guru purnima 2025 date

गुरु आदित्य राजयोग में पड़ रही है गुरु पूर्णिमा, जानें पूजा के लिए सबसे ज्यादा शुभ समय कौन सा है और क्या है इसका महत्व

Guru Purnima Kab Hai 2025: गुरु हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं इसलिए इस दिन गुरुओं को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। यह दिन महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है जिन्होंने वेदों का संकलन किया था।
Editorial
Updated:- 2025-07-09, 17:49 IST

गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक विशेष दिन है। यह आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन शिष्य अपने गुरुओं का पूजन करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। गुरु हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं इसलिए इस दिन गुरुओं को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। यह दिन महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है जिन्होंने वेदों का संकलन किया था। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रही है गुरु पूर्णिमा, क्या है गुरु पूजन का शुभ मुहूर्त और महत्व।

गुरु पूर्णिमा 2025 कब है?

आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 10 जुलाई, गुरुवार के दिन देर रात 1 बजकर 36 मिनट पर होगा और इसका समापन 11 जुलाई, शुक्रवार के दिन देर रात 2 बजकर 6 मिनट पर होगा।

guru purnima kab hai 2025

ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, गुरु पूर्णिमा 11 जुलाई को मनाई जानी चाहिए, लेकिन पूर्णिमा का चंद्रमा 10 जुलाई को निकलेगा, इसलिए गुरु पूर्णिमा का पूजन भी 10 जुलाई को ही किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: बृहस्पति ग्रह के इन मंत्रों का जाप दूर कर सकता है नौकरी की हर बाधा

गुरु पूर्णिमा 2025 शुभ मुहूर्त

गुरु पूर्णिमा का दिन गुरुओं की पूजा और व्रत के लिए बहुत खास माना जाता है। ऐसे में इस दिन गुरु पूजन के लिए शुभ समय अभिजीत मुहूर्त है जो दोपहर 11:59 बजे से 12:54 बजे तक रहेगा।

किसी कारण से आप सुबह पूजा न कर पाएं तो शमा के समय गोधुली मुहूर्त में गुरु पूजन कर सकते हैं। यह मुहूर्त शाम 07:21 बजे से 07:41 बजे तक रहेगा। यह समय भी पूजा के लिए उत्तम है।

गुरु पूर्णिमा के दिन दान करना भी लाभकारी माना जाता है और अमृत काल में किया गया दान अक्षय फल प्रदान करता है। अमृत काल रात 12:55 बजे से 11 जुलाई की रात 02:35 बजे तक रहेगा।

यह भी पढ़ें: गुरुवार के दिन केले के पेड़ में पीला कपड़ा बांधने से क्या होता है?

गुरु पूर्णिमा 2025 महत्व

गुरु हमें सही रास्ता दिखाते हैं, अज्ञानता दूर करते हैं और जीवन में सफलता दिलाते हैं। उनकी पूजा से पितृ दोष और कुंडली में गुरु ग्रह बृहस्पति की अशुभ स्थिति भी शांत होती है।

guru purnima 2025 kab hai

गुरु की कृपा से जीवन में ज्ञान, धन, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति आती है। जो सच्चे मन से गुरु का आशीर्वाद लेता है उसे हर काम में सफलता मिलती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

वहीं, देव गुरु बृहस्पति की पूजा भी इसी दिन विशेष फलदायी होती है क्योंकि बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, बुद्धि, विवाह, संतान और धन का कारक माना जाता है। उनकी पूजा करने से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
गुरु पूर्णिमा के दिन कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए? 
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु मंत्र और बृहस्पति देव के मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;