पहले के समय में हमारे बुजुर्गों की ही आंखें कमजोर हुआ करती थी। लेकिन आज युवा क्या बच्चे में कमजोर आंखों की समस्या से जूझ रहे हैं। इसका कारण शायद आपको बताने की जरूरत नहीं। जी हां आज बच्चे घर के बाहर कम घर के अंदर कम्प्यूटर, मोबाइल और टीवी पर ज्यादा समय बिताते हैं जिससे उन्हें कम उम्र में ही चश्मा लग जाता है। इसके कारण पैरेंट्स खासकर मां को चिंता सताती रहती है और वह बच्चों की आंखों की रोशनी बचाकर रखने के उपायों की तलाश करती रहती हैं। लेकिन आप शायद यह बात नहीं जानती कि अपने खान-पान में कुछ चीजों को शामिल कर आप इन्हें हेल्दी बना सकती हैं। अगर आप भी बच्चों की कमजोर आंखों के लिए नैचुरल तरीकों की तलाश कर रही हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताएंगें जो बच्चों की आंखों के साथ-साथ उनकी हेल्थ के लिए भी अच्छे हैं।
यूं तो बॉडी के सभी अंगों का महत्व होता है लेकिन आंखों सबसे महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि यह हमें सुंदर बनाने के साथ-साथ दुनिया की खूबसूरती से रूबरू कराती हैंं। लेकिन यह जितनी सुंदर होती हैंं उतनी ही नाजुक भी होती हैंं। इसलिए आंखों का हेल्दी और निरोगी होना बहुत जरूरी है। जरा सी लापरवाही हुई नहीं कि आंखें कई प्रकार की समस्याओं से परेशान हो सकती हैं। लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि डाइट का आंखों पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है, और अपनी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल कर आप अपने बच्चों की आंखों को हेल्दी रख सकती हैं।
फायदेमंद है छोटी इलायची
इलायची खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हेल्थ के लिए भी अच्छी होती है। इलायची बॉडी के तापमान को संतुलित रखने का काम करती है। इसेे रोजाना लेने से आंखों को ठंडक मिलती है और आंखों की रोशनी बढ़ती है।
कैसे करें इस्तेमाल
इलायची और सौंफ को पीसकर पाउडर तैयार कर लें, इस पाउडर को ठंडे दूध में मिलाकर अपने बच्चों को दें। इसे पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। या आप अपने बच्चे की आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक ग्लास दूध को अच्छे से उबालकर उसमें 2 छोटी इलायची का पाउडर मिला दें। रोजाना रात को सोने से पहले अपने बच्चे को दें। इससे भी आंखें हेल्दी और नजर तेज रहेंगी।
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आंखों के लिए वरदान है आंवला
आंवला में मौजूद विटामिन सी आंखों के लिए वरदान से कम नहीं है। जो बच्चों की आंखों की रोशनी को सालों-साल तक बनाए रखते हैं। इसके अलावा आंवला बच्चे के बालों, त्वचा और इम्यूनिटी को स्ट्रॉग बनाने के काम आता है। जिससे वह मौसमी बीमारियों से भी आसानी से बच सकते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल
आप कच्चे आंवले को बच्चे की डाइट में शामिल कर सकती हैं। लेकिन अगर आपका बच्चा आंवलाा नहीं खाता है तो आप सुबह खाली पेट आंवले का रस पीना या फिर आंवले का मुरब्बा खाने को दे सकती हैं।
विटामिन 'ए' से भरपूर गाजर
आंखों की देखभाल के लिए गाजर सबसे ज्यादा जरूरी है। गाजर विटामिन 'ए' का सबसे अच्छा स्रोत है, और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण, यह आंखों के सेल और रेडिकल्स को डैमेज होने से बचाती है। साथ ही गाजर बच्चों में भेंगापन की समस्या को भी कम करती है। इसके अलावा गाजर में फाइबर और पोटैशियम अधिक होता है। जो आपके बच्चे की सेहत के लिए बेहद जरूरी है।
कैसे करें इस्तेमाल
वैसे तो बच्चों को कच्ची गाजर खाने के लिए देनी चाहिए लेकिन अगर वह सलाद के तौर पर इसे नहीं खाते हैं तो आप गाजर की सब्जी, स्मूदी, सूप और जूस बना कर आप अपने बच्चों को दे सकती हैं।
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बीटा-कैरोटीन वाली शक्कर कंदी
अगर आपके बच्चों को शक्करकंदी पसंद है तो उसे सर्दियों में खूब खाने के लिए दें क्योंकि शक्कर कंदी में बीटा-कैरोटीन होता है। इसलिए आंखों को हेल्दी रखने के लिए शक्करकंदी बहुत मददगार होती है। हेल्दी आंखों के लिए सबसे अच्छे और स्वादिष्ट फूड्स में शक्कर कंदी सबसे अच्छी है। इसके अलावा गाजर, टमाटर व अन्य सब्जियों की तरह शक्कर कंदी भी विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर, मैंगनीज और पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। जो आपके बच्चे की आंखों को हेल्दी रखता है।
कैसे करें इस्तेमाल
आप घर में शक्करकंदी को उबालकर उसकी चाट बना कर दे सकती हैं।
बादाम का जादू
सप्ताह में कम से कम तीन बार बादाम का दूध बच्चों को पीने को दें। इसमें विटामिन 'ई' होता है जो कि आंखों की किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए फायदेमंद होता है। इससे आपके बच्चे की त्वचा में भी निखार आता है।
कैसे करें इस्तेमाल
रेगुलर रात को 6-7 बादाम पानी में भिगोकर रख दें इन्हें सुबह छिलके निकाल कर बच्चे को खाने के लिए दें।
एंटी-ऑक्सीडेंट वाला पालक
पालक और दूसरी पत्तेदार सब्जियों में एंटी-ऑक्सीडेंट, Gyxanthine और lutein की मौजूदगी के कारण इसमें Macula होता है। जो आपके बच्चों की आंखों को हानिकारक किरणों से बचाता है। कई रिसर्च के अनुसार, जियेक्सेंथिन और लुटेन कम होने की वजह से आंखों की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही पालक और हरे पत्तेदार सब्जियों में प्राकृतिक सनब्लॉक और एंटी-ऑक्सीडेंट होने के कारण यह ब्लू लाइट को सोख लेता है, जो रेटिना के लिए हानिकारक होती हैं। अगर आपको अपने बच्चों की आंखों की रोशनी को सही रखना है तो जल्द से जल्द उसे पालक खाने को दें।
कैसे करें इस्तेमाल
आप बच्चों को पालक कच्चा खाने के लिए दे सकती हैं इसके लिए आप पालक को काटकर उसपर हल्का सा चाट मसाला और नींबू लगाकर दे सकती हैं। या बच्चों को पालक की सब्जी या सूप बनाकर भी दे सकती हें।
आप भी अपने बच्चों की आंखों की सेहत के लिए ये चीजें खाने के लिए जरूर दें। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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