प्लेन में बैकसीट ड्राइविंग क्या है? जिसे बंद करने के लिए सरकार ने दी क्लियर वार्निंग

बैकसीट ड्राइविंग को बैन करने की बात सुनने के बाद प्लेन में सफर करने वाले यात्रियों के मन में कई तरह के सवाल आ रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर सरकार द्वारा इसे बंद क्यों किया जा रहा है।
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प्लेन हादसे की घटनाएं देखने के बाद अब सरकार यात्रियों की सुरक्षा का हर बारीकी से ध्यान रखने की कोशिश कर रही है। बीते दिनों एयर इंडिया के चेयरपर्सन के साथ बैठक में सरकार ने 2 सख्त जानकारी दी है। इसमें से हिदायत यह थी कि बैकसीट ड्राइविंग को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि यह बैकसीट ड्राइविंग क्या है। क्या बैकसीट ड्राइविंग का अर्थ यह है कि पायलट कहीं और बैठकर भी प्लेन चलाता है? अगर आपके दिमाग में भी इस तरह की चीजें चल रही हैं, तो यह आर्टिकल आपके काम आएगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बैकसीट ड्राइविंग के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

प्लेन में बैकसीट ड्राइविंग क्या है?

प्लेन में बैकसीट ड्राइविंग का मतलब यह नहीं है कि पायलन कहीं और बैठकर प्लेन को उड़ा रहा है। इसका अर्थ होता है कि कोई और फ्लाइट से जुड़ा फैसला लेता है। यानी अगर फ्लाइट में कोई दिक्कत है, तो पायलट द्वारा इसके बारे में नीचे बैठे अधिकारी को बताना होगा। इसके बाद नीचे बैठा अधिकारी इसके बारे में फैसला लेगा कि आगे क्या करना है। इसलिए सरकार द्वारा एयर इंडिया को यह आदेश दिया गया कि वह इस पर्दे के पीछे फैसले लेने की संस्कृति को खत्म करें।

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इसके अलावा फ्लाइट से जुड़ा कोई भी फैसला प्रमुख पदों पर बैठे लोगों को ही लेना चाहिए। अक्सर देखा जाता रहा है कि फैसला कोई और लेता है और सीट पर कोई और बैठा है।

बैकसीट ड्राइविंग क्यों बंद करने की बात कही गई?

इसका सबसे बड़ा कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए किया गया है। कोई भी घटना की जानकारी पायलट द्वारा नीचे बैठे सहायक कर्ता को दी जाती है। ऐसे में बड़े पोस्ट पर बैठे लोग खुद फैसला नहीं लेते और इसके लिए अन्य अधिकारियों को आदेश देने की बात कहते हैं। इसके बाद जब हादसा हो जाता है, तो वह अधिकारी फंस जाता है। इसलिए, सरकार ने इस बात पर खास जोर दिया है कि पर्दे के पीछे फैसले लेने की संस्कृति को खत्म किया जाए। बता दें कि फ्लाइट से जुड़ी जानकारी अगर यात्रियों को भी पता होगी, तो उनके लिए भी सफर करना आसान होगा।

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image credit- freepik

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