सर्दियां आने को हैं और इस समय सबसे बड़ी समस्या होती है प्रदूषण की जहां पर धीरे-धीरे हवा में स्मॉग बढ़ने लगता है और कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। प्रदूषण के कारण कई वो मरीज़ जिन्हें अस्थमा की समस्या है या फिर कोई ब्रीदिंग एलर्जी है वो तो बहुत परेशानी में आ जाते हैं और आप उस वक्त कितने भी एयर प्यूरिफायर क्यों ना इस्तेमाल कर लें ये समस्या बढ़ती चली जाती है।
ऐसे में आपके लिए क्या अच्छा हो सकता है और किस तरह से आप अपनी ब्रीदिंग समस्या को कम कर सकते हैं ये जानकारी लेना भी बहुत जरूरी है। दशहरा और दिवाली के मौके पर तो ये समस्या और भी बड़ी हो जाएगी जहां पर आपको बहुत सारी समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि प्रदूषण अपने चरम पर रहेगा।
अमेरिकी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ NIH की रिपोर्ट में कुछ तरीके बताए गए हैं जो ये समझाते हैं कि आखिर कैसे आप प्रदूषण के समय आसानी से सांस ले सकते हैं। इस रिपोर्ट का नाम Breathe Easier है जिसे आप NIH की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पढ़ सकते हैं।
1. अगर बाहर बहुत गर्मी है तो बाहर ना जाएं-
इसके पीछे NIH की एक रिसर्च है जो दावा करती है कि गर्म दोपहर में प्रदूषण की डेंसिटी बहुत ज्यादा होती है और ऐसे में सांस फूलने की समस्या भी बढ़ सकती है। ऐसे में आप इस समय बाहर निकलने से भी बचें और साथ ही साथ बहुत ज्यादा हेवी वर्कआउट बाहर ना करें।
ये स्मॉग के समय तो जरूर फॉलो करें और जो भी एक्सरसाइज करनी हो वो घर के अंदर करने की कोशिश करें। ये पॉल्यूटेंट्स आपके लंग्स में इन्फ्लेमेशन पैदा कर सकते हैं और इसलिए ये जरूरी है कि आप उस समय बाहर ना निकलें जब बहुत ज्यादा प्रदूषण हो।
2. AQI के हिसाब से ही एक्टिविटीज प्लान करें-
अगर आपके इलाके का AQI बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है तो अपनी एक्टिविटीज कुछ इस तरह से प्लान करें कि ज्यादातर में आपको बाहर गहरी सांस ना लेनी पड़े। अगर आपके इलाके में AQI लाल या ऑरेंज है तो बाहर जाकर प्राणायाम या फिर ऐसी ही कोई एक्टिविटी ना करें। बाहर बिना मास्क के ना निकलें और साथ ही साथ घर पर भी एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
3. घर पर प्रदूषण कम करने की कोशिश करें-
घर पर एयर प्यूरिफाइंग प्लांट्स लगाएं और धुएं या फिर स्मॉग को अपने घर में आने ना दें। मोमबत्ती, अगरबत्ती, लकड़ी की आग, कोयला आदि घर में जलाने से बचें। घर पर खाना पकाते समय पंखा आदि चला दें।
4. घर में झाड़ू लगाने से बचें-
ब्रीदिंग की समस्या डस्ट पार्टिकल्स से और भी ज्यादा गहरी हो जाती है। आप अपने घर में डस्टिंग या झाड़ू लगाने की समस्या से बचें। इसकी जगह वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करें। वैक्यूम क्लीनर आपके लिए ज्यादा सुविधाजनक साबित हो सकता है। HEPA फिल्टर वाला वैक्यूम क्लीनर आपकी मदद कर सकता है।
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5. अगर ब्रीदिंग अटैक आ रहा है तो तुरंत ये काम करें-
- अपना इन्हेलर पास रखें
- अपने पास एक ब्रीदिंग बैग रखें और डॉक्टर के पास पहुंचने तक उसका इस्तेमाल करें
- डॉक्टर से सलाह के बाद ही कोई दवा खाएं या फिर पहले डॉक्टर द्वारा बताई दवा खाएं।
ध्यान रखें कि ऐसी समस्या के समय आपके लिए सबसे अच्छी चीज़ यही है कि आप खराब हवा से बचें और सारी चीज़ों को लेकर चलें साथ में। अगर आपको लगता है कि आपकी समस्या ज्यादा बढ़ रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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