घर का मुख्य द्वार वह स्थान होता है जहां से किसी भी तरह की ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसी वजह से इसे बहुत प्रमुख माना जाता है। वास्तु की मानें तो घर का मुख्य द्वार हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होना चाहिए जिससे घर के सभी लोगों के बीच समृद्धि बनी रहे और खुशहाली आए।
ऐसे ही यदि घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा की तरफ हो तो कई जगहों पर इसे शुभ नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि मुख्य द्वार दक्षिण दिशा की तरफ हो तो वो घर के मुखिया के लिए शुभ नहीं माना जाता है और घर में कई समस्याएं आ सकती हैं, लेकिन कई बार आपको किसी न किसी वजह से दक्षिण दिशा वाले मुख्य द्वार का घर लेना पड़ता है और आप उसमें रहने की योजना भी बना लेते हैं।
हालांकि ऐसा हमेशा जरूरी नहीं होता है कि दक्षिण का प्रवेश द्वार सबके लिए अशुभ हो, लेकिन आपको इस तरह के घर के लिए कुछ विशेष वास्तु उपाय आजमाने की सलाह दी जाती है। आइए आइए Life Coach और Astrologer, Sheetal Shaparia जी से जानें इसके बारे में विस्तार से।
क्या दक्षिण मुखी मुख्य द्वार वास्तु के अनुसार अच्छा है?
वास्तु की मानें तो किसी भी घर का मुख्य द्वार उस घर के सटीक स्थान पर निर्भर करता है। जैसे यदि आपका मुख्य द्वार ठीक दक्षिण पूर्व दिशामें है तो ये आपके लिए शुभ नहीं होगा हालांकि यदि प्रवेश द्वार दक्षिण पूर्व और दक्षिण के बीच स्थित है तो यह आपके लिए उत्तम हो सकता है। वहीं यदि आपका प्रवेश द्वार दक्षिण पश्चिम दिशा में है तो आपको ऐसे घरों में न रहने की सलाह दी जाती है।
मान्यता यह है कि दक्षिण दिशा यम की दिशा होती है, इसी वजह से इस दिशा में मुख्य द्वार को आपके घर के लिए शुभ नहीं माना जाता है। वहीं अगर हम दूसरे पहलू की बात करें तो यम को धर्मराज भी कहा जाता है और वह न्याय और सत्यनिष्ठा के प्रतीक हैं। इस प्रकार, दक्षिण दिशा में सही ढंग से बनाया गया प्रवेश द्वार आपके लिए प्रसिद्धि और भाग्य ला सकता है।
दक्षिण मुखी मुख्य द्वार के लिए वास्तु उपाय
यदि आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा की तरफ खुलता है तो इसे हमेशा साफ़ सुथरा रखना जरूरी है, जिससे किसी भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश घर के भीतर न हो पाए। इस तरह के द्वार के लिए विशेष वास्तु टिप्स आजमाने की सलाह दी जाती है।
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दक्षिण दिशा के मुख्य प्रवेश द्वार का रंग कैसा होना चाहिए
मुख्य प्रवेश द्वार को लाल या पीले रंग से रंगना अच्छा विकल्प माना जाता है। यदि आप इस स्थान के लिए सही रंगों का चुनाव नहीं कर सकती हैं तो अग्नि तत्व को बढ़ाने के लिए लाल रोशनी करें और इस स्थान इस स्थान पर कभी भी अंधेरा न होने दें। इसके साथ ही अगर आप मुख्य द्वार पर चौड़ी और लाल या नारंगी रंग की डोरमैट लगाएं इससे घर के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
दक्षिण दिशा के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाएं पौधे
यदि आपका प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा की तरफ है तो आप उस स्थान पर हरे पौधे लगाएं जिससे आपके घर और प्रवेश द्वार का अग्नि तत्व मजबूत होता है। इस स्थान पर आप यदि मुख्य रूप से तांबे से बने सजावटी सामान रखती हैं तो यह आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है और ये किसी भी नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में मदद करता है।
आप किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने के लिए मुख्य द्वार पर त्रिकोणीय आकार की तांबे की प्लेट भी लटका सकती हैं या फिर इस स्थान पर विंड चाइम लगा सकती है।
दक्षिण दिशा के मुख्य द्वार पर रखें पानी का बर्तन
यदि आपका मुख्य द्वार दक्षिण दिशा की तरफ है तो आपको हमेशा मुख्य द्वार हमेशा पीतल के बर्तन में पानी भरकर रखना चाहिए। इससे जो भी नकारात्मक ऊर्जा है वो पानी में अवशोषित हो जाएगी और आपके घर में किसी भी परेशानी का प्रवेश नहीं होता है।
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दक्षिण दिशा के मुख्य द्वार पर लगाएं शुभ चिह्न
यदि आपका मुख्य प्रवेश द्वार इस दिशा की तरफ है तो आप मुख्य द्वार पर कुछ विशेष चिह्न अंकित करें। आप मुख्य द्वार पर ॐ और स्वास्तिक जैसे चिह्न बना सकती हैं, इससे आपके घर में किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
अगर आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा की तरफ है तो आपको यहां बताए वास्तु उपाय आजमाने चाहिए जिससे हमेशा खुशहाली बनी रहे।
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