कभी सोचा है सफेद अखबार पर आखिर क्यों आ जाता है हल्का पीलापन? जान लीजिए इसके पीछे का विज्ञान

अक्सर आपने भी देखा होगा कि अखबार तो बिल्कुल फ्रेश और सफेद पेज के साथ आते हैं, लेकिन कुछ समय बितते ही इसके रंग में पीलापन नजर आने लगता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? अगर नहीं, तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर सफेद अखबार एक समय के बाद पीला क्यों पड़ जता है।
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हम भारतीयों के घर अखबार पढ़ने से ज्यादा पैकिंग में इस्तेमाल होता है। कुछ लोग घर में अलमारी पर अखबार बिछाते हैं। खैर जब आपने अखबार इस्तेमाल किया होगा तो आपने यह भी देखा होगा कि जब नया-नया अखबार आता है तो वह बिल्कुल सफेद होता है, लेकिन जैसे ही कुछ समय बीतता है वैसे ही इसका रंग हल्का पीला पड़ जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? आइए समझते हैं इसके पीछे के विज्ञान को।

अखबार के पीला पड़ने का कारण

यह तो आप सभी जानते हैं कि कागज को लकड़ी से तैयार किया जाता है और लकड़ी में सेल्यूलोज और लिग्निन नामक दो तरह के तत्व होते हैं। इस वजह से यह कागज में भी पाया जाता है। आपको बता दे कि लिग्निन कागज को मजबूती प्रदान करता है, लेकिन जब यूवी रेज ,सूरज की रोशनी में आता है तो इसमें ऑक्सीकरण होने लगता है। इसके कारण लिग्निन टूट जाता है। स प्रक्रिया में लिग्निन पीले रंग का एक यौगिक बनाता है जिसके कारण कागज पीला पड़ जाता है।

ब्लीच की वजह से बदल जाता है अखबार का रंग

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इसका एक और कारण है, दरअसल जब कागज का निर्माण किया जाता है तो इसे ब्लीच किया जाता है ताकि वह सफेद और साफ दिखाई दे, हालांकि समय के साथ यह ब्लीचिंग एजेंट अपने मूल रंग में लौटने लगते हैं, जिससे अखबार में पीलापन आने लगता है। अखबार में इस्तेमाल की जाने वाली रंगीन सियाहियां भी एक कारण हो सकती है, सियाहियां समय के साथ ऑक्सिडाइज्ड हो सकती है, जिससे कागज का रंग बदल सकता है।

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अखबार को पीले होने से कैसे बचाएं?

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अगर आप अखबार की स्टोरेज अच्छी करते हैं, इसे सीधे धूप में नहीं रखते हैं तो यह जल्दी पिला नहीं होता है। कागज को ठंडी और सूखी जगह पर रखना इसके जीवन काल को बढ़ा सकती है और पीलेपन को कम कर सकती है।

अब आप सोच रहे होंगे कि कुछ दूसरी तरह के पेपर होते हैं, जिनका रंग तेजी से नहीं बदलता है, तो इसके पीछे भी एक कारण है। यह महंगे पेपर होते हैं और ऐसा इन पेपर्स के साथ बहुत धीमी गति से होता है, क्योंकि पेपर को तैयार करने के बाद इसमें से लिग्निन को बाहर निकाल दिया जाता है।

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Image Credit: Freepik


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