शादी के बाद हर महिला की ख्वाहिश होती है कि कभी न कभी उसे मदरहुड का एक्सपीरियंस हो, मगर बहुत स महिलाओं को अपनी फर्स्ट प्रैगनेंसी के दौरान कंसीव करने में दिक्कतें आती हैं। इसके पीछे उनकी खराब लाइफस्टाइल और फूड हैबित होती हैं इसके साथ ही और भी बहुत सी बातें होती हैं, जो कंसीव करने में दिक्कतें पैदा करती हैं। दिल्ली के मूलचंद हॉस्पिटल में सीनियर गायनाकोलॉजिस्ट डॉक्टर मीता वर्माकहती हैं, ‘पहली बार कंसीव करना हर महिला के लिए आसान नहीं होता। खासतौर पर जो महिलाएं प्रेगनेंसी को लेकर ज्यादा अवेयर नहीं होतीं और खराब लाइफस्टाइल रखती हैं उन्हें प्रेगनेंट होने में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ’ गायनाकोलॉजिस्ट डॉक्टर मीता वर्मा उन महिलाओं को कुछ खास टिप्स दे रही हैं, जो पहली बार मां बनने की तैयारी कर रही हैं मगर कंसीव करने में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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अगर आपको मां बनने में दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है तो सबसे पहले अपनी menstrual cycle frequency को रिकॉर्ड करना शुरु करें। अगर आपको हर महीने सेम डेज पर पीरियड्स नहीं हो रहे या हर महीने ज्यादा-ज्यादा दिनों के गैप में पीरियड्स हो रहे हैं तो आपको एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। आइडियली महिलाओं एग्स जब रिलीज होते हैं तो उनके फर्टाइल होने का समय केवल 12 से 24 घंटे ही होता है मगर पुरुषों के स्पर्म्स महिलाओं के शरीर में 6 दिन तक रहते हैं।
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जिन महिलाओं के पीरियड्स रेग्युलर होते हैं उनका ऑव्यूलेशन पीरियड्स आने के 2 हफ्ते पहले होता है। मगर जिन महिलाओं के पीरियड्स रेग्यूलर नहीं होते हैं उन महिलाओं को अपना ऑव्यूलेशन पीरियड जानने में दिक्कत होती है, ऐसे में वे महिलाएं ऑव्यूलेशन प्रिडिक्शन किट से पता लगा सकती हैं कि उनका ऑव्यूलेशन कब शुरू होगा। वैसे ऑव्यूलेशन जानने का दूसरा तरीका भी है। सुबह सो कर उठने के तुरंत बाद महिलाओं को अपना टेम्प्रेचर लेना चाहिए। आधिकांश मामलों में ऑव्यूलेशन के बाद महिलाओं के शरीर का टेम्प्रेचर बढ़ता है। मायो क्लीनिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं का शरीर टेम्प्रेचर बढ़ने के दो से तीन दिन पहले सबसे ज्यादा फर्टाइल होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में म्यूकस भी इंक्रीज हो जाते हैं इससे पुरुषों के स्पर्म्स को सीधे एग तक पहुंचने में काफी मदद मिलती है।
अमेरिकन सोसाइटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक महीने के कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब महिलाएं बहुत ज्यादा फर्टाइल होती हैं। ऑव्यूलेशन के पांच दिन पहले और ऑव्यूलेशन के दिन सैक्स करने पर प्रेगनेंट होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। आपको यह जान कर खुशी होगी कि अब फर्टाइल ट्रैकिंग ऐप्स की मदद से भी आप जान सकती हैं कि आप के कंसीव करने के सबसे ज्यादा चांसेज कब हैं। मगर 2016 में की गई एक स्टडी के मुताबिक ऐप पर ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है। एक और स्टडी के मुताबिक अगर ऑव्यूलेशन के 2 दिन पहले सैक्स किया जाए तो कंसीव करने के चांसेज ज्यादा हो जाते हैं। इसके अलावा सही सैक्स पोजीशन भी महिलाओं को कंसीव करने में काफी मदद करती है।
अगर आपका वजन ज्यादा है तो भी आपको कंसीव करने में समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक जिन महिलाओं का बॉडी मास इंडेक्स 35 से ज्यादा होता है उन्हें कंसीव करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं जो महिलाएं अंडर वेट होती हैं और जिनका बीएमआई 19 से कम होता है उन्हें ओवरवेट महिलाओं से 4 गुना ज्यादा दिक्कत होती है। दरअसल जिन महिलाओं का ज्यादा वेट होता है उनकी बॉडी बहुत ज्याद एस्ट्रोजेन प्रोड्यूस करता है, जो ऑव्यूलेशन को भी अफेक्ट करता है। इसलिए जिन महिलाओं को प्रेगनेंट होने में दिक्कत आ रही है वे पहले 5 से 10 प्रतिशत तक अपना बॉडी वेट कम करें। वैसे वर्ष2017 में एक की गई एक स्टडी के मुताबिक केवल महिला का ही नहीं बल्कि पुरुषों का वजन भी महिला के कंसीव करने पर असर डालता है। इसलिए बहुत जरूरी है कि प्रेगनेंट होने की चाहत रखने वाली महिलाएं केवल अपने वजन नहीं बल्कि अपने अपने हसबैंड के वजन पर भी ध्यान दें।
गायनाकोलॉजिस्ट डॉक्टर मीता वर्मा कहती हैं, ‘जो महिलाएं मां बनने की तैयारी कर रही हैं उनको पहले से ही प्रीनटल विटामिन लेना शुरु कर देना चाहिए।’
कंसीव करने के लिए एक महिला को सबसे पहले अपनी फूड हैबिट को बदलना चाहिए और उन चीजों को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए जो प्रेगनेंसी की संभावनाओं को बढ़ाते हैं। दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में सीनियर न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर मंजरी कहती हैं, महिलाओं को अपने भोजन में फलों और सब्जियों की वैराइटी शामिल करनी चाहिए इसके साथ ही प्रोटीन युक्त भोजन, होल ग्रेंस, डेरी प्रोडक्ट्स और फैट के हेल्दी रिसोर्स को अपने आहार में शामिल करना चाहिए । इसके साथ ही सप्लीमेंट्स लेने की जगह फॉलिक एसिड, विटामिन बी, डार्क ग्रीन लीफी वेजीटेबल्स जैसे ब्रॉकली, फॉर्टीफाइड ब्रेड्स, बींस, सिट्रेस फ्रूट्स को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
हर महिला को दिन में 30 मिनट तक वर्कआउट जरूर करना चाहिए मगर कुछ महिलाएं वजन कम करने के चक्कर में जरूरत से ज्यादा वर्कआउट करती हैं। अगर आप मां बनने की चाहत रखती हैं तो सबसे पहले अपनी इस आदत को सुधारें और जरूरत भर की एक्सरसाइज ही करें।
अगर आप मां बनने की चाहत रखती हैं तो सबसे पहले अपनी स्मोकिंग और एलकोहॉल लेने की आदत को सुधार लें। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के अनुसार सिग्रेट में कार्बन मोनोऑक्साइड पाया जाता है जो महिलाओं के एग्स को नुकसान पहुंचाता है। इसी तरह जिन महिलाओं को एलकोहॉल लेने की आदत है उन्हें भी अपनी इस आदत को सुधार लेना चाहिए। 2017 में हुई एक स्टडी के मुताबिक जो महिलाएं रोजाना 1 या 2 ग्लास से ज्यादा एलकोहॉल लेती हैं उनके कंसीव करने के चांसेज कम हो जाते हैं।
आप वर्किंग हों या हाउस वाइफ अगर आप कंसीव करना चाहती हैं तो पहले खुद को इस बात के लिए तैयार करें और अपने घर को भी। अगर आप स्ट्रेसफुल लाइफ जी रही हैं तो आपको सबसे पहले अपने घर या वर्कप्लेस के माहौल को सुधार लेना चाहिए और खुद को स्ट्रेस से बाहर रखना चाहिए। आपको अपने शरीर को जरूरी आराम देना चाहिए और मन को शांत रखना चाहिए।
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