What Is The Meaning Of Different PAN Card: नागरिकता की पहचान के लिए पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाने वाला यह कार्ड हर जगह पर आपकी आइडिंटिटी की तरह काम करता है। बैंक से लेकर शैक्षणिक संस्थान और एग्जाम तक में ये दस्तावेज अहम रोल निभाता है।
पैन कार्ड, समय के साथ विभिन्न रूप में आए हैं। हाल ही में, इसका एक अपग्रेडेड वर्जन पैन 2.0 का नाम सामने आया है, जिसे QR कोड वाला पैन कार्ड का नाम भी दिया जा रहा है। ऐसे में, लोग काफी कंफ्यूज हैं कि आखिर इसका क्या फायदा होगा और नॉर्मल पैन, ई-पैन का क्या मतलब है। अगर आपको भी पैन कार्ड के इन सारे वर्जन के बीच के अंतर के बारे में नहीं पता है, तो चलिए आज हम आपको बताते हैं। साथ ही, हम आपको यह भी बताएंगे कि आपके लिए नॉर्मल पैन, ई-पैन और पैन 2.0 में कौन सा जरूरी है।
नॉर्मल पैन कार्ड एक पारंपरिक पैन कार्ड है, जो फिजिकल फॉर्मेट में मिलता है। नॉर्मल पैन कार्ड इनकम टैक्स फाइलिंग, बैंक अकाउंट खोलने, और वित्तीय लेन-देन के लिए जरूरी है। इसे बनवाने के लिए NSDL या UTIITSL की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। वहीं, पैन कार्ड आवेदन केंद्र में जाकर ऑफलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। इसके लिए आपको NSDL पैन कार्यालय को आवेदन भेजना होता है। आवेदन के 15-20 दिनों के बाद पोस्ट ऑफिस के जरिए आपके पास डिलीवरी कर दी जाएगी।
ई-पैन की बात करें तो यह डिजिटल फॉर्मेट में होता है, जिसे आप तुरंत डाउनलोड कर सकते हैं। यह आपके फोन में सेव रहेगा, यह QR कोड-आधारित पहचान पत्र के रूप में काम करता है। यह फास्ट डिलीवरी, पेपरलेस और इको-फ्रेंडली पैन कार्ड है।
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जबकि पैन 2.0, अपग्रेडेड पैन कार्ड वर्जन है, जिसमें अपडेटेड फीचर्स शामिल हैं। फ्रॉड प्रोटेक्शन के लिए एडवांस तकनीक द्वारा बना यह पैन कार्ड QR कोड से भी आपकी पहचान बता सकता है। यह कार्ड ऑटोमैटिक अन्य सरकारी दस्तावेजों के साथ लिंक रहेगा। यानी आपको अलग से बैंक आदि के कामों के लिए पैन कार्ड लिंक कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पैन 2.0, अन्य के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित और तुरंत एक्सेस होने वाला वर्जन है।
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नॉर्मल पैन, ई-पैन या पैन 2.0 तीनों ही पैन कार्ड का इस्तेमाल अलग-अलग जरूरतों के अनुसार किया जाता है। पारम्परिक दस्तावेजों या आइडिंटिटी प्रूव के लिए नॉर्मल पैन कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, पैन कार्ड की तत्काल आवश्यकता के समय ई-पैन कार्ड हमेशा काम आता है, जिसका डिजिटल इस्तेमाल किया जाता है। जबकि, PAN 2.0, भविष्य की जरूरतों के लिए बेहद जरूरी है।
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