Shubh Aur Ashubh Yoga: आज हम आपको हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर हिन्दू धर्म में योगों का महत्त्व और उससे जुड़ी कई रोचक जानकारी बताने जा रहे हैं। बता दें की हिन्दू धर्म में कुल 27 योग हैं जिनमें कुछ शुभ हैं तो कुछ अशुभ हैं। साथ ही, हर एक योग हर एक शुभ कार्य से बंधा भी हुआ है।
ज्योतिष के 27 योग
ज्योतिष शास्त्र में जिन 27 योगों का वर्णन मिलता है उनके नाम हैं- विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव (भगवान शिव की नटराज उपाधि किसने छीनी थी), सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
ज्योतिष के 27 योगों का महत्व
- विषकुम्भ योग: इस योग में किया गया काम विष के समान माना जाता है यानी कि काम में सिर्फ असफलता ही मिलती है।
- शुभ योग: इस योग में किया गया कोई भी कार्य समाज में मान-सम्मान बढ़ाता है और पूर्णतः सफल भी होता है।
- शुक्ल योग: इस योग में किये गए काम न सिर्फ सफल होते हैं बल्कि सिद्ध भी हो जाते हैं।
- ब्रह्म योग: पुराने विवादों को खत्म करने के लिए यह योग बेहद फलदायी माना जाता है।
- ऐन्द्र योग: धन से जुड़ा कोई भी काम इस योग में करने से उन्नति होती है।
- वैघृति योग: इस योग में भाग-दौड़ करने वाले काम करने से सफलता मिलती है।
- प्रीति योग: पारंपरिक समझौते, प्रेम विवाह और मेल-मिलाप के लिए यह योग उत्तम माना जाता है।

- आयुष्मान योग: लंबे समय से अटका हुआ काम इस योग में पूरा करने पर जोर दिया जाये तो वह अपने समापन तक जरूर पहुंचता है।
- सौभाग्य योग: इस योग में विवाह करने से वैवाहिक जीवन (सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय) सुखी और संपन्नता से भरा रहता है।
- शोभन योग: इस योग में किसी कार्य के लिए की गई यात्रा अवश्य फलित होती है।
- अतिगंड योग: यह एक अशुभ योग है। इस योग में किया गया काम या विवाह बहुत कष्टदायी होता है।
- सुकर्मा योग: नौकरी के लिए यह योग शुभ माना जाता है। इस योग में नौकरी की तलाश पूरी होती है।
- घृति योग: इस योग में घर से जुड़ा कोई भी काम, नया घर लेना हो या घर बेचना हो कुछ भी, सफल होता है।
- शूल योग: इस योग में सुखों की प्राप्ति के लिय कोशिश की जाए तो भरभरकर सुख झोली में आते हैं।
- गंड योग: इस योग में किसी भी काम की शुरुआत करना अड़चनों को न्यौता देने के समान है।
- परिघ योग: इस योग में शत्रु पर विजय प्राप्त करने के लिए जो भी किया जाए वह अवश्य सफल होती है।
तो ये थे हिन्दू धर्म के 27 योग और उनका महत्व। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Shutterstock, Pinterest
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