प्रदोष व्रत के दिन बेल के पेड़ के पास जरूर करें ये काम, आर्थिक परेशानियों से मिल सकता है छुटकारा

सनातन धर्म मे प्रदोष व्रत की पूजा का विशेष विधान है। ऐसा कहा जाता है कि आपके जीवन में कोई भी समस्या आ रही है तो इस दिन हर परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए विशेष दिन है। अगर आपके भी जीवन में कोई कष्ट है तो इस दिन बेल के पेड़ की पूजा करने की मान्यता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
june first pradosh vrat 2025 bael tree remedies for financial growth

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत हर महीने में दो बार पड़ती है। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में आती है। यह व्रत त्रयोदशी तिथि के दिन करने का विधान है। इस दिन ऐसी मान्यता हा कि जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा-पाठ करते हैं। उनकी सभी इच्छा पूरी हो सकती है। इतना ही नहीं, भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में करने का विधान है। साथ ही इस दिन बेल के पेड़ की पूजा भी करने से व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। आपको बता दें, भगवान शिव को बेल बेहद प्रिय है। इसलिए आप इस दिन बेल के पेड़ की पूजा अवश्य करें। अब ऐसे में इस दिन बेल के पेड़ की पूजा किस विधि से करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

प्रदोष व्रत के दिन बेल के पेड़ की पूजा विधि

belpatra(1)

प्रदोष व्रत के दिन बेल के पेड़ की पूजा शुरू करने से पहले भगवान शिव का ध्यान करें।
उसके बाद पूजा का संकल्प जरूर लें।
सबसे पहले बेल के पेड़ की जड़ में शुद्ध जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
जल के बाद बेल के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध अर्पित करें। यह भगवान शिव को बेहद प्रिय है।
बेल के पेड़ में आप जो भगवान शिव को सामग्री अर्पित कर रहे हैं, वही आप बेल के पेड़ की पूजा में कर सकते हैं।
पूजा करने के बाद आप 108 बार 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें. आप शिव चालीसा या शिव तांडव स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं।
आप बेल के पेड़ की 11 या 7 बार परिक्रमा लगाएं।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बेल के पेड़ के पत्ते इस दिन भूलकर भी न तोड़ें।
आखिर में बेल के पेड़ की आरती करें।

आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए बेल के पेड़ के पास जरूर करें ये खास काम

आप प्रदोष काल में बेल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव के मंत्रों का जाप जरूर करें। उसके बाद आप अपनी मनोकामना कहें और उसके बाद बेल के पेड़ की परिक्रमा लगाएं। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।

इसे जरूर पढ़ें - Pradosh Vrat June 2025: जून में कब पड़ रहा है प्रदोष व्रत? पंडित जी से जानें महत्‍व और व्रत विधि

प्रदोष व्रत के दिन बेलपत्र के पेड़ की पूजा का महत्व

why-we-shoul-pour-milk-in-bel-patra-plant

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह दोष है, तो प्रदोष व्रत के दिन बेलपत्र के पेड़ की पूजा करने से उन्हें शांति मिलती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं। माना जाता है कि बेल के पेड़ में माता लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए इसकी पूजा करने से गरीबी दूर होती है और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।यदि विवाह में किसी प्रकार की बाधा आ रही है, तो प्रदोष व्रत के दिन बेलपत्र के पेड़ पर शहद चढ़ाने से मनचाहे वर का आशीर्वाद मिलता है।

इसे जरूर पढ़ें - जून महीने के पहले प्रदोष व्रत के दिन भाग्योदय के लिए क्या करें और क्या न करें?

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP