Number 3: 'तीन तिगड़ा काम बिगड़ा' ये कहावत तो आपने बहुत बार सुनी होगी। आप में से बहुत से लोगों का ये मानना होगा कि तीन अंक अशुभ होता है। किसी भी काम में, पूजा-पाठ में या कहीं भी अगर तीन का आंकड़ा बन रहा तो उसे अशुभ फलदायी समझ लिया जाता है।
ऐसे में आज हम आपको हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ये बताने जा रहे हैं कि तीन के आंकड़े को अशुभ मानना सही है या गलत और इस विषय में शास्त्र क्या कहता है।
धर्म शास्त्रों में 3 का महत्व
- धर्म के आधार पर यह तो प्रमाणित होता है कि 3 का आंकड़ा अशुभ नहीं बल्कि शुभ है। इसके पीछे का कारण यह है कि सृष्टि 3 मूलभूत स्तंभों पर ही आधारित है और वो स्तंभ हैं त्रिदेव।
- ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव के कारण सृष्टि के संचार से लेकर उसके विनाश तक का संपूर्ण चक्र पूरा होता है। वहीं, त्रिदेवियों अर्थात माता लक्ष्मी, माता सरस्वती और माता पार्वती के कारण सृष्टि में संतुलन स्थापित होता है।
- इसके अलावा, जब बात परिक्रमा या आरती की आती है तब भी 3 का आंकड़ा फलदायी माना जाता है क्योंकि परिक्रमा लगाने का मुख्य अंक 3 है और भगवान की आरती भी 3 बार उतारी जाती है।
- भगवान शिव के त्रिशूल के ऊपर का हिस्सा भी 3 भागों में बटा हुआ है। यहां तक कि भगवान शिव को लगाया जाने वाला त्रिपुंड तिलक भी 3 लकीरों से बनता है।
ज्योतिष शास्त्र में 3 का महत्व
- ज्योतिष के अनुसार 3 का आंकड़ा विवाह के लिए अति ही शुभ माना जाता है। इसके पीछे का कारण यह है कि सौर मंडल में प्रमुख ग्रहों सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति (बृहस्पति को मजबूत करने के उपाय) की संख्या भी 3 है।
- कुंडली में भी 3 ही ग्रह प्रमुख माने जाते हैं जो भाग्य को प्रभावित करते हैं।
टैरो कार्ड में 3 का महत्व
- टैरो कार्ड रीडिंग में 3 के अंक को गज का ऊर्जावान बताया गया है। माना जाता है कि जिसके भी व्यक्ति के भाग्य में 3 का अंक लिखा होता है वह अपने जीवन में निरंतर आगे बढ़ता है।
- टैरो कार्ड की दुनिया में 3 अंक मंगल ग्रह का होता है और मंगल (मंगल दोष दूर करने के उपाय) ग्रह को टैरो कार्ड में अचूक अशुभ ग्रह की मान्यता प्राप्त है।
विज्ञान में 3 का महत्व
- विज्ञान के अनुसार, 3 एक बेजोड़ अंक है। इसके पीछे का कारण यह है कि बेजोड़ होने के बाद भी इसके भीतर 2 और 1 अंक का मिश्रण होता है।
- इस कारण यह अन्य अंकों के मुकाबले ज्यादा शुभता प्रदान करता है।
मान्यताओं के आधार पर 3 का महत्व
- थाली में 3 रोटियां रखना अशुभ माना जाता है। रिश्ता की बात करने जाते वक्त 3 लोगों का जाना अशुभ माना जाता है। यहां तक कि घर से निकलते वक्त 3 छींक एक साथ आ जाना अशुभता के रूप में देखा जाता है।
- शास्त्र कहता है कि कुछ बातें व्यक्ति के मानने और न मानने पर आधारित होती हैं। जैसे कि 3 के आंकड़े का शुभ या अशुभ होना पूरी तरह से व्यक्ति विशेष की सोच पर निर्भर करता है। हालांकि धर्म से लेकर ज्योतिष और विज्ञान तक में इस आंकड़े को अत्यंत महत्व दिया गया है।
तो ये था 3 के आंकड़े के अशुभ होने के पीछे का असल सच। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Freepik, Pixabay
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