त्रिफला कषायम से दूर करें आपकी हेल्‍थ से जुड़ी ये 5 परेशानियां

अगर आप हेल्‍थ से जुड़ी कई समस्‍याओं को एक साथ दूर करना चाहती हैं तो त्रिफला कषायम का इस्‍तेमाल करें। 

triphala kashayam hindi

त्रिफला का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्राचीन काल से पेट की बीमारियों से लेकर डेंटल कैविटी तक के लक्षणों के लिए एक बहुउद्देश्यीय उपचार के रूप में किया जाता रहा है। यह दीर्घायु और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला भी माना जाता है। इसे एक पॉलीहर्बल दवा माना जाता है, जिसका अर्थ है कि इसमें कई अलग-अलग औषधीय जड़ी-बूटियां शामिल हैं।

ऐसा माना जाता है कि सहक्रियात्मक जड़ी बूटियों के कॉम्बिनेशन से अतिरिक्त उपचारात्मक प्रभावशीलता प्राप्त होती है और यह अकेले लिए गए किसी एक घटक की तुलना में अधिक शक्तिशाली उपचार है।

लेकिन आज हम आपको त्रिफला नहीं बल्कि त्रिफला कषाय के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। त्रिफला कषाय हरीतकी, विभीतकी और आमलकी तीन जड़ी बूटियों से बना एक पॉली हर्बल काढ़ा है। यह पुरानी कब्ज के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है और इसका नियमित उपयोग आंतों की सामान्य गति को सुगम बनाता है।

साथ ही, यह आंखों के रोग, त्वचा रोग, ओरल कैविटी के रोग और बहुत ज्‍यादा एसिडिटी को मैनेज करने में उपयोग किया जाता है। त्रिफला कषाय हमारी सेहत के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है? आइए इस आर्टिकल के माध्‍यम से विस्‍तार से जानें। यह जानकारी आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट और हेल्‍थ कोच डॉ वरलक्ष्मी के इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से शेयर की है।

त्रिफला आंतरिक और बाहरी दोनों बीमारियों के लिए एक उत्कृष्ट जड़ी बूटी है। यह अद्भुत काम करता है जब इसका उपयोग बीमारियों के लिए किया जाता है। त्रिफला कषाय का मतलब ताजा या पाउडर जड़ी बूटियों का उपयोग करके, पानी डालकर और इसे 1/4 तक कम करके तैयार किया गया काढ़ा है।

इसे जरूर पढ़ें:त्रिफला चूर्ण सेवन करने के बारे में क्या कहता है आयुर्वेद, आप भी जानें

इसका उपयोग करने के कुछ अद्भुत तरीके यहां दिए गए हैं!

1. घाव भरने में मददगार

triphala kashayam for wounds

यह बाहरी घावों को भरने के लिए अद्भुत काम करता है। यहां तक कि रोपना गुणों के कारण डायबिटीज के घावों को ठीक न करने में भी इसका उपयोग किया जाता है।

घावों के प्रबंधन में इंफेक्‍शन एक बड़ी समस्या है। भले ही सिंथेटिक एंटी-माइक्रोबियल एजेंटों का विकास बना रहता है, दवा प्रतिरोध और विषाक्तता उनके रास्ते में बाधा डालती है।

2. आंखों की हेल्‍थ को रखता है दुरुस्‍त

त्रिफला हमारी आंखों को ठीक कर सकता है और उनके स्वास्थ्य में मदद कर सकता है। अपनी आंखों को धोने के लिए त्रिफला कषाय का इस्‍तेमाल करें और यह आंखों की ड्राईनेस और तनाव को कम करता है।

दिन भर के काम के बाद आपकी आंखों में जमा हुई गंदगी को दूर करने के लिए यह उपाय बहुत अच्छा है। इसका आंखों पर सफाई प्रभाव पड़ता है। आंख और पलकों में संक्रमण के कारण होने वाले अत्यधिक स्राव, अल्सर को ठीक करने के लिए यह अच्छा है।

3. बालों की सेहत होती है अच्‍छी

triphala kashayam for hair

इन दिनों डैंड्रफ एक बड़ी समस्या है। शैम्पू से पहले त्रिफला हेयर वॉश वास्तव में इसमें मदद कर सकता है। त्रिफला में एक्टिव यौगिक डैमेज बालों की मरम्मतकरते हैं और बालों की मात्रा बढ़ाते हैं। हरीतकी जैसे इसके अवयवों के सक्रिय सूत्र में एंटीबैक्‍टीरियल और एंटीफंगल शक्ति होती है जो स्‍कैल्‍प पर कार्य करती है और सभी प्रकार के संक्रमणों और फंगल गतिविधि को दूर रखती है।

4. दुर्गंध होती है दूर

त्रिफला कषाय से मुंह की दुर्गंध न केवल मुंह के अंदर के खराब बैक्टीरिया को दूर कर सकती है बल्कि यह हमारे ओरल कैविटी के स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित करती है।

त्रिफला कषाय मुंह में फंगस के विकास को भी कम कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि यह मुंह में कुछ कैंडिडा कवक प्रजातियों के विकास को रोकने में मदद करता है। लेखकों की रिपोर्ट है कि त्रिफला में टैनिन और पौधों के यौगिकों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मुंह के घावों को ठीक कर सकते हैं।

इसे जरूर पढ़ें:रोज सुबह पीएंगी 'त्रिफला का पानी' तो होंगे ये फायदे

5. बवासीर का इलाज

triphala kashayam for piles

त्रिफला के गर्म पानी में बैठने से बवासीर की सूजन के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। यह आंतों की नसों में जमाव को कम करता है, एनल और निचले ब्‍लैडर की ब्‍लड वेसल्‍स को लचीलापन देता है और एनल एरिया में ब्‍लड सर्कुलशन में सुधार करता है। त्रिफला एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ एक प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करता है जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है।

त्रिफला कषायम बनाने का तरीका

  • 200 मिली पानी लें।
  • इसमें 1/8 छोटा चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाएं।
  • इसे उबालें और इसे 50 मिली तक नीचे लाएं।
  • एक दिन से ज्यादा स्टोर नहीं करना चाहिए क्योंकि यह खराब हो जाता है।
  • जब भी आपको आवश्यकता हो ताजा तैयार करें।

आप भी इन 5 फायदों को पाने के लिए त्रिफला कषाय का इस्‍तेमाल कर सकती हैं। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें। साथ ही आर्टिकल के अंत में आ रहे कमेंट सेक्‍शन में कमेंट करके जरूर बताएं। हेल्‍थ से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Recommended Video

Image Credit: Freepik.com
HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP