Why Driving Seats on Left Sides In India: दुनिया के अलग-अलग देशों में गाड़ियों की ड्राइविंग सीट का स्थान भी अलग-अलग है। यह किसी देश में आपको दाईं तरफ तो कहीं बाईं तरफ भी देखने को मिल सकती है। ड्राइविंग सीट की स्थिती उस देश के यातायात नियमों और ऐतिहासिक परंपराओं पर निर्भर करता है। कई देशों की गाड़ियों में ड्राइवर की सीटें दाईं तरफ होती है, जबकि भारत में यह आपको बाईं तरफ दिखेंगी। कभी सोचा है कि आखिर गाड़ियों में ऐसा क्यों होता है और भारत की गाड़ियों में यह केवल बाईं तरफ ही क्यों होता है? आइए आज हम आपको इसके पीछे की वजह के बारे में बताते हैं।
भारत की गाड़ियों में बाईं तरफ क्यों होती है ड्राइविंग सीट?
किस देश में ड्राइविंग सीट किस ओर होगी, यह वहां के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और औपनिवेशिक प्रभावों पर निर्भर करता है। ड्राइविंग सीट की स्थिती सिर्फ डिजाइन का मामला नहीं है, बल्कि इसका गहरा कनेक्शन इतिहास और कानूनों से भी है। भारत में गाड़ियों की ड्राइविंग सीट बाईं तरफ है, क्योंकि भारत ब्रिटिश परंपराओं का अनुसरण करता है। ब्रिटेन ने अपने उपनिवेशों में सड़क पर बाईं ओर चलने का नियम लागू किया था और उसने जिन देशों पर शासन किया, वहां सड़कों पर बाईं तरफ चलने की प्रणाली लागू हुई, जिसे आज भी फॉलो किया जा रहा है।
बाईं ओर ड्राइविंग करने वाले देश
दुनिया के कई देशों में सड़क पर बाईं ओर ड्राइविंग होती है। इनमें भारत, ब्रिटेन, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान और सिंगापुर आद शामिल हैं। इन देशों में ड्राइविंग सीट गाड़ी के बाईं ओर होती है। ऐसी प्रथा चालक को सड़क के बीच की लेन और सामने से आने वाले वाहनों पर साफ नजर रखने के लिए अपनाई गई थी।
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