सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार करने से क्या होता है?

सनातन परंपरा में ऐसा माना जाता है कि अंतिम संस्कार हमेशा सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त से पहले के समय तक करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद चिता को अग्नि देना वर्जित माना गया है।  

why not to do funeral after sunset in hindu dharma

Kya Raat Mein Antim Sanskar Kar Sakte Hain: हिन्दू धर्म में सोलह संस्कारों का वर्णन मिलता है। इन संस्कारों से जुड़े कई नियम भी हैं जिनका पालन आवश्यक माना गया है। ठीक ऐसा ही एक संस्कार है 'अंतिम संस्कार'।

सनातन परंपरा में ऐसा माना जाता है कि अंतिम संस्कार हमेशा सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त से पहले के समय तक करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद चिता को अग्नि देना वर्जित माना गया है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को किसी कारणवश रात को या सूरज ढलने के बाद अंतिम संस्कार करना पड़े तो इस परिस्थिति में क्या-क्या हो सकता है।

रात में अंतिम संस्कार करने से क्या होता है?

raat mein antim sanskar kyu nahi hota

अमूमन तौर पर ऐसा कहा जाता है कि रात के समय स्वर्ग के द्वार बंद हो आजाते हैं और नरक के खुलते हैं। ऐसे में रात (रात को क्यों रोते हैं कुत्ते) को अंतिम संस्कार करने के बाद मृतक की आत्मा नरक में जाती है और कष्ट भोगती है। हालांकि यह सिफ एक मान्यता है जिसमें सच्चाई नहीं है।

यह भी पढ़ें:क्यों बेटे ही करते हैं अंतिम संस्कार?

ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर से अलग होने के बाद आत्मा सबसे पहले यमलोक जाती है। वहां यमराज उस व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उसकी आत्मा को उचित लोक भेजते हैं। अच्छे कर्म करने पर स्वर, बुरे कर्म करने पर नरक, पाप करने पर पिशाच योनी आदि मिलते हैं।

raat mein antim sanskar kyu nahi karna chahiye

असल में ऐसा माना जाता है कि जब किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार सूर्यास्त (सूर्यास्त के बाद करें ये काम) से पहले होता है तब उसकी आत्मा यमदूतों के साथ सीधा यमलोक जाती है। उस आत्मा को अपने घर या परिजनों के संपर्क में आने का अवसर ही नहीं मिल पाता है। सूर्य की किरणों पर आत्मा यात्रा करती है।

यह भी पढ़ें:अंतिम संस्कार के दौरान सिर पर क्यों मारा जाता है डंडा

रात में अंतिम संस्कार करने पर आत्मा नकारात्मक ऊर्जायों के संपर्क में आती है। घर पर हावी होने की कोशिश करती है। जबतक यमदूत अगली सुबह आत्मा को लेने आते हैं तब तक आत्मा आपको नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए रात में अंतिम संस्कार की मनाही है।

शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि जिस भी व्यक्ति ने अगर किसी कारण से रात में अंतिम संस्कार किया हो तो उसे घर में पूजा या हवन-अनुष्ठान अवश्य कराना चाहिए क्योंकि रात में अंतिम संस्कार करने के अकारण उस व्यक्ति या परिवार को पिशाच दोष लगता है।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि अगर सूर्यास्त के बाद या रात के समय अंतिम संस्कार करते हैं तो उससे क्या होता है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: shutterstock

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP