हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया के पर्व का विशेष महत्व है। यह पर्व हर वर्ष वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इसका नाम इसी वजह से अक्षय तृतीया पड़ा। इस शुभ दिन को भगवान विष्णु के आठवें अवतार परशुराम जी के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया तिथि को अबूझ मुहूर्त माना गया है। इसका मतलब यह हुआ कि इस तिथि पर किसी भी तरह के शुभ कार्य बिना किसी मुहूर्त का विचार किए ही संपन्न किए जा सकते हैं। किसी भी शादी-विवाह से लेकर, मुंडन या गृह प्रवेश तक के लिए यह दिन बहुत शुभ माना जाता है। यही नहीं किसी भी चीज की खरीदारी के लिए भी इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है और मुख्य रूप से इस दिन सोने के आभूषणों को खरीदारी महत्वपूर्ण मानी जाती है। अक्षय तिथि जैसे कि इसके नाम से स्पष्ट हो रहा है कि ऐसी तिथि जिसका क्षय न हो सके।
अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु और कुबेर देव की विशेष पूजा-आराधना की जाती है। इस साल अक्षय तृतीया पर बहुत ही शुभ योग बन रहा है। अक्षय तृतीया के पर्व को लेकर कई तरह पौराणिक मान्यताएं हैं, जिनमें से एक मान्यता यह है कि इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। आइए पंडित सौरभ त्रिपाठी से जानें इसके ज्योतिष कारणों के बारे में विस्तार से।
अक्षय तृतीया का दिन मुख्य रूप से सोना या उससे बने आभूषणों की खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि का प्रतीक कहा जाता है और ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी करता है, तो उसके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहती है और आर्थिक लाभ भी होता है। जहां सोने का संबंध माता लक्ष्मी से है वहीं चांदी को चंद्रमा का कारक माना जाता है।
इस दिन सोने की खरीदारी करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपका घर धन-धान्य से भरा रहता है, वहीं चांदी की खरीदारी करने वाले की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत हो सकती है। इसके साथ ही सोना धातु को देवताओं से भी जोड़ा जाता है और अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने से आपके घर में खुशहाली बनी रहती है। सोने की खरीदारी से बृहस्पति भी मजबूत होता है क्योंकि सोने का रंग पीला होता है और यह धातु गुरु ग्रह से जुड़ी मानी जाती है।
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अक्षय तृतीया के दिन खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस तिथि पर सबसे ज्यादा सोने-चांदी से बने आभूषणों की खरीदारी की जाती है। इस वर्ष 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया का पर्व है और इस दिन प्रातः 05 बजकर 44 मिनट से लेकर रात्रि 11 बजकर 11 मिनट तक सोने-चांदी समेत अन्य चीजों की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त है।
इस बार अक्षय तृतीया के दिन बहुत ही दुर्लभ योग बन रहे हैं। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि यानी वृषभ राशि में मौजूद हैं। सूर्य भी अपनी उच्च राशि यानी मेष में मौजूद हैं। सूर्य-चंद्रमा दोनों ही अक्षय तृतीया पर उच्च राशि में मौजूद होने की वजह से यह दिन सोने की खरीदारी के लिए बहुत शुभ हो सकता है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन रोहिणी नक्षत्र है और रवि, धन, गजकेसरी, शुक्रादित्य, शश, लक्ष्मी नारायण और त्रिग्रही योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है।
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अगर आप अक्षय तृतीया के दिन किसी वजह से सोने या चांदी के आभूषण खरीदने में असमर्थ हैं तो आपको इस दिन नमक, तुलसी का पौधा, पीतल के बर्तन जरूर घर लाने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इन चीजों की खरीदारी से आपको सोना खरीदने जैसा ही शुभ माना जाता है। इस दिन इन चीजों को खरीदने से आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है।
अक्षय तृतीया के दिन मुख्य रूप से सोने की खरीदारी करना शुभ माना जाता है और इससे आपके जीवन में खुशहाली बनी रहती है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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