दिल्ली मैट्रो राजधानीवासियों के लिए एक बार फिर खुशखबरी लेकर आई है। जी हां, फेज-3 में बन रही नई पिंक लाइन को 14 मार्च से आम जनता के लिए ओपन कर दिया गया है। इस मैट्रोलाइन को महिलाओं का गुलाबी रंग दिया गया है। इसी मैट्रो लाइन की और भी कई खासियतें हैं। आई जानते है इस मैट्रो लाइन में क्या है खास।
1- इस सेक्शन के अंदर साउथ कैंपस से लेकर मजलिस पार्क के बीच मेट्रो चलाई जाए गई । आपको बता दें कि यह मैट्रो लाइन अबत की सबसे बड़ी लाइन है। इस लाइन की लंबाई 21.56 किमी है और यह अब तक सबसे ज्यादा लंबी दूरी के मैट्रो लाइन है। इस मैट्रो लाइन के साथ ही दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क अब 250 किमी से बढ़कर 252 किमी तक पहुंच चुका है।
2- दिल्ली की सबसे बड़ी मैट्रो लाइन की ओपनिंग देश के कई बड़े मंत्रियों की उपस्थिती में की गई। मसलन मैट्रो लाइन की ओपनिंग में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सांसद प्रवेश वर्मा, मीनाक्षी लेखी, भारत में जापान के एंबेसेडर केंजी हिरामात्सू, यूडी सेक्रेटरी दुर्गाशंकर मिश्रा, दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश और डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह के अलावा नॉर्थ और साउथ एमसीडी की मेयर और दिल्ली के कई विधायक भी मौजूद थे।
3- यह लाइन भले ही अभी 21 किमी हो मगर पूरी हाने पर इसकी लंबाई करीब 59 किमी हो जाएगी, लंबाई बढ़ने के साथ ही यह रिंग रोड के दोनों ओर एक रिंग बनाई जाएगी। कई जगह इंटरचेंज की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे यात्रियों के समय और किराए दोनों की बचत होगी। यह लाइन एनर्जी एफिशिएंसी और ग्रीन नॉर्म्स के उच्चतम मानकों के आधार पर तैया की गई है। इसके लिए मुकुंदपुर मैट्रो डिपो में 1 मेगावॉट का सोलर पावर सिस्टम लगाया गया है और सभी 12 स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा प्लेटिनम रेटिंग दी गई है।
4- जापान ने तकनीकी और आर्थिक रूप से दिल्ली मेट्रो प्रोजेक्ट्स में मदद की है। आज यह एक वर्ल्ड क्लास मेट्रो नेटवर्क बन चुका है। फेज-3 में भी 159 किमी में से 116 किमी के कंस्ट्रक्शन में जापान ही आर्थिक मदद कर रहा है।
5- दिल्ली मैट्रो में लगातार हो रहे विस्तार की वजह से मेक इन इंडिया के तहत बहुत सारी विदेशी कंपनियां और देशी कंपनियां साथ में मिलकर मेट्रो के लिए बहुत सारी चीजें बनाने के लिए तैयार हो रही हैं।
6- अभी पिंक लाइन में 12 मेट्रो स्टेशन हैं जिनमें से 8 मैट्रो स्टेशनों पर यात्रियों को सीढि़यां चढ़ कर जाना हो गया और इस लाइन के 4 स्टेशन अंडरग्राउंड बनाए गए हैं।
7- अभी इस लाइन पर आजादपुर, नेताजी सुभाष प्लेस और रजौरी गार्डेन पर इंटरचेंज की सुविधा दी गई हैं। यह लाइन यलो, रेड, ब्लू लाइन से जोड़ी गई है। जल्द ही इस लाइन से दिल्ली यूनीवर्सिटी को भी जोड़ दिया जाएगा।
8- पिंक लाइन के आने से अब नॉर्थ कैंपस और साउथ कैंपस के बीच की दूरी को तय करना आसान हो गया है। पहले इसे तय करने में 2 घंटे तक लग जाते थे मगर अब यहां केवल 40 मिनट में पहुंचा जा सकता है।
9-पिंक लाइन पर अभी केवल 6 कोच वाली ट्रेन चलाइर् जाएगी, जिसकी स्पीड 34 केएमपीएच पर 100 सेकेंड होगी। इस लाइन पर अभी 19 ट्रेन चलाई जाएंगी।
10- इस लाइन के 12 मेट्रो स्टेशनों मजलिस पार्क, आजादपुर (इंटरचेंज), शालीमार बाग, नेताजी सुभाष प्लेस (इंटरचेंज), शकूरपुर, पंजाबी बाग वेस्ट, ईएसआई हॉस्पिटल, राजौरी गार्डन (इंटरचेंज), मायापुरी, नारायणा विहार, दिल्ली कैंट, साउथ कैंपस (एयरपोर्ट लाइन के धौला कुआं स्टेशन से इंटरचेंज) आदि शामिल होंगे।
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