आपने यह गाना जरूर सुना होगा 'आमदनी अठन्नी खर्चा रुपइया'। हर रोज आप कई नोटों का इस्तेमाल करते होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि हमारे देश में करेंसी नोट को छापने का काम साल 1935 के पहले भारत सरकार करती थी। पर 1 अप्रैल साल 1935 से करेंसी नोट को छापने का काम भारतीय रिजर्व बैंक करने लगा था। लेकिन कभी आपने यह गौर किया है कि हर इंडियन नोट पर यह वाक्य 'मैं धारक को ... रुपये अदा करने का वचन देता हूं' क्यों लिखा होता है? इस लेख में हम आपको बताएंगे इसके पीछे का कारण।
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तो यह थी इंडियन नोट्स के बारे में जानकारी।
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