कहा जाता है कि सही दिशा में और सही तरीके से सोना किसी भी व्यक्ति की सेहत और शरीर दोनों के लिए लाभदायक है। इसलिए अक्सर लोग अपने सोने के कमरे और दिशा का निर्धारण सोच समझकर करते हैं। कई लोग सोने की सही दिशा के लिए वास्तु शास्त्र की सलाह लेते हैं तो कुछ लोग ज्योतिष की बातों को ध्यान में रखकर सोने की दिशा निर्धारित करते हैं। यही नहीं ऐसा माना जाता है कि सोने के लिए इस बात के भी बहुत मायने हैं कि सोते समय सिर और पैर किस तरफ होने चाहिए जिसके शरीर और मन में किसी तरह के दुष्प्रभाव न पड़ें।
मुख्य रूप से सही दिशा में सिर करके सोना कई तरह से लोगों के मन मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है। वास्तव में सोते समय किस तरफ सिर होना चाहिए और किस तरफ पैर, इस बात का पता लगाने के लिए हमने Life Coach और Astrologer, Sheetal Shaparia जी से बात की और उन्होंने हमें वास्तु के अनुसार सोने की सही दिशा के बारे में बताया जो आपको भी जान लेना चाहिए।
सोने के लिए सबसे अच्छी दिशा
शीतल जी बताती हैं कि वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, सोने के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व और दक्षिण दिशा है। ऐसा माना जाता है कि सोते समय आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए जबकि पैर पश्चिम या उत्तर की ओर होने चाहिए। वास्तु शास्त्र इन दिशाओं को सोने की सबसे अच्छी दिशा मानता है और इन दिशाओं की ओर सिर और पैर करके सोने से अच्छी नींद तो आती है शरीर भी स्वस्थ रहता है। यह वास्तु के अलावा सोने का वैज्ञानिक तरीका भी है।
पूर्व दिशा क्यों है सोने की सबसे अच्छी दिशा
ऐसा माना जाता है कि पूर्व दिशा उगते सूर्य की दिशा होती है और इसे ध्यान और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए भी अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति पूर्व की ओर सिर करके और पश्चिम की ओर पैर करके सोता है तो उसे सबसे अच्छी नींद आती है। ऐसे व्यक्ति को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। सोने के लिए पूर्व दिशा सबसे अच्छी दिशा है क्योंकि इससे याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है। जो लोग इस निर्धारित दिशा में सोते हैं उन्हें याददाश्त तेज करने में मदद मिलती है। वास्तु की मानें तो जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं या पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं उन्हें इसी दिशा की ओर सिर और पैर करके सोना चाहिए जिससे उन्हें नींद में कोई बाधा न हो और उनकी एकाग्रता बढ़े।
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दक्षिण दिशा सबसे अच्छी नींद की दिशा
वास्तु शास्त्र में जब भी सोने की सही दिशा का जिक्र होता है सिर दक्षिण की ओर और पैर उत्तर की ओर करके सोने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा मृत्यु के देवता भगवान यम की दिशा है। वास्तु के अनुसार, इस दिशा में सोने से गहरी नींद आती है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिसमें रक्तचाप कम करना और नींद की कमी और चिंता की समस्याओं को दूर करना शामिल हैं। जो लोग इस दिशा के अनुसार सिर और पैर करके सोते हैं उनकी नींद में कोई बाधा नहीं होती है और धन और समृद्धि उनकी ओर आकर्षित होती है।
दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोने का महत्व
वास्तु शास्त्र कहता है कि अगर व्यक्ति दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोता है तो उसकी सेहत हमेशा अच्छी बनी रहती है। इतना ही नहीं, वह कई तरह की बीमारियों से भी दूर रहता है। यदि वास्तु की न भी मानें तो इसके विज्ञान से जुड़े भी कुछ कारण हैं जो इसे सिर रखकर सोने के लिए सबसे अच्छी दिशा बनाते हैं। विज्ञान के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से चुंबकीय धारा पैर से प्रवेश करते हुए सिर की ओर निकलती है जो मानसिक तनावको बढ़ाती है और ऐसे व्यक्ति को डिप्रेशन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वहीं यदि आप दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोते हैं तो आपका पैरउत्तर दिशा की ओर होता है जो तनाव कम करने में मदद करता है।
भूलकर भी इस दिशा की ओर न करें पैर
जब भी आप सोते हैं तो आपको भूलकर भी पूर्व और दक्षिण दिशा की और पैर नहीं करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यदि व्यक्ति पूर्व की ओर पैर करके सोता है तो वह सूर्य की दिशा की ओर पैर करता है जो सूर्य समेत कई देवताओं का अपमान करने के समान है। इसलिए पूर्व की ओर पैर करने से तनाव बढ़ने के साथ शरीर भी रोगी होने लगता है। इसके अलावा दक्षिण की दिशा को पितरों की दिशा भी माना जाता है इसलिए भूलकर भी इस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए नहीं तो पितृ दोष लगता है और पितरों के श्राप से घर में कष्टों का आगमन होने लगता है।
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सोते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- कभी भी संध्याकाल यानी सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए।
- कोशिश करें कि रात्रि में जल्दी सो जाएं और सुबह जल्दी उठें जिससे शरीर निरोगी रह सके।
- सोने के कमरे में कभी भी पूजा स्थान न बनाएं।
- कभी भी बिस्तर पर बैठकर खाना न खाएं ऐसा करने से बुरे सपने आते हैं। .
उपर्युक्त बातों का ध्यान रखते हुए जब आप सोने की सही दिशा का निर्धारण करती हैं तो ये कई मायने में आपके लिए लाभकारी होता है।
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