अच्छा! आपसे एक सवाल है। क्या आप सेहत के प्रति सचेत रहते हैं? अगर हां, तो फिर आपको डिजिटल हेल्थ कार्ड के बारे में ज़रूर मालूम होगा? अगर आपको इसके बारे में कुछ अधिक जानकारी नहीं है, तो आज इस लेख में हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से डिजिटल हेल्थ कार्ड चर्चा का विषय बना हुआ है। खासकर जब से विश्व भर में कोरोना फैला है, तब से सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि, विश्व भर में इस पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। आज के समय में लगभग हर कोई इसके माध्यम से बहुत कम पैसे में आसानी से अपना इलाज करवा सकता है। इस पहचान पत्र में लोगों का स्वास्थ्य संबंधी जानकारी आसानी से मौजूद होती है, तो आइए इसके बारे में जानते हैं।
क्या है डिजिटल हेल्थ कार्ड?
सबसे पहले आपको बताते है कि डिजिटल हेल्थ कार्ड क्या होता है। आपको बता दें कि यह एक तरह से सामान्य कार्ड की तरह होता है जिसमें स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड मौजूद रहता है। अगर सीधे शब्दों में बोला जाए तो, आपकी बीमारियों के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी। इसमें पता, पिता का नाम, आदि चीजें डिजिटल रूप में मौजूद होंगी। इसे आधार कार्ड की तरह आसानी से कैरी कर सकते हैं।
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कैसे बनेगा डिजिटल हेल्थ कार्ड
डिजिटल हेल्थ कार्ड को आप आसानी से घर पर ही ऑनलाइन माध्यम से बना सकते हैं। इसके अलावा आप कॉमन सर्विस या साइबर कैफे में जाकर भी बनवा सकते हैं। अगर आप खुद ही बनाना चाहते हैं, तो फिर आपको ndhm.gov.in पर जानकर स्टेप-बाय-स्टेप फॉर्म को भरना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपको 'क्रिएट हेल्थ आईडी' विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाने के लिए आप आधार कार्ड या मोबाइल नंबर में से विकल्प का चुनाव कर सकते हैं।
- फ़ोन नंबर डालते ही आपको एक ओटीपी मिलेगी।
- ओटीपी जैसे ही डालेंगे आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा जिसके बाद आपको सभी जानकारी देनी होगी।
- जब आप सभी जानकारी भर देंगे तो आपके डिजिटल हेल्थ कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
- इस कार्ड में एक क्यूआर कोड भी होता है।
डिजिटल हेल्थ कार्ड के फायदे
डिजिटल हेल्थ कार्ड के सबसे बड़े फायदे ये है कि आपको डॉक्टर के पुराने पर्चे और टेस्ट की रिपोर्ट को साथ लेकर जाने की ज़रूरत नहीं है। इस कार्ड के माध्यम सभी जानकारी एक साथ रहती है। इस कार्ड के ऊपर मौजूद यूनिक आईडी नंबर से डॉक्टर आपकी पिछली स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के बारे में आसानी से जान जाएंगे। अगर कोई रिपोर्ट खो जाती है, तो इस कार्ड में मौजूद जानकारी काम आ जाएगी। एक तरह से आपकी मेडिकल हिस्ट्री इस कार्ड में मौजूद होगी।
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