वर्कआउट के फायदे किसी से भी छिपे नहीं है। आपकी उम्र चाहे जो भी हो, लेकिन आप हर दिन कुछ वक्त वर्कआउट के लिए निकालते हैं तो यह आपको अधिक हेल्दी लाइफ जीने में मदद करता है। वर्कआउट करने से सिर्फ आपका वजन ही मेंटेन नहीं होता है या फिर आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं, बल्कि यह आपको फिजिकली भी अधिक स्ट्रॉन्ग बनाता है। वर्कआउट करने से आपके शरीर के ऑर्गन अधिक बेहतर तरीके से काम करते हैं, जिससे आप अधिक फिट और एक्टिव फील करते हैं।
कहते हैं कि खुद को फिट रखने के लिए कभी भी देर नहीं होती है। आप वर्कआउट करना किसी भी उम्र में शुरू कर सकते हैं। लेकिन उम्र के अनुसार आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। मसलन, अगर आपकी उम्र 60 के पार है तो आपको वर्कआउट करते हुए कुछ सेफ्टी टिप्स को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, वरना आप खुद को चोट पहुंचा सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर, योगविशेषज्ञ और फिटनेस एक्सपर्ट जितेन्द्र कौशिक आपको कुछ ऐसे ही सेफ्टी टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको 60 की उम्र के बाद वर्कआउट करते हुए जरूर याद रखना चाहिए-
पहले डॉक्टर से करें कंसल्ट
अगर आप पहली बार वर्कआउट कर रहे हैं या फिर किसी नए तरह के वर्कआउट रूटीन को फॉलो करने की सोच रहे हैं तो ऐसे में आपको सबसे पहले डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए। दरअसल, इस उम्र तक व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं या फिर वे कुछ दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। ऐसे में कुछ एक्सरसाइज नेगेटिव इफेक्ट डाल सकती हैं, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा माना जाता है।
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एक्सपर्ट की देख-रेख में करें वर्कआउट
जब उम्र बढ़ती हैं तो हड्डियों के कमजोर होने से लेकर ब्लड प्रेशर तक कई बीमारियां हो जाती हैं। ऐसे में आपको किसी भी वर्कआउट को वैरिएशन के साथ करने की जरूरत हो सकती है, ताकि आपको बेस्ट रिजल्ट मिल सके। इसे सेफ्टी के लिहाज से भी बेहद जरूरी समझा जाता है। इसलिए, हमेशा कोशिश करें कि आप अपना वर्कआउट सेशन किसी एक्सपर्ट की देख-रेख में ही करें। इससे आप सही तरह से वर्कआउट करेंगे और आपके चोटिल होने का खतरा भी काफी कम होगा।
वार्म अप और कूल डाउन है जरूरी
यूं तो किसी भी व्यक्ति को वर्कआउट करने से पहले वार्मअप और बाद में कूलडाउन एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। लेकिन अधिक उम्र में वर्कआउट करते हुए यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। इससे आपको अपने शरीर को वर्कआउट के लिए तैयार करने में मदद मिलती है, जिससे चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। इसी तरह, अपनी मसल्स को रिलैक्स और रिकवर करने के हल्की स्ट्रेचिंग की जा सकती है।
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एकदम से ना करें इंटेंस वर्कआउट
आप 60 के बाद भी इंटेंस वर्कआउट कर सकते हैं, लेकिन अगर आपने अभी-अभी वर्कआउट करना शुरू किया है तो आपको हमेशा लाइट एक्सरसाइज को चुनना चाहिए। इससे चोट लगने की संभावना ना के बराबर हो जाती है। अगर आप एकदम से बेस्ट रिजल्ट पाने के चक्कर में इंटेंस वर्कआउट करना शुरू कर देंगे तो इससे आपको फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है। हमेशा वर्कआउट करते हुए अपने शरीर की सुनें। अगर आपको दर्द, चक्कर आना या थकान महसूस हो तो वर्कआउट करना रोक दें और अपने शरीर को रिकवर होने का समय दें।
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