। यह समय आत्म-चिंतन, मानसिक शांति और धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा। आइए जानते हैं विभिन्न क्षेत्रों पर इसका प्रभाव।
प्रेम जीवन
इस साल वृषभ राशि के प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। 29 मार्च से शनि की तृतीय दृष्टि प्रेम जीवन को प्रभावित करेगी। हालांकि, 28 जनवरी से 30 मई के बीच शुक्र मीन राशि में उच्च स्थिति में रहेगा, जिससे रिश्तों में सुधार और साथी के साथ बेहतर समझ विकसित होगी। इस दौरान आपके रिश्तों में गहराई और मजबूती आएगी। 14 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच शुक्र केतु के साथ चतुर्थ भाव में रहेगा, जिससे आर्थिक मुद्दों या अन्य परेशानियों के कारण प्रेम संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है। 9 अक्टूबर से 1 नवंबर तक शुक्र की नीच स्थिति के चलते रिश्तों में मतभेद और टकराव हो सकता है। ऐसे समय में संवाद और धैर्य से रिश्तों को संभालना आवश्यक होगा।
वित्तीय स्थिति
वित्त के मामले में यह वर्ष संतुलन बनाए रखने का है। 28 जनवरी से 30 मई के बीच शुक्र के उच्च गोचर के कारण धन लाभ और निवेश से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, परिवार और घरेलू खर्चों में वृद्धि हो सकती है, इसलिए फिजूलखर्ची से बचना महत्वपूर्ण होगा। 14 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच घरेलू संपत्ति या वाहन से जुड़े खर्चे बढ़ सकते हैं। साल के अंत तक शनि की तृतीय दृष्टि स्थिरता लाने में मदद करेगी। इस दौरान बुद्धिमानी से योजना बनाकर अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया जा सकता है।
पारिवारिक जीवन
परिवार के दृष्टिकोण से वर्ष मिश्रित रहेगा। 14 मई तक कुछ पारिवारिक विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, जो अस्थायी होंगे। धैर्य और सूझबूझ से काम लेने पर ये समस्याएं सुलझ जाएंगी। परिवार के अन्य सदस्यों का सहयोग मिलेगा और घर का वातावरण सामंजस्यपूर्ण रहेगा। अपने परिवार के प्रति समर्पण और समझदारी बनाए रखने से रिश्तों में मधुरता बनी रहेगी।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के लिहाज से यह साल सावधानी बरतने का संकेत देता है। गुरु के प्रभाव से वर्ष की शुरुआत में त्वचा, दांत या बालों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। मानसिक तनाव और चिंता भी स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। 9 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच शुक्र की नीच स्थिति स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ा सकती है। नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार और योग सेहत के लिए फायदेमंद रहेगा।
उपाय
- 14 मई तक हर गुरुवार 12 केले जरूरतमंद बच्चों या वृद्ध ब्राह्मण को दान करें।
29 मार्च के बाद काली गाय की सेवा करें, विशेषकर अमावस्या और अष्टमी को।