बच्चों को गेम खेलना काफी पसंद होता है। लेकिन यह देखने में आता है कि बच्चे आउटडोर गेम खेलने की जगह ऑनलाइन गेमिंग या फिर फोन में ऐप इंस्टॉल करके गेम खेलने को अधिक प्राथमिकता देते हैं। हालांकि, इस तरह गेम खेलना उनके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। इससे ना केवल उनकी आंखों पर असर पड़ता है, बल्कि लगातार बैठे रहने से बच्चों को मोटापा व अन्य कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी हो जाती है। साथ ही साथ, अगर उन्हें गेमिंग एडिक्शन हो जाता है, तो इसे छुड़वाना काफी कठिन हो जाता है।
हालांकि, ऐसे कई बच्चे हैं, जो लगातार फोन में गेम खेलते हुए इस हद तक एडिक्ट हो चुके हैं कि इसका असर उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर साफतौर पर नजर आने लगा है। हो सकता है कि आपके बच्चे का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो। तो ऐसे में आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। आज इस लेख में दिल्ली के सरोज अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन डॉ. के के गुप्ता आपको कुछ ऐसे छोटे-छोटे तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप बच्चे के गेमिंग एडिक्शन को आसानी से दूर कर सकते हैं-
एकदम से ना छीनें गेम
अगर बच्चा ऑनलाइन गेम खेल रहा है तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप उससे कभी भी एकदम से फोन या गेम नहीं छीनना चाहिए। इससे अक्सर बच्चे गुस्सैल हो जाते हैं और हो सकता है कि वह आपकी बात ना माने या फिर तोड़-फोड़ भी करें। इसलिए, आपको उनका ध्यान धीरे से भटकारा चाहिए। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि आप पहले एक-दो मिनट के लिए उसके गेम में इंटरस्ट दिखाए। उसके बाद आप धीरे से उसे किसी अन्य बातों में लगाएं और उसका ध्यान भटकाने का प्रयास करें।(बच्चों के साथ खेलें यह माइंड गेम्स)
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बोरियत करें खत्म
अमूमन यह देखने में आता है कि बच्चे ऑनलाइन गेमिंग के एडिक्ट इसलिए हो जाते हैं, क्योंकि उनके पास पर्याप्त समय होता है और उन्हें समझ ही नहीं आता कि वह अपने समय को किस तरह व्यय करें। ऐसे में वह फोन में गेम की तरफ झुकते हैं। इसलिए आपको इस बात की कोशिश करनी चाहिए कि आप उनकी बोरियत को दूर करने के लिए अन्य प्रयास करें। इसके लिए, आप उनकी दोस्ती अन्य बच्चों से करवाएं। साथ ही उन्हें कुछ ऐसे नए गेम लेकर दें, जिसमें उनकी फिजिकल एक्टिविटी हो सके। इतना ही नहीं, आप उन्हें बिजी रखने के लिए उन्हें किसी एक्टिविटी क्लॉस भी ज्वॉइन करवा सकती हैं। जब उनके पास पर्याप्त समय ही नहीं होगा, तो धीरे-धीरे उनका एडिक्शन कम होने लगेगा।
दें समय
किसी भी बच्चे के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है उसके माता-पिता का समय। लेकिन आज के समय में अधिकतर पैरेंट्स बहुत अधिक बिजी रहते हैं और इसलिए, वह बच्चों के हाथों में फोन पकड़ा देते हैं। इसलिए आप कोशिश करें कि आप अपने बच्चे को फोन देने के स्थान पर उसे समय दें। जब आप अपना समय उन्हें देते हैं तो बच्चे गेम खेलने से ज्यादा आपके साथ समय बिताना व मस्ती करना पसंद करेंगे।
समझाएं नकारात्मक पहलू
अगर बच्चा उम्र में बड़ा है तो ऐसे में आप इस उपाय को भी अपना सकती हैं। आप उसे जबरदस्ती गेम छीनने या गुस्सा करने के स्थान पर लंबे समय तक गेम खेलने के नकारात्मक पहलुओं के बारे में बताएं। आज के समय में बच्चा कोई भी काम तभी करना पसंद करता है, जब उसे उसकी पूरी जानकारी हो। इसलिए आप उसके नेगेटिव इफेक्ट समझाएं। साथ ही, उसका स्क्रीन टाइम भी सेट करें।
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तो अब आप भी इन छोटे-छोटे टिप्स को अपनाकर बच्चे के गेमिंग एडिक्शन को खत्म कर सकती हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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