कभी सोचा है, अंतरिक्ष में मरने वाले एस्ट्रोनॉट के मृत शरीर के साथ क्या होता है?

एस्ट्रोनॉट्स को देखकर वाकई बहुत अच्छी फीलिंग आती है, लेकिन उनके लिए अंतरिक्ष में जाना और अपना काम करना बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसे मामलों में कई बार किसी अनहोनी का डर रहता है। 

What happens to dead astronauts

चांद और मंगल पर जाने की इंसानों की इच्छा अब और विकराल होती जा रही है। भारत का चंद्रयान मिशन हो या फिर नासा का दोबारा चांद पर इंसानों को भेजने का मिशन सब कुछ बहुत ही महत्वकांक्षी है, लेकिन इन मिशन के साथ लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। अंतरिक्ष में जाना और वहां काम करना ना सिर्फ खतरनाक है, बल्कि इसके लिए एस्ट्रोनॉट्स को महीनों और कभी-कभी सालों की ट्रेनिंग लेनी पड़ती है।

पर क्या कभी आपने सोचा है कि अगर किसी एस्ट्रोनॉट की मौत अंतरिक्ष में हो जाती है, तो उसके शरीर का क्या होता है? उन्हें अंतरिक्ष में ले जाने के लिए तो स्पेस क्राफ्ट मौजूद होता है और वापस लाने के लिए भी कई महीनों की प्लानिंग लगती है, लेकिन अगर इस बीच कोई इंसान वहां मर जाए, तो उसके शरीर को वापस लाया जाएगा या फिर वहीं छोड़ दिया जाएगा जब तक कोई अन्य स्पेस क्राफ्ट वहां ना पहुंचे।

नासा की जानकारी के मुताबिक अभी तक 18 लोगों की मौत अंतरिक्ष में हुई है जिसमें से 14 नासा के सदस्य थे। अब गौर करने वाली बात यह है कि अगर ऐसा कुछ होता है, तो नासा का प्रोटोकॉल सबसे पहले क्या होता है?

दुनिया मंगल पर कालोनी बसाने की प्लानिंग में है और ऐसे में अगर लोग वहां जाते हुए एक्सपायर हो जाते हैं या फिर वहां रहते हुए उनकी मृत्यु हो जाती है, तो क्या होगा?

क्या है नासा का डेड बॉडी हैंडल करने का प्लान?

कुछ नहीं, जी हां... आपको ये जानकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन नासा के पास ऐसा कोई खास प्लान नहीं है जिससे स्पेस में मौजूद एस्ट्रोनॉट की डेड बॉडी को प्रिजर्व किया जा सके या फिर उसे वापस लाया जा सके। हमें ये पता है कि एस्ट्रोनॉट को उसी तरह से स्पेस में छोड़ा नहीं जा सकता, लेकिन वापस लाने का कितना ऑप्शन होता है?

dead astronaut

अभी तक ऐसे मामले सामने आए हैं जहां स्पेस में जाते समय या वापसी के समय क्रू के सभी लोगों की मौत हो गई है। ऐसे समय में उनकी बॉडी को प्रिजर्व करने का कोई ऑप्शन ही नहीं रहा है, लेकिन अगर किसी की मौत स्पेस मिशन के दौरान हो जाए, तो क्या किया जाए?

इसे जरूर पढ़ें- अंतरिक्ष में ये फूड्स नहीं खा सकते हैं एस्ट्रोनॉट, नासा ने बताई यह वजह

स्पेस फ्यूनरल को लेकर हैं कुछ थ्योरीज

अमेरिकी वेबसाइट पॉपुलर साइंस ने एक रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है। उन्होंने पूर्व एस्ट्रोनॉट कमांडर हैडफील्ड से बात कर इस बारे में जानने की कोशिश की है। इसके अलावा, उन्होंने हैडफील्ड की किताब 'An Astronauts Guide to Life' का भी जिक्र किया है। (एस्ट्रोनॉट्स की स्पेसवॉक डाइट)

उन्होंने एक काल्पनिक घटना का भी जिक्र किया कि अगर कोई वहां मर जाता है, तो बचे हुए सभी लोग इस समस्या का हल निकालने लग जाएंगे। स्पेस स्टेशन में कोई भी बॉडी बैग नहीं होता है इसलिए उसे सबसे पहले स्पेससूट में स्टोर किया जाएगा, लेकिन शरीर स्पेससूट में बहुत जल्दी डिकंपोज होगा, तो बदबू का क्या किया जाए इसके बारे में कोई खास गाइडलाइन नहीं है।

astronauts and their problems

ऐसे में शरीर को एयरलॉक करना होगा और उन्हें स्पेस स्टेशन में ऐसी जगह पर स्टोर करना होगा जहां शरीर ठंडा रहे। यह ठीक वैसा ही है जैसे अगर किसी सबमरीन में किसी क्रू मेंबर की मौत हो जाती है, तो शरीर को ऐसी जगह पर स्टोर किया जाता है, जहां सबसे ज्यादा ठंडक उस शरीर को मिल सके। हालांकि, फिर भी वापस लाते समय उस शरीर को एस्ट्रोनॉट की सीट देनी होगी जिससे समस्या बढ़ेगी।

इसे जरूर पढ़ें-Saudi Arabia First Female Astronaut: आखिर कौन हैं सऊदी अरब की पहली महिला एस्ट्रोनॉट रेयाना बरनावी

नासा के पास अभी कोई प्लान नहीं है, लेकिन इसपर काम बहुत पहले से चल रहा है। 2005 की एक स्टडी का जिक्र भी किया गया है जिसमें एक कंपनी प्रोमीसा ने एक प्लान बनाया था जिसमें एस्ट्रोनॉट की बॉडी को स्पेस में थोड़ी देर के लिए खुला छोड़कर उसे फ्रीज किया जाए और फिर वाइब्रेशन की मदद से उस शरीर के हजारों टुकड़े किए जाएं जिससे शरीर को वापस लाने में आसानी हो। ये ठीक वैसा ही है जैसे शरीर राख बन जाता है, लेकिन यहां वो हजारों छोटे-छोटे आइस के टुकड़ों में बदल जाएगा। हालांकि, यह कैसे किया जाएगा और इसके बाद शरीर को वापस लाने का क्या प्रोसेस होगा और क्या इसके लिए परिवार वाले तैयार होंगे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। (अंतरिक्ष में उगाए गए पहले फूल की फोटो)

अगर शरीर को यूं ही स्पेस में छोड़ दिया जाता है, तो ना सिर्फ ये बायोहजार्ड बन जाएगा, बल्कि ऐसे शरीर स्पेसक्राफ्ट को फॉलो करते हुए पृथ्वी के वातावरण में आ सकते हैं या फिर हमेशा के लिए स्पेस में घूमते रह सकते हैं।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image credit: Nasa/ Wikipedia

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP