How To Add Child Names In Train Ticket After Booking: अच्छा.. ! अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए सबसे सस्ता और सुरक्षित माध्यम क्या हो सकता है, तो फिर आपका जवाब क्या होगा? शायद..! कई लोगों का जवाब ट्रेन ही होगा। खैर..!
भारत एक ऐसा देश है, जहां एक शहर से दूसरे शहर और एक राज्य से दूसरे राज्यों में जाने से सबसे सस्ता और आसान ट्रेन से सफर करना माना जाता है। इसलिए, हर दिन करोड़ों की संख्या में लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं। इसलिए भारतीय ट्रेन देश के लिए लाइफलाइन की तरह काम करती है।
ट्रेन एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा हर उम्र के लोग यात्रा करते हैं। यह हम सभी जानते हैं कि ट्रेन में सफर करने के लिए कन्फर्म टिकट होना बहुत जरूरी है। बिना टिकट यात्रा करना गैर कानूनी माना जाता है।
अगर अक्सर देखा जाता है कि माता-पिता को किसी अचानक काम से ट्रेन से सफर करना होता है, तो बच्चों का ट्रेन टिकट नहीं लेते हैं और अपना टिकट बुक कर लेते है, लेकिन कुछ समय बाद माता-पिता यह तय करते हैं कि बच्चे भी साथ में चलेंगे। ऐसे में यह सवाल उठता है कि अब कन्फर्म टिकट में बच्चों का नाम कैसे ऐड किया जाए।
अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि कन्फर्म ट्रेन टिकट जारी होने के बाद बच्चों का नाम कैसे एड करना होगा, तो इस आर्टिकल में हम आपको रेलवे उन नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके बच्चों को साथ में ले जा सकते हैं।
रेलवे स्टेशन मास्टर से सम्पर्क करें
सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि जब एक बार कन्फर्म ट्रेन टिकट जारी हो जाता है, तो उस टिकट के (पीएनआर) पैसेंजर नेम रिकॉर्ड में किसी अन्य का नाम ऐड नहीं किया जा सकता है। हां, आप कन्फर्म टिकट को कैंसिल करवा के फिर से बच्चों का नाम ऐड करके टिकट बुक करवा सकते हैं।
अगर आप कन्फर्म ट्रेन टिकट जारी होने के बाद बच्चों का नाम ऐड करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले बोर्डिंग रेलवे स्टेशन मास्टर से मिलना चाहिए। आप रेलवे स्टेशन मास्टर आग्रह कर सकते हैं कि ट्रेन टिकट में बच्चों का भी नाम ऐड करना है।
ऐसी परिस्थिति में स्टेशन मास्टर आपसे बच्चों का नाम और किराया मांग सकता है। किराया लेने के बाद स्टेशन मास्टर एक लिखित कागज बनाकर देगा, जिसे लेकर आप बच्चों के साथ यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, यह काम स्टेशन मास्टर ही निर्भर करता है कि वो लिखित कागज बनाकर देता है या नहीं देता है।
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि बच्चों का नाम तभी ऐड करवा सकते हैं, जब आप ट्रेन खुलने से 24 घंटे पहले स्टेशन मास्टर के पास इस बात जो लेकर जाते हैं।
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टीटी से बात कर सकते हैं
अगर आप किसी वजह से बच्चों का नाम ऐड नहीं करवा पाते हैं, तो आपके पास दूसरा विकल्प है टीटी। जी हां, ट्रेन में सीट चेक करने वाले टीटी से बात करके आप अपने बच्चों का टिकट बनवा सकते हैं।
आप टीटी से आग्रह कर सकते हैं कि किसी वजह से मैंने बच्चों का टिकट नहीं बनवाया। ऐसे में जो भी फाइन है, उसके हिसाब से बच्चों का टिकट बना दीजिए। ऐसी परिस्थिति में टीटी फाइन लेने के बाद बच्चों के लिए चालू टिकट बना सकता है। आपको यह भी बता दें कि इस परिस्थिति में सीट मिलना मुश्किल होता है।
कितने साल के बच्चे का टिकट नहीं लगता है?
अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो आपको यह मालूम रहना चाहिए कि कितने साल तक के बच्चों के लिए ट्रेन टिकट नहीं लगता है। दरअसल, रेलवे नियम के मुताबिक 5 साल के कम उम्र के बच्चों के लिए टिकट लेने की जरूरत नहीं है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे मुफ्त में यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, ऐसी परिस्थिति में उन्हें सीट नहीं मिलती है।
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बच्चों का हाफ टिकट बुक कर सकते हैं?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप बच्चों का हाफ टिकट बुक कर सकते हैं। जी हां, रेलवे नियम के अनुसार 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों का हाफ टिकट बुक किया जा सकता है। अगर आप हाफ टिकट बुक करते हैं, तो उन्हें अलग से सीट नहीं मिलती है। अगर आपको सीट चाहिए तो फिर आपको पूरा किराया देना होगा। आपको यह भी बता दें कि 12 से अधिक उम्र के लिए पूरा टिकट लगता है।
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