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Hanuman Jayanti 2023: धार्मिक मान्यताओं में हनुमान जयंती को क्यों बताया है गलत?

हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है लेकिनधार्मिक मान्यताओं में हनुमान जयंती मनाना हनुमान जी के अपमान के समान है। आइये जानते हैं इसके पीछे का तर्क।   
Editorial
Updated:- 2023-03-30, 16:09 IST

Hanuman Jayanti 2023: हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के जन्म का उत्सब धूम-धाम से मनाया जाता है। इ सदीं को हनुमान जयंती के नाम से जाना जाता है। इस साल हनुमान जयंती 6 अप्रैल, दिन गुरुवार को पड़ रही है। जहां एक ओर हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की विधिवत पूजा की जाती है तो वहीं एक धार्मिक मत यह कहता है कि हनुमान जयंती मनाने से हनुमान जी का अपमान होता है। क्या है इसके पीछे का तर्क आइये जानते हैं ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से।

ज्योतिष विशेषज्ञ राधाकांत वत्स जी का कहना है कि जयंती, जन्मोत्सव और जन्मदिवस सुनने में एक जैसे लगते हैं लेकिन इनका अर्थ एक दूसरे से काफी भिन्न है। खास बात यह है कि इस आज के समय में इनके बीच का अंतर बहुत ही कम लोग जानते हैं।

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इसी अंतर को सरल शब्दों में समझाएं तो जयंती उनकी मनाई जाती है जो इस पृथ्वी पर आए और फिर शरीर त्याग कर मृत्यु को प्राप्त हो गए। वहीं, जन्मदिन उनका मनाया जाता है जो पृथ्वी पर जन्में और अभी भी जीवित हैं। यह सामान्य रूप से आपके और हमारे घरों में मनाया जाने वाला पर्व है तो हम अपने या अपने बच्चों की खुशी में मनाते हैं।

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अब आती है बारी जन्मोत्सव की, तो बता दें कि जन्मोत्सव उनका मनाया जाता है जो अवतरित हुए और अपने अवतरण का कार्य पूर्ण कर अपने धाम लौट गए लेकिन इनका पृथ्वी पर आना और पृथ्वी से जाना दोनों ही ईश्वरीय घटना हो। इसी कारण से श्री कृष्ण (श्री कृष्ण के 5 जिंदा सबूत) के जन्म दिवस को जन्माष्टमी और राम जी के जन्म दिवस को राम नवमी के रूप में जाना जाता है नाकि जयंती के तौर पर क्योंकि यह दोनों भगवान विष्णु के अवतार हैं।

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ठीक इसी प्रकार हनुमान जी भी भगवान शिव (भगवान शिव के प्रतीक) के 11वें अवतार माने जाते हैं। साथ ही, वह अजर और अमर हैं। उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी आज भी पृथ्वी पर मौजूद हैं। एस एमें ईश्वर तत्व होने और आज भी पृथ्वी पर वास करने के कारण उनका जन्मोत्सव मनाया जाना चाहिए न कि जयंती।

तो इस कारण से धार्मिक मान्यताओं में हनुमान जयंती मनाना गलत माना गया है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: freepik, shutterstock

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