क्रिएटिविटी एक ऐसी चीज है, जो आपको जीवन में और बेहतर बनाता है। हालांकि यह एक गलत धारणा है कि रचनात्मकता एक जन्मजात प्रतिभा है। इसमें आप खूब सारे आइडियाज और इमेजिनेशन का यूज करते हैं और कुछ शानदार आर्ट के साथ आते हैं। हमारी शिक्षा, लाइफ और करियर में क्रिएटिविटी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन यह बात छोटे बच्चे को आप कैसे समझाएं? अब समर वेकेशन शुरू हो चुकी है और ऐसे में पैरेंट्स यही सोचते हैं कि इन छुट्टियों को बच्चों के लिए कैसे प्रोडक्टिव बनाएं। अपने बच्चों को क्रिएटिव थिंकिंग के लिए कैसे प्रोत्साहित करें यह हर मां-बाप सोचता है।
सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. भावना बर्मी कहती हैं, 'बच्चों को नई चीजों को आजमाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्हें उन चीजों के बारे में बताएं और वो चीजें करने के लिए प्रेरित करें, जो उनकी स्कूल करिकुलम का हिस्सा न हों। उनके साथ डॉक्यूमेंट्री देखें और उनसे डॉक्यूमेंट्री के बारे में पूछें।' आइए एक्सपर्ट से जानें कि बच्चों को और किन तरीकों से प्रेरित किया जा सकता है।
1. बच्चों को सवाल पूछना सिखाएं
बच्चों में रचनात्मक सोच विकसित करने का एक मेन तरीका यह है कि उन्हें हमेशा सवाल करते रहने के लिए प्रेरित करें।जब भी आप उनके साथ समय बिता रहे हों तो उनसे सवाल पूछें। जैसे आप उनसे छोटे-छोटे सवाल कर सकते हैं। ऐसे में उनके मन में जिज्ञासा बनेगी और वह नई चीजों के बारे में समझने की कोशिश करेंगे। इससे उनके कल्पनाशील कौशल में वृद्धि होगी और समस्या को सुलझाने की क्षमता विकसित होगी।
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2. आउटडोर गेम खिलाएं
अपने बच्चों को घर में रहने के लिए ही न कहें। उन्हें बाहर निकालें और कई फन एक्टिविटीज में उन्हें शामिल होने के लिए कहें। बच्चों के साथ आउटडोर गेम्स खेलें। ऐसे में उनकी एक्सरसाइज भी होगी और वे कुछ नया भी सीखेंगे। आप उन्हें तैराकी करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। किसी गेम में जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन आदि जैसे खेलों में शामिल होने के लिए कह सकते हैं (बच्चों के लिए माइंड गेम्स)।
3. अच्छी डॉक्यूमेंट्रीज दिखाएं
एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री स्टोरी स्टूडेंट्स की लिटरेसी को सोर्स, स्वयं से और दुनिया से जुड़ाव के साथ बढ़ाने में मदद करती है। यह न केवल दुनिया को समझने और उससे जुड़ने का अवसर प्रदान करती हैं, बल्कि हमारे आसपास कई चीजों को समझने का भी एक अच्छा तरीका है। अपने बच्चों के साथ कोई भी डॉक्यूमेंट्रीज देखें तो उसकी चर्चा करें। उन्होंने इससे क्या सीखा और क्या समझा जानने की कोशिश करें।
4. सामाजिक और भावनात्मक कौशल सिखाएं
अपने बच्चों सामाजिक और भावनात्मक कौशल सिखाना भी बहुत जरूरी है। उन्हें पशु आश्रयों और वृद्धाश्रमों जैसी जगहों पर ले जाएं और स्वयं सेवा का महत्व सिखाएं। जब बच्चे ऐसा करेंगे तो वह औरों के प्रति भी सेंसेटिव अप्रोच रखने में सक्षम होंगे। ऐसी जगहों पर वे महत्वपूर्ण सामाजिक और भावनात्मक कौशल सीख सकेंगे और साथ ही समाज में भी योगदान दे सकेंगे।
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5. उनके साथ क्विज और पजल खेलें
क्विज और पजल जैसे गेम बच्चों के दिमागी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। पजल आपके बच्चे की समस्या-समाधान और क्रिटिकल थिंकिंग स्किल को विकसित करती हैं, जो बाद में जीवन में अन्य स्किल की महारत के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। पजल्स बच्चों को पैटर्न रिकग्निशन, मेमोरी और ग्रॉस और फाइन मोटर स्किल दोनों में मदद कर सकती हैं। इसलिए उनके साथ पजल खेलें।
6. नींद में न करें लापरवाही
इन सबके बाद सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि आपका बच्चा पूरी और अच्छी नींद ले। अच्छी नींद का मतलब है कि उसके दिमाग को बेहतर आइडियाज उत्पन्न करने के लिए और नई चीजों पर काम करने के लिए समय मिलेगा। इनोवेटिव आइडियाज तभी आएंगे जब उसके दिमाग को शांति मिलेगी। बाकी एक्टिविटी के साथ उसकी नींद का भी पूरा ध्यान दें।
डॉ. भावना बर्मी कहती हैं कि इसके अतिरिक्त जब भी आपका बच्चा कुछ अच्छा करे तो उसे गिफ्ट्स और छोटे-छोटे रिवॉर्ड्स दें। इससे वह अच्छी चीजें करने के लिए और उत्साहित होगा।
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Image Credit : Freepik & Pixabay
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