स्कूटर, बाइक या कार में जब भी पेट्रोल-डीजल भरवाने की बात आती है, तो कुछ लोग राउंड फिगर की जगह ऑड फिगर में फ्यूल भरवाना पसंद करते हैं। आपने अक्सर ही फ्यूल स्टेशन पर सुना होगा कि 110, 205 या 495 का पेट्रोल-डीजल डाल दीजिए। लेकिन, क्या आप जानती हैं इसके पीछे क्या लॉजिक होता है? क्या इसके पीछे सच में कोई फायदा होता है या फिर यह केवल मनोवैज्ञानिक खेल है।
राउंड फिगर की जगह ऑड फिगर में पेट्रोल-डीजल भरवाने वाले लोगों का यह तर्क होता है कि वह फ्यूल स्टेशन पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए ऐसा करते हैं। कहा जाता है कि फ्यूल स्टेशन पर राउंड फिगर के लिए ऐसी सेटिंग की गई होती है, जिसमें अमाउंट से कम पेट्रोल-डीजल मिलता है। अगर आपको भी ऐसा लगता है, तो आइए यहां जानते हैं कि आखिर राउंड फिगर की जगह ऑड फिगर में पेट्रोल-डीजल भरवाने के पीछे की सच्चाई क्या होती है और आपके लिए कौन-सा तरीका फायदेमंद साबित हो सकता है।
पेट्रोल पंप की मशीन कैसे काम करती है?
पेट्रोल पंप पर जिस मशीन से पेट्रोल भरा जाता है, वह एक फ्लो मीटर सिस्टम पर काम करती हैं। वहीं, जिस पाइपनुमा नोजल से स्कूटर, बाइक या कार में पेट्रोल-डीजल डाला जाता है, उसमें एक सेंसर होता है। यह सेंसर ही पेट्रोल की मात्रा को नापता है और फिर उसी के आधार पर फ्यूल की कीमत मशीन पर दिखाई देती है।
इसे भी पढ़ें: मिलावटी पेट्रोल की पहचान करना है आसान, बस आजमाएं ये टिप्स
आप यहां कंफ्यूज हो सकती हैं कि अगर मात्रा के हिसाब से पेट्रोल-डीजल की कीमत मशीन पर दिखाई देती है, तो यहां राउंड फिगर या ऑड फिगर का क्या कनेक्शन है। इसे यहां आसान भाषा में समझ सकती हैं, कि पेट्रोल जितनी भी मात्रा में भरवाया जाता है, मशीन उसी हिसाब से कीमत दिखाती है। उसका पैसे से कोई लेना देना नहीं होता है। लेकिन, यहां एक ट्विस्ट है जिसे समझ लेना जरूरी है।
दरअसल, पेट्रोल पंप पर मशीन में 100, 200, 500 और 1000 रुपये जैसी रकम के लिए प्री-कोड्स सेट होते हैं। यह प्री-कोड्स पेट्रोल पंप वर्क्स समय और मेहनत बचाने के लिए करते हैं। इन कोड्स की मदद से एक क्लिक कर फ्यूल भर जाता है। लेकिन, इन्हीं प्री-सेट कोड्स की वजह से लोगों के बीच धारणा है कि राउंड फिगर में पेट्रोल-डीजल भरवाने पर कम फ्यूल मिलता है या पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी होती है। (पेट्रोल-डीजल भरते समय इन बातों पर जरूर दें ध्यान)
राउंड फिगर या ऑड फिगर, किसमें पेट्रोल-डीजल भरवाना है फायदेमंद?
फ्यूल स्टेशन की मशीन पेट्रोल-डीजल की मात्रा यानी लीटर को रुपये में बदल देती है। ऐसे में जब भी उपभोक्ता राउंड फिगर यानी 100, 200 या 500 की जगह 110, 205 या 495 का पेट्रोल-डीजल भरवाता है, तो इसका पेट्रोल-डीजल की मात्रा पर कोई असर पड़ने की उम्मीद कम ही हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: क्या पेट्रोल भी होता है एक्सपायर? क्या होगा अगर आप टैंक में लंबे समय के लिए छोड़ देंगे इसे
पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी से बचने के लिए क्या करें?
ऑड फिगर की जगह आप फ्यूल स्टेशन पर पेट्रोल-डीजल की कितनी मात्रा आपकी गाड़ी में डाली गई है यह देखने के लिए मशीन पर फ्यूल लीटर में दिखाने की रिक्वेस्ट कर सकती हैं। सही मात्रा में फ्यूल की जानकारी मिलने पर आप सही अमाउंट की पेमेंट की जा सकती है।
पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी से बचने के लिए अपने स्कूटर, बाइक और कार का फ्यूल मीटर सही रखना चाहिए। जिससे आपको फ्यूल की मात्रा का अंदाजा लग सके।
आप चाहें तो अलग-अलग फ्यूल स्टेशन से पेट्रोल-डीजल भरवा सकती हैं। इसी के साथ जब भी पेट्रोल भरवाएं, तो मशीन पर नजर रखें कि फ्यूल जब भरना शुरू होता है तो आंकड़ा जीरो से शुरू हो रहा है या नहीं। (पेट्रोल पंप पर मुफ्त में मिलती हैं ये सुविधाएं)
हमारी स्टोरी से रिलेटेड अगर कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों