हर व्यक्ति को अपने जीवने में बहुत सारे रिश्तों को निभाना पड़ता है। कुछ रिश्ते उसे बने बनाए मिलते हैं तो कुछ उसे खुद बनाने पड़ते हैं। खुद बनाए गए रिश्तों में सबसे ज्यादा अहमियत जिस रिश्ते की होती हैं उसे हम दोस्ती कहते हैं। जी हां, शायद ही इस दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो दोस्त न बनाता हो या फिर जिसका दोस्त न हो। बॉलीवुड फिल्मों में भी इस रिश्ते की अहमियत को अलग अलग तरीके से कई बार दिखाया जा चुका है। मजे कि बात तो यह है कि रियल लाइफ में कई लोग फिल्मों में दिखाई गई दोस्तों की जोड़ी से इंस्पायर्ड हो कर अपने रिश्तों में भी वैसी ही मजबूती लाने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर लोगों में फिल्म शोले में दिखाई गई जय और वीरू की दोस्ती को लेकर ही क्रेज रहता है। इसके अलावा फिल्मों में दिखाई गई मेल फ्रेंडशिप ही लोगों के जहन में बसी हुई हैं। मगर आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताएंगे जो फीमेल फ्रेंडशिप के लिए मिसाल हैं।
हर दिल जो प्यार करेगा
वर्ष 2000 में आई यह फिल्म 2 महिला मित्रों पर केंद्रित है। इस फिल्म में रानी मुखर्जी, प्रीती जिंटा और सलमान खान प्रमुख भूमिका में हैं। फिल्म में जहां रानी एक अमीर पिता की बेटी हैं वहीं प्रीती रानी के पिता के मामूली नौक की बेटी। मगर बावजूद इसके दोनों में गहरी दोस्ती है। फिल्म से लेसन देती है कि दोस्ती में पैसे की कोई कीमत नहीं होती है।
Read More:श्रीदेवी की डेथ के बाद इन 3 मर्दों ने बेहद अजीबो गरीब तरीके से व्यक्त किया अपना दुख
मुझसे दोस्ती करोगे
यश राज बैनर की यह फिल्म आधुनिक दोस्ती पर आधारित है। फिल्म में रानी मुखर्जी और करीना करपूर की दोस्ती दिखाई गई है। दोनों बचपन की सहेलियां होती हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे दोनों दोस्त अपने दोस्त की खुशी के लिए अपनी खुशी की कुर्बानी देते हैं।
कॉक्टेल
नाम की ही तरह इस फिल्म में दो दोस्तों के रिश्ते की कॅक्टेल को दिखाया गया है। फिल्म में दीपिका पादुोण और डियाना पिंटे मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में दीपिका डियाना पिंटे की मदद करती हैं उन्हें अपना दोस्त बनाती हैं। बाद में डियाना को दीपिका के ही बॉयफ्रेंड से प्यार हो जाता है। यह बॉयफ्रेंड सैफ अली खान होते हैं। सैफ को भी डियाना से प्यार होता है। जब यह बात दीपिका को पता चलती है तो वह अपने प्यार की कुर्बानी दे देती हैं।
पिंक
पिंक तीन दोस्तों की कहानी है। ऐसे तीन दोस्त जो एक साथ एक जैसी मुसीबत में फंस जाते हैं। इस मुसीबत से निकलने के लिए तीनों एक दूसरे का साथ देते हैं। सारी परेशानियों को साथ में झेलते हैं और अंत में उनकी जीत होती हैं। फिल्म में दिखाने की कोशिश की है कि दोस्त साथ है तो सारी मुसीबतें अपने आप ही हल हो सकती हैं।
क्वीन
दोस्ती का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि देस्त बचपन का ही हो। दोस्ती तो कहीं भी और किसी से भी हो सकती है। ऐसी ही दोस्ती फिल्म क्वीन में कंगना रनौत और वजियलक्ष्मी के बीच दिखाई गई है। फिल्म में दोनों ही अचानक मिलते हैं मगर एक दूसरे के गम को हलका करने में मदद करते हैं और बहुत अच्छे दोस्त बन जाते हैं।
पार्स्ड
दोस्त का मतलब ही होता है, जिसके साथ सुख दुख बाटें जा सकें। दोस्त वही कहलाता है जो अपने दोस्त की तकलीफ को कम करने के लिए कुछ भी कर डाले। फिल्म में ऐसी ही तीन महिलाओं की कहानी दिखाई गई, जो दोस्त हैं और आपस में ही एक दूसरे के दुखों को कम करने के लिए एक दूसरे की मदद करती रही हैं।
तनु वेड्स मनू
दोस्त वही कहलाता है जो आपके अच्छे में साथ हो और बुरे में आपको समझाए। आपको किसी भी तरह की मुसीबत में फंसने से बचाए। इतना ही नहीं अगर आप मुसीबत फंसी ही जाती हैं, तो उसमें भी हर वक्त आपके साथ खड़ा रहे। तनु वेड्स मनू में ऐसी ही दोस्ती दिखाई गई है कंगना रनौत और स्वरा भास्कर के बीच।
फैशन
दोस्ती एक अजीब रिश्ता होता है। यह बताने वाला नहीं जताने वाला रिश्ता होता है। ऐसा ही रिश्ता दिखाया गया फिल्म फैशन में प्रियंका चोपड़ा और कंगना रनौत के बीच। फिल्म में एक समय होता है जब कंगना और प्रियंका एक दूसरे को पसंद भी नहीं करते मगर जब प्रियंका भी कंगना की तरह ही परेशानियों से जूझती है तो उसे कंगना की परेशानियां अपने से कम लगने लगती हैं और वह कंगना की हर तरह से मदद करने लगती है।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों