देशभर में डायबिटीज बहुत तेजी से फैल रहा है और ज्यादातर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसके लिए हमारी खराब जीवन-शैली, भोजन की गलत आदतें और वातावरण जैसे अधिकांश कारक जिम्मेदार हैं। इसके अलावा एक काम से दूसरे में कूदना, ठीक से नींद नहीं लेना और एक्सरसाइज दिनचर्या की कमी हमारे हार्मोनल लेवल में गड़बड़ी के कारण डायबिटीज जैसी बीमारियों को जन्म देती है। डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार हैं- टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है, जिसमें आपका शरीर इंसुलिन को बहुत कम पैदा करता है। टाइप 2 डायबिटीज सभी डायबिटीज के 90% मामलों में होती है और आमतौर पर बड़ी उम्र के लोगों में देखी जाती है। इसमें शरीर अपने द्वारा उत्पादित इंसुलिन का अच्छा उपयोग करने में असमर्थ होता है इसलिए शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए बाहरी इंसुलिन / दवाएं दी जाती हैं।
इसे जरूर पढ़ें: दवाओं से नहीं इन 3 आयुर्वेदिक टिप्स से करें अपनी डायबिटीज कंट्रोल
इंटरनेशनल फाउंडेशन (IDF) के अनुसार, दुनिया में 463 मिलियन लोगों को डायबिटीज है। इनमें से लगभग 77 मिलियन लोग भारत के हैं। आईडीएफ का कहना है कि जनसंख्या में डायबिटीज का प्रसार 8.9% है। बीमारियों की जड़ें जीन में हो सकती हैं, लेकिन इसके लेवल को जीवन के संयत तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। कुछ छोटे कदम ब्लड शुगर लेवल और डायबिटीज को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं। जी हां रेगुलर एक्सरसाइज इसमें आपकी मदद कर सकती है। यह न केवल डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल करती है बल्कि आपके शरीर पर पॉजिटीव असर करती है और दिल और किडनी के कामों को बेहतर बनाती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। साथ ही अपनी डेली डाइट में हेल्दी फूड्स को शामिल करना डायबिटीज को कंट्रोल करने का अद्भुत तरीका है। इसके अलावा आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जो आपके ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में मदद करती हैं, गिलोय एक ऐसी ही जड़ी बूटी है। ब्लड शुगर को मैनेज करने में गिलोय आपकी कैसे मदद करता है? इस बारे में हमें MY22BMI की न्यूट्रिशनिस्ट और फाउंडर Ms. Preety Tyagi बता रही हैं
डायबिटीज के लिए गिलोय
Preety Tyagi जी का कहना है कि ''गिलोय एक ऐसी बेल है जो भारत, म्यांमार और श्रीलंका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है और इसे टाइप -2 डायबिटीज को मैनेज करने के लिए उपयोगी माना जाता है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में, इस पौधे को मधुनाशिनी के रूप में जाना जाता है, जिसका संस्कृत में 'चीनी को नष्ट करना' अर्थ है।''
गिलोय को एक जादुई औषधीय जड़ी बूटी कहा जाता है, जो डायबिटीज सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-आर्थ्रिटिक, एंटी-एलर्जी, एंटी-मलेरियल और एंटी-डायबिटीक गुण होते हैं। आइए जानें, गिलोय डायबिटीज को कंट्रोल करने में कैसे मदद करता है:
- गिलोय इंसुलिन के उत्पादन में मदद करता है। यह अतिरिक्त ग्लूकोज को जला सकता है, जो आगे ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है।
- गिलोय एक हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट के रूप में भी काम करता है जो डायबिटीज को अच्छी तरह से प्रबंधित करने में मदद करता है। यह एजेंट ब्लड शुगर लेवल को कम करने में भी मदद करता है।
- गिलोय डाइजेशन में सुधार करने में मदद करता है जो डायबिटीज को मैनेज करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए गिलोय लेने का तरीका
- डायबिटीज रोगियों के लिए गिलोय का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका ताजे गिलोय से तैयार जूस है।
- इसके लिए आपको केवल तनों और पत्तियों को लेकर उन्हें एक साथ मिक्स करने की जरूरत होती है।
- जूस जैसी स्थिरता पाने के लिए थोड़ा पानी मिलाएं।
- अब मिश्रण को एक गिलास में मिलाएं और इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाएं।
- प्रभावी परिणाम देखने के लिए इसे सुबह सबसे पहले पीएं।
- आप इसका एक डिटॉक्स ड्रिंक बनाने के लिए पानी में इसके तने और पत्तियों को डालकर उबाल भी सकती हैं।
आप भी डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए गिलोय का सेवन कर सकती हैं। लेकिन हर बार की तरह हम आपको यही कहेंगे क्योंकि हर किसी की बॉडी अलग तरह की होती है और इसका असर सभी पर अलग-अलग हो सकता है। इसलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
Image credit: Freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों