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संजय लीला भंसाली की हीरामंडी का गाना 'सकल बन' असल में है 700 साल पुराना, जानें इसकी खासियत?

संजय लीला भंसाली की मोस्ट अवेटेड सीरीज 'हीरामंडी' जल्द ही नेटफ्लिक्स पर आने वाली है। फिल्म का पहला गाना 'सकल बन'  रिलीज हो चुका है। यह गाना असल में 700 साल पुराना है।
Editorial
Updated:- 2024-03-22, 11:42 IST

संजय लीला भंसाली परदे पर इतिहास के पन्नों को पलटकर उनमें से कहानियां निकालने के लिए बखूबी जाने जाते हैं। इन कहानियों को परदे पर खूबसूरती से उकेरने का हुनरे भी उन्हें बखूबी आता है। ऐसे ही एक और कहानी को संजय लीला भंसाली जल्द ही ओटीटी पर लाने वाले हैं।  संजय लीला भंसाली की मोस्ट अवेटेड सीरीज 'हीरामंडी' का दर्शकों को काफी इंतजार है और यह सीरीज जल्द ही नेटफ्लिक्स पर आने वाली है। फिल्म का पहला गाना 'सकल बन'  रिलीज हो चुका है। इस गाने को भी काफी तारीफें मिल रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में यह गाना 700 साल पुराना है। चलिए आपको बताते हैं इसकी खासियत।

'हीरामंडी'  का गाना सकल बन

 

 

 

 

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हीरामंडी का पहला गाना सकल बन कुछ दिन पहले रिलीज हो चुका है। यह गाना 2 मिनट 45 का है और इसे राजा हसन ने गाया है। संजय लीला भंसाली की फिल्मों के बाकी गानों की तरह यह गाना भी खूबसूरती से फिल्माया गया है। शाही सेट और पीले रंग के कपड़ों में डांस करतीं एक्ट्रेसेस इसे और खास बना रही हैं। अदिति राव हैदरी, मनीषा कोइराला,  ऋचा चड्ढा और संजीदा शेख समेत कुछ और एक्ट्रेस भी गाने में नजर आ रही हैं। गाने में पीले रंग का जिस खूबसूरती से इस्तेमाल किया गया है,उसके पीछे भी खास वजह है।

700 साल पुराना है हीरामंडी का गाना सकल बन

 

यह गाना असल में 700 साल पुराना है और इसे दमादम मस्त कलंदर और छाप तिलक जैसे सॉन्ग लिखने वाले क्लासिकल सिंगर और कवि अमीर खुसरो ने लिखा था जिसे अब भंसाली ने अपने रंग में रंगकर पेश किया है।

हीरामंडी के गाने सकल बन का इतिहास

कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन कुछ लोग अपने हाथों में पीले फूल लेकर और पीले कपड़े पहनकर मंदिर की तरफ जा रहे थे। जब खुसरो ने उनसे पूछा कि वह कहां जा रहे हैं और उन लोगों ने कहा कि आज बसंत पंचमी है आज पर अपने भगवान को सरसों के फूल चढ़ाते हैं। यह सुनने के बाद खुसरो ने उनसे एक गुलदस्ता मांगा और नाचते-गाते अपने गुरू हजरत निजामुद्दीन औलिया के पास पहुंच गए जो उस वक्त अपने भतीजे की मौत के गम में थे। खुसरो ने उन्हें कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें बताया है कि आज के दिन ने अपने खुदा को पीले फूल चढ़ाते हैं। इसलिए, वह ये फूल उनके खुदा के लिए ले आए। इसी कारण से दिल्ली में निजामुद्दीन दरगाह पर आज भी बसंत पंचमी के दिन पीले फूल और पीली चादर चढ़ाई जाती है।

हीरामंडी की कहानी

 

 

 

 

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संजय लीला भंसाली की इस सीरीज को लेकर काफी बज बना हुआ है। इसकी कहानी, ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लाहौर के हीरा मंडी के रेड लाइट जिले में तवायफों की जिंदगी के इर्द-गिर्द बुनी गई है। फिल्म की रिलीज डेट का अभी खुलासा नहीं हुआ है।

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आपको 'हीरामंडी'  का यह गाना कैसा लगा , हमें कमेंट्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

 Image Credit:Netfilix, Bhansali Productions

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