शनिवार के दिन दीपक जलाने के दौरान जरूर डालें ये एक चीज, शनिदोष से मिल सकता है छुटकारा

शनिवार का दिन शनिदेव का माना जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति को शनिदोष से छुटकारा मिल सकता है। 

 
Put Black sesame seeds while lighting a lamp to get rid of shani dosh ()

शनिवार, हिंदू धर्म में न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित दिन है। शनिदेव, र्यदेव के पुत्र हैं और उन्हें कर्मफलदाता के नाम से भी जाना जाता है। शनिवार का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन शनिदेव की पूजा करने से सुख-समृद्धि, आरोग्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शनि की साढ़े साती के दौरान शनिवार का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उपाय किए जाते हैं। अब ऐसे में किसी जातक की कुंडली में शनिदोष है, तो शनिवार के दिन संध्या के समय दीपक में तिल डालकर जलाना शुभ माना जाता है। आइए इस लेख में इस उपाय के बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

शनिवार के दिन दीपक में डालें काला तिल

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हिंदू धर्म में, शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। शनि देव न्याय, कर्म और भाग्य के देवता माने जाते हैं। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि शनिवार को दीपक में काला तिल डालकर जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि देव की दशा, साढ़े साती या कुंडली में शनि का अशुभ प्रभाव होने पर शनिवार को दीपक में काला तिल डालकर जलाने से शनि की पीड़ा कम होती है। काले तिल में नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की क्षमता होती है। माना जाता है कि शनिवार को दीपक में काला तिल डालकर जलाने से घर-परिवार से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।

शनिवार के दिन इस विधि से जलाएं दीपक

  • शनिवार को सूर्यास्त के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • एक दीपक लें और उसमें तिल का तेल भरें।
  • दीपक में 7, 14, 21 या 28 काले तिल डालें।
  • दीपक को शनि देव की प्रतिमा के सामने या घर के पूजा स्थान पर रखें।
  • दीपक जलाकर शनि देव का मंत्र जाप करें या शनि चालीसा का पाठ करें।
  • दीपक को पूरी तरह जलने दें।

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दीपक जलाने के दौरान इन नियमों का करें पालन

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  • दीपक का तेल तिल का तेल ही होना चाहिए।
  • काले तिल स्वच्छ और बिना टूटे हुए होने चाहिए।
  • दीपक को दक्षिण दिशा की ओर रखना चाहिए।
  • दीपक को श्रद्धा भाव के साथ जलाएं। साथ ही जब तक पूरी तरह से न जल जाएं, उसे बूझने न दें।

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  • दीपक जलाने के दौरान शनिदेव के मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करना उत्तम फलदायी साबित हो सकता है।

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Image Credit- HerZindagi

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