Bamboo sup significance by expert

Chhath Puja 2023: जानें छठ पूजा में बांस के सूप का क्या है महत्व

सनातन धर्म में छठ महापर्व का विशेष महत्व है। यह चार दिनों तक चलता है। छठ पूजा में सूर्यदेव की उपासना की जाती है। 
Editorial
Updated:- 2023-11-16, 23:00 IST

(Chhath Puja 2023) लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है और इस पूजा में भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। इसमें व्रती महिलाएं अपनी संतान की सलामती के लिए और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। इस पर्व में बांस के सूप का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। इसके बिना छठ पूजा की व्रत अधूरा माना जाता है। 

आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि छठ पूजा में बांस के सूप का क्यों इस्तेमाल किया जाता है। 

छठ पूजा में बांस के सूप का महत्व

BANS SUP

ऐसी मान्यता है कि जिस भी दांपत्य को संतान सुख की प्राप्ति नहीं होती है, उसे छठ पूजा जरूर करनी चाहिए। छठ पूजा करने से संतान की सेहत अच्छी बनी रहती है और उसे जीवन में हमेशा सफलता की प्राप्ति होती है। छठ पूजा मूल रूप से संतान के लिए ही किया जाता है। ऐसे में छठ पूजा में बांस के बने सूप का इस्तेमाल किया जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि जिस प्रकार बांस तेजी से बढ़ता है, ठीक उसी प्रकार संतान की भी प्रगति होती है। इसलिए छठ पूजा बांस के सूप के बिना अधूरी मानी जाती है। 

इसे जरूर पढ़ें - Chhath Puja 2023: जानें छठ पूजा में खरना का क्या है महत्व

जानें क्या है मान्यता ?

छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव (सूर्यदेव स्तोत्र) को अर्घ्य देने के समय सूप का इस्तेमाल किया जाता है। इस दौरान व्रती महिलाएं बांस से बने सूप,टोकरी या दउरा में फल आदि रखकर छठ घाट ले जाती हैं और सूर्यदेव (सूर्यदेव मंत्र) की आराधना करती हैं। बांस के बने सूप या टोकरी की मदद से ही छठी मैया को भेंट दी जाती है। मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि बांस से पूजा करने से धन और संतान सुख दोनों की प्राप्ति होती है। 

इसे जरूर पढ़ें - Chhath Puja Kab Hai 2023: कब है छठ पूजा? जानें नहाय खाय, खरना और अर्घ्य का शुभ समय

छठ पूजा में इन चीजों का होता है इस्तेमाल 

BANS SUP

छठ पूजा में बांस की टोकरी के साथ-साथ पीतल के सूप के कटोरे का भी उपयोग किया जाता है। बता दें, पूजा के लिए 7 सूप का इस्तेमाल किया जाता है और व्रती महिलाएं छठ पूजा से एक या दो दिन पहले इन्हें स्वयं बनाती हैं या फिर बाजार से खरीदती हैं। इसके अलावा पूजा में पीतल के बर्तन का भी इस्तेमाल किया जाता है। छठ पूजा में पुरुष बांस की टोकरी में फल, ठेकुआ और कई सामग्री रखकर अपने सिर पर रखकर घाट तक लेकर जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि छठ पूजा के दौरान बांस के सूप के सही तरीके से इस्तेमाल करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी हो सकती है। इसलिए बांस के सूप का अधिक महत्व है। 

 

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- Freepik

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।

;