अक्सर, आपने भी विदेश से आने वाले किसी रिश्तेदार के मुंह से सुना होगा या फिर फिल्मों में देखा होगा, कि कुछ देशों में गाड़ियां सड़क के दायीं तरफ यानी राइट हैंड साइड पर चलती हैं, जबकि गाड़ी में असेंबल स्टीयरिंग लेफ्ट साइड में होती है। वहीं, इसके उलट भारत में गाड़ियां सड़क पर बायीं तरफ यानी लेफ्ट हैंड साइड चलती हैं, लेकिन भारत में स्टीयरिंग इसके उलट राइट साइड में लगी होती है।
क्या कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? अगर नहीं, तो आज हम बात करने वाले हैं कि कैसे अलग अलग देश में गाड़ियों की चलने की दिशा तय हुई है। आपको बता दें, दुनिया भर में लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा देशों में सड़क पर दायीं तरफ चलने का नियम है। वहीं, सौ से कम देशों में सड़क पर की बायीं तरफ चलने का नियम लागू होता है।
क्या है गाड़ियों के दाहिनी ओर चलने की प्रथा और इतिहास
गाड़ियों के दाहिनी ओर चलने की प्रथा का इतिहास काफी पुराना है। माना जाता है कि यह प्रथा रोमन साम्राज्य से शुरू हुई थी। रोमन साम्राज्य में, लोग तलवारें पहनते थे और अपनी तलवार को अपने दाहिने हाथ में रखते थे। इसलिए, जब वे चलते थे, तो वे अपनी तलवार से अन्य लोगों को चोट न पहुँचाने के लिए सड़क के दाईं ओर चलते थे।
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मध्य युग में, इस प्रथा को ब्रिटिशर्स ने भी अपनाया था। जब लोगों ने घोड़ों पर सवारी करना शुरू किया, तो वे भी सड़क के दाईं ओर सवारी करते थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि उन्हें अपने बाएं हाथ से घोड़े को नियंत्रित करना आसान लगता था। बाद में ब्रिटेन ने जिस भी देश पर शासन किया, उसने 1800 के दशक में बायीं ओर गाड़ी चलाना अनिवार्य कर दिया।
शासकों के आदेश पर कैसे बदल गए नियम
अठारहवीं शताब्दी में, जब गाड़ियों का आविष्कार हुआ, तो लोगों ने उन्हें भी सड़क के दाईं ओर चलाना शुरू किया। यह इसलिए था क्योंकि यह अधिक सुरक्षित माना जाता था कि गाड़ियां एक-दूसरे से टकराती हों तो उनकी गति सीधी हो।
हालांकि, फ्रांसीसी शासक नेपोलियन बाएं हाथ का इस्तेमाल करता था, इसलिए वह दाहिनी ओर चलाता था और दाहिनी ओर हथियार रखता था, जिसके कारण फ्रांस और उसके कालोनी वालों को दाहिनी ओर ड्राइविंग अपनानी पड़ी।
अमेरिका में उनके वाहनों को घोड़ों के एक समूह द्वारा चलाया जाता था और चालक बाईं ओर बैठता था और इस प्रकार वे दाईं ओर गाड़ी चलाते थे। 20वीं सदी में यूरोप महाद्वीप ने एकरूपता लाने और दाईं ओर ड्राइविंग पर जोर देने पर काम किया। माना जाता है कि दाईं ओर चलने का नियम को सबसे पहले 1792 में अमेरिका में लागू किया गया था।
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भारत में क्यों बना ऐसा नियम
हालांकि, भारत और आयरलैंड जैसे देश ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा हुआ करते थे, फिर भी वे बाईं ओर गाड़ी चलाना पसंद करते थे। आज, दुनिया के ज्यादातर देशों में गाड़ियां सड़क के दाईं ओर चलती हैं। इनमें उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और ज्यादातर एशियाई देश शामिल हैं।
भारत और कुछ अन्य देश, जैसे कि जापान, ब्रिटेन, आयरलैंड और सिंगापुर में गाड़ियां सड़क के बाईं ओर चलती हैं। इन देशों में गाड़ियां सड़क के दाईं ओर चलने वाले देशों की तुलना में कम हैं।
गाड़ियों के दाहिनी ओर चलने की प्रथा बदलने की कोशिश की गई हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह महंगी प्रक्रिया हो सकती है। इसके अलावा, लोगों को नई आदत डालने में समय लग सकता है।
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