सरकार की ओर से दिव्यांग लोगों के लिए कई सुविधाएं और योजनाएं चलाई जाती है। इन योजनाओं का मकसद दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाना और उन्हें एक सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करना होता है। लेकिन जागरूकता न होने के कारण ऐसे लोगों अपने हक से वंचित रह जाते हैं। इसी समस्या को दूर करती है, UDID कार्ड यानी यूनीक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड। जिसके लिए कोई भी दिव्यांग व्यक्ति घर बैठे ही अप्लाई कर सकते हैं।
इन योजनाओं और सुविधाओं के अलावा, सरकार दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कई अन्य पहल भी करती है, जैसे कि दिव्यांगता जागरूकता अभियान और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कानूनी अधिकारों की रक्षा। अप्लाई करने से ले कर क्या है UDID कार्ड? जानने के लिए पढ़ें पूरी आर्टिकल।
क्या है UDID कार्ड?
यूनिक डिसेबिलिटी आईडी (UDID), जिसे स्वावलंबन कार्ड भी कहा जाता है। एक 12 अंकों की खास तरह की पहचान संख्या होती है, जो भारत सरकार द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों यानी पीडब्ल्यूडी श्रेणी में आने वाले लोगों के लिए जारी की जाती है। इस कार्ड से कई तरह के फायदे होते हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ:
यूडीआईडी कार्ड धारक सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और विशेषाधिकारों का लाभ उठा सकते हैं, जैसे कि एजुकेशन लोन पर ब्याज में छूट, रेलवे किराए में रियायत और सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा।
आसानी से होती है पहचान:
यूडीआईडी कार्ड एक मान्यता प्राप्त दस्तावेज होता है, जो दिव्यांगता के प्रकार और उसकी गंभीरता को प्रमाणित करता है। इससे पीडब्ल्यूडी के लिए कई स्थानों पर पहचान साबित करना और सरकारी सेवाओं का लाभ उठाना आसान हो जाता है।
डेटाबेस का निर्माण:
यूडीआईडी योजना दिव्यांग व्यक्तियों का एक नेशनल डेटाबेस बनाने में मदद करती है। इससे सरकार को उनकी जरूरतों को बेहतर ढंग से समझने और उनके लिए प्रभावी तरीके से योजनाएं बनाने में मदद मिलती है।
समावेशी विकास:
यूडीआईडी योजना का लक्ष्य दिव्यांग व्यक्तियों को समाज की मेनस्ट्रीम में लाना और उन्हें समान अवसर प्रदान करना है। यह कार्ड उन्हें सशक्त बनाता है और उन्हें अपने अधिकारों का दावा करने में मदद करता है।
यूडीआईडी कार्ड प्राप्त करने के लिए, दिव्यांग व्यक्तियों को ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करते समय, उन्हें अपनी दिव्यांगता का प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। कार्ड जारी होने के बाद, पीडब्ल्यूडी इसे सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने के लिए पहचान पत्र के तौर पर उपयोग कर सकते हैं।
यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें
यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए, आपको भारत का नागरिक होना चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त चिकित्सा प्राधिकारी द्वारा दी गई कम से कम 40% विकलांगता का प्रमाण पत्र होना चाहिए।
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ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करें:
- आप https://www.swavlambancard.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- आप अपने नजदीकी जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र (DDRC) में जाकर ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।

आवश्यक दस्तावेज जमा करें:
ऑनलाइन आवेदन करते समय, आपको स्कैन किए गए दस्तावेज अपलोड करने होंगे, जबकि ऑफलाइन आवेदन करते समय, आपको मूल दस्तावेज जमा करने होंगे। आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं:
- डिसएब्लिटी सर्टिफिकेट
- ऐज प्रूफ के लिए Birth Certificate और Aadhar Card
- पहचान पत्र के लिए Aadhaar Card और Voter ID Card
- इसके लिए Passport size photo
आवेदन शुल्क का भुगतान करें:
- ऑनलाइन आवेदन करते समय, आपको किसी तरह का आवेदन शुल्क नहीं देना होगा।
- ऑफलाइन आवेदन करते समय, आपको आवेदन शुल्क का भुगतान देना पड़ सकता है।
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