कई महिलाओं की थाइस इतनी मोटी होती हैं कि वे चलते समय आपस में रगड़ खाने लगती हैं जिसकी वजह से उस हिस्से की स्किन पर रैशेज पड़ जाते हैं और जलन होने लगती है। ऐसा ही कुछ मेरी फ्रेंड रीता के साथ भी होता है जब भी वह ज्यादा चलती हैं उसकी थाइस आपस में रगड़ती है जिसके उनपर रैशेज पर जाते हैं, वहां कि स्किन बहुत ज्यादा लाल हो जाती है और कई बार तो उस हिस्से की स्किन छिल भी जाती है। और इस प्रॉब्लम के चलते वह बेहद परेशान रहती हैं। इतनी कि वह ज्यादा चलने से भी घबराने लगी हैं। अगर आपको भी यह समस्या परेशान करती हैं और आप इससे छुटकारा पाना चाहती हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि कुछ घरेलू उपाय आपकी इसमें हेल्प कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले आप ये जान लें कि और किन कारणों से आपकी थाइस के आस-पास रैशेज होते हैं।
मोटी थाइस के अलावा गर्मी के मौसम में पसीने की वजह इस हिस्से गीले बने रहते हैं और उनके बीच लगातार घर्षण से त्वचा छिल जाती है और ये रैश का रूप ले लेते हैं। बार-बार खुजलाने के कारण ये दाग बड़े होकर लाल हो जाते हैं और बाद में पीड़ादायी बन जाती हैं इनमें जलन और पेन होता है। यूं तो किसी भी अंग में ऐसे रैश हो सकते हैं लेकिन महिलाओं में यह प्रॉब्लम थाइस के बीच में सबसे ज्यादा दिखाई देती है।
इसकी वजह से चलने फिरने में बहुत तकलीफ होती है। इसके साथ इनमें खुजली और जलन का आभास भी होता है।
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यूं तो नारियल का तेल किसी भी तरह की जलन को रोकने में हेल्प करता है। आप अपने थाइस के भीतरी हिस्से में नारियल तेल लगा लें, यह घर्षण को कम कर देता है जिससे चलते समय किसी भी तरह की कोई प्रॉब्लम नहीं होती है। जी हां नारियल तेल रैशेज दूर करने का कुदरती एवं असरदार नुस्खा है। आपको सिर्फ इतना करना हैं कि समस्या होने पर 1 चम्मच नारियल का तेल लें और उसे थाइस पर हुए रैशेज पर लगाएं। इसको लगाने के बाद आपको शीघ्र आराम मिलेगा। ज्यादा फायदे के लिए इसे रात में सोने के पहले लगाएं।
एलोवेरा में स्किन को ठंडक देने के गुण हैं और इससे रैशेज पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। यूं तो आजकल आपको हर प्रोडक्ट में देखने को मिल जाता है लेकिन नेचुरल एलोवेरा का इस्तेमाल करना हैं। इसके लिए एलोवेरा के एक पत्ता लेकर उसमें से जैल निकाल लें। फिर इस जैल को रैशेज पर लगाएं। कुछ दिन इस उपाय को करने से आपको आराम मिल जाएगा।
थाइस के हैवी होने के कारण वह आपस में रगड़ते रहते हैं जिससे वहां की स्किन रेड हो जाती है और उसमे जलन होने लगती है। इससे बचने के लिए आप अपनी थाइस में बेबी पाउडर लगाएं जिससे उनके बीच घर्षण कम हो जायेगा और आपको इस प्रॉब्लम से राहत मिलेगी।
यूं तो तुलसी में आपकी हर समस्या का समाधान छिपा हैं लेकिन यह स्किन प्रॉब्लम्स के लिए खासतौर पर बहुत ही उपयोगी है। जी हां भीतरी थाइस में रैश की प्रॉब्लम के उपचार में तुलसी का इस्तेमाल, एक बहुत ही अच्छा नेचुरल उपाय है। इसके लिए आपको सिर्फ इतना करना हैं कि तुलसी की ताजा पत्तियों को काले नमक के साथ पीसकर प्रभावित हिस्से में लेप की तरह लगा लें। इससे स्किन में रैश की समस्या ठीक हो जाते है।
आमतौर पर सिरके का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही किया जाता है लेकिन शायद आपको पता न हो कि सिरका किसी औषधि से कम नहीं है। 4:1 के अनुपात में पानी और सिरके का मिश्रण तैयार करें। पानी को इतना गरम करें कि आपकी त्वचा पर प्रयोग किया जा सके। इस मिश्रण में कॉटन बॉल डुबोएं और रैशेज वाले स्थान पर लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में 2 से 3 बार करने से रैशेज पूरी तरह साफ हो जाएगा।
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थाइस के पास खुजली होने पर टी ट्री आयल सबसे बेहतरीन विकल्प है। यह काफी सौम्य होता है अतः इसका त्वचा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं जो किसी भी इंफेक्शन से आपकी रक्षा करते हैं। रैशेज वाले भाग पर 4 से 5 बूंदें इस तेल की लगाइए और फर्क अपने आप पता चलेगा।
आप भी इन उपायों को आसानी से इन रैशेज को दूर कर सकती हैं।
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