क्या महिलाएं कर सकती हैं शिव पुराण का पाठ?

हिन्दू धर्म में ऐसे कई ग्रंथ और पुराण हैं जिन्हें शास्त्रों में पढ़ने के लिए कहा गया है। यानी कि ऐसे ग्रंथ या पुराण जिनका पाठ करना शुभ और लाभकारी माना गया है। वहीं, कुछ ग्रंथों या पुराणों को पढ़ने के लिए मना किया जाता है। 

what happens if women recite shiv puran in hindi

Shiv Puran Ka Path Kaun Kar Sakta Hai: हिन्दू धर्म में ऐसे कई ग्रंथ और पुराण हैं जिन्हें शास्त्रों में पढ़ने के लिए कहा गया है। यानी कि ऐसे ग्रंथ या पुराण जिनका पाठ करना शुभ और लाभकारी माना गया है। वहीं, कुछ ग्रंथों या पुराणों को पढ़ने के लिए मना किया जाता है। इसके अलावा, कुछ ग्रंथ या पुराणों को सिर्फ पुरुष पढ़ सकते हैं या सिर्फ महिलाएं। इसी कड़ी में आज हम ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से जानेंगे कि क्या महिलाएं शिव पुराण का पाठ कर सकती हैं।

क्या महिलाओं का शिव पुराण पढ़ना ठीक है?

kya mahilaye kar sakti hain shiv puran ka path

शिव पुराण में भगवान शिव की लीलाओं का वर्णन मिलता है। इसके अलावा, शिव पुराण में कई ऐसी कथाएं मौजूद हैं जो पूर्णतः पुरुष आधीन हैं। ऐसे में महिलाओं को शिव पुराण का पाठ करने की मनाही होती है।

ऐसा मानाजाता है कि जिस प्रकार से महिलाओं का शिवलिंग को स्पर्श करना उचित नहीं माना जाता है। ठीक ऐसे ही महिलाओं का शिव पुराण पढ़ना या उसका पाठ करना शुभ नहीं है। विशेष रूप से मासिक धर्म के दौरान।

यह भी पढ़ें:क्या घर में पढ़ना चाहिए महाभारत का पाठ?

असल में शिव पुराण को लेकर ऐसा कहा जाता है कि संकृत में जो शिव पुराण है वह समझना किसी के लिए भी आसान नहीं है लेकिन हिंदी भाषा में जो शिव पुराण मौजूद हैं उसमें कई चीजें महिलाओं के जानने योग्य नहीं हैं।

इसी कारण से ऐसा कहा जाता है कि महिलाओं को शिव पुराण का पाठ करने से बचना चाहिए। हालांकि एक मत ये भी है कि महिलाओं को शिव पुराण का पाठ करना चाहिए क्योंकि प्राचीन काल में शिव भक्त यही पाठ करते थे।

यह भी पढ़ें:शिवपुराण की ये 7 बातें जीवन को बनाएंगी सफल

फिर वह चाहे महिला हो या पुरुष, सभी को शिव पुराण पढ़ने की मंजूरी थी। ऐसा भी कहा जाता है कि शिव पुराण पढ़ने के नियम इतने कठिन हैं कि महिलाओं द्वारा इसका पालन करना असंभव है। इसलिए उन्हें इसे नहीं पढ़ना चाहिए।

शिव पुराण का पाठ एक बार शुरू करते हैं तो 108 शिव पुराण के पाठ पूरे होने तक इसे बीच में रोक या छोड़ नहीं सकते हैं, जबकि मासिक धर्म के कारण महिलाएं शिव पुराण के पाठ को अखंडा से पूरा नहीं कर सकती हैं।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकती हैं कि क्या महिलाओं को करना चाहिए शिव पुराण का पाठ। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi, shutterstock

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP