बच्चों में जरूर डालें एक्टिव लिसनिंग हैबिट्स

अगर बच्चा बचपन से ही एक्टिव लिसनिंग हैबिट्स को फॉलो करना सीख जाए तो ये उसके भविष्य के लिए अच्छा साबित होगा, इसलिए बच्चे में एक्टिव लिसनिंग हैबिट्स डेवलप करने के लिए आप ये आसान कदम उठा सकती हैं ।

 
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किसी ने ठीक ही कहा है सुनना कुछ भी सीखने का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग है। सबसे ज्यादा ये बात तब ध्यान में आती है जब पैरेंट्स बच्चों की बात करते हैं।अक्सर देखा गया है कि बच्चा कोई भी बात सुने बिना ही उस बात पर रिएक्ट करने लगता है और वो कुछ नया सीखने की बजाय अपने काम से ही डिस्ट्रैक्ट हो जाता है। बच्चों की प्राइमरी स्टेज में उनकी ग्रूमिंग के लिए ये आदत बच्चों में जरूर होनी चाहिए कि वो किसी भी बात को ध्यान से सुनें और उस पर अमल करे। जब बच्चा कोई बात सुनेगा ही नहीं तो वो उस बात को सीखने की भी कोशिश नहीं करेगा। या फिर यूं कहा जाए कि पूरी बात ठीक से न सुनने की वजह से वो समझ ही नहीं पाएगा कि उसके पैरेंट्स या टीचर उसे क्या समझाना चाहते हैं। पैरेंट्स और टीचर की बात को नज़रअंदाज करने की वजह से बच्चे का क्लास में भी परफॉरमेंस खराब हो सकता है और वो दूसरे बच्चों से पीछे हो सकता है।

एक्टिव लिसनिंग हैबिट किसी बच्चे की अन्य महत्वपूर्ण स्किल्स जैसे प्रॉब्लम सॉल्विंग हैबिट्स, नेतृत्व और टीम वर्क की तरह ही विकास के लिए अति आवश्यक है। यह एक ऐसा कौशल है जिसे हांसिल किया जा सकता है और विकसित किया जा सकता है लेकिन इसमें समय और धैर्य की आवश्यकता होती है। आइए जानें क्या है एक्टिव लिसनिंग और बच्चों के लिए क्यों जरूरी है एक्टिव लिसनर होना -

एक्टिव लिसनिंग क्या है

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एक्टिव लिसनिंग का मतलब है बोलने वाले की पूरी बातों पर ध्यान देना और उसके द्वारा कही जाने वाली पूरी बातों को समझने की कोशिश करना। एक्टिव लिसनर वो होता है जो किसी भी डिस्कशन में सकारात्मक रूप से हिस्सा लेता है ,सुनी हुई बातों को याद रखता है और उन बातों पर जिज्ञासा दिखाते हुए प्रश्न करता है। एक्टिव लिसनिंग में पॉजिटिव कम्युनिकेशन को प्रोत्साहित करना भी शामिल होता है। इसका मतलब ये है कि दूसरे व्यक्ति की बात को स्वीकार करना और अपने शब्दों में कही गई बातों को दोहराना।

बच्चों के लिए क्यों जरूरी है एक्टिव लिसनिंग हैबिट्स

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एक बच्चे के सम्पूर्ण विकास के लिए उसका एक्टिव लिसनर होना बहुत जरूरी है जब बच्चा एक्टिव लिसनर होता है तो वो अच्छा कम्यूनिकेटर भी होता है साथ ही वो प्रॉब्लम सॉल्विंग भी होता है। एक्टिव लिसनर बच्चा हर जगह सबसे आगे ही रहता है। एक्टिव लिसनर होने के कई फायदे हैं जैसे -

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किसी बात पर ग़लतफ़हमी न होना

जब बच्चा किसी की बात को आसानी से सुनता है तब उसे किसी तरह का संदेह या ग़लतफ़हमी नहीं होती है और वो सुनी हुई बात पर बखूबी अमल कर सकता है।

काम करने की क्षमता का बढ़ना

एक्टिव लिसनर बच्चा किसी भी काम को ज्यादा अच्छी तरह करता है और उस काम में रूचि भी लेता है क्योंकि उसने वो बात ठीक से सुनी होती है।

बढ़ा हुआ कॉन्फिडेंस लेवल

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एक एक्टिवलिसनर बच्चा बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंट फील करता है क्योंकि उसे पता होता है कि वो जो भी कर रहा है वो ठीक ही कर रहा है क्योंकि उसने उस काम के लिए दिए गए दिशा निर्देशों को अच्छी तरह से सुना और उसका अनुपालन किया है।

आत्मनिर्भरता को बढाती है

एक एक्टिव लिसनर बच्चा पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाता है क्योंकि वो हर एक काम को बखूबी करने की क्षमता रखता है।

बच्चों के लिए एक्टिव लिसनिंग एक्टिविटीज:

उनका पूरा ध्यान रखें

जब बच्चे आपकी बात सुनें तो अपने बच्चे को आपकी ओर देखने के लिए प्रोत्साहित करें। उनका पूरा ध्यान आपकी ओर केंद्रित होना एक एक्टिव लिसनर होने के लिए महत्वपूर्ण बात है।

एक इंटरैक्टिव एक्टिविटी कराएं

active child

बच्चे के साथ इंटरैक्टिव एक्टिविटी करें जैसे उसे कोई स्टोरी सुनाते हुए बीच में रुक जाएं और बच्चे से पूछें कि उसे क्या लगता है कि इस स्टोरी में आगे क्या होना चाहिए। बच्चे से सुनी हुई स्टोरी का डिस्क्रिप्शन पूछें।

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स्टोरी मेकिंग गेम खेलें

ये लिसनिंग हैबिट मेन्टेन करने अच्छा। आप इसे पूरी फैमिली के साथ भी खेल सकती हैं। घर के सभी लोग एक स्टोरी बनाएं जिसमें एक लाइन बच्चे को सुनने को कहें और सुनकर आगे की स्टोरी क्रिएट करने को बोलें (Personality Development के लिए बच्चों को सुनाएं कहानियां)।

उनकी शब्दावली बढ़ाने में मदद करें

बच्चे एक ऐसे शब्द पर अटक सकते हैं जो उन्हें समझ में नहीं आता है और जो कुछ कहा जा रहा है, उसे याद नहीं करना चाहिए। अपने बच्चे की शब्दावली बढ़ाने में उनकी मदद करें इसके लिए आप बुक्स, ऑनलाइन ऐप्स चार्ट आदि का इस्तेमाल हैं। लेकिन याद रहे ये एक्टिविटी उसे करवाएं।

आप भी एक अच्छी श्रोता बनें

बच्चे को एक्टिव लिसनर बनाने के लिए आपका भी अच्छा श्रोता बनना जरूरी है। इसलिए हमेशा बच्चे की बात ध्यान से सुनें और उसकी बात समझने की कोशिश करें।

इन मुख्य बातों को ध्यान में रखकर आप अपने बच्चे में लिसनिंग हैबिट्स के साथ और भी आदतें डाल सकती हैं जिससे आपका बच्चा कॉन्फिडेंट होने के साथ अपनी कक्षा में भी अच्छा परफॉरमेंस देगा।

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