बृज भूमि जिसे भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि कहा जाता है। यहां उनकी बचपन की सभी गतिविधि हुई है। भागवत पुराण के अनुसार कृष्ण का जन्म मथुरा के जेल में हुआ था। जिसके बाद उनका बचपन गोकुल और वृंदावन में बीता है। आज के इस लेख में हम भगवान के पावन धाम ब्रज भूमि के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बात करें। ब्रजभूमि जो आज के समय में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से संपन्न है। यहां भगवान के दर्शन के लिए लोग देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आते हैं और सनातन धर्म का सम्मान करते हैं।
इस मंदिर की स्थापना 1975 में हुई थी। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण के पवित्र स्थान में इस मंदिर की स्थापना श्री प्रभुपाद महाराज द्वारा करवाई गई थी। दुनियाभर में श्री कृष्ण बलराम मंदिर इस्कॉन मंदिर के नाम से फेमस है। जब कभी भी वृंदावन जाने का अवसर मिले तो इस मंदिर में जरूर जाएं। इस दिव्य मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए आप सुबह 4:30 से दोपहर 1 बजे तक और शाम में 4:30 से रात 8:30 तक कभी भी जा सकते हैं।
वृंदावन रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूर पर बने इस मंदिर को सबसे आधुनिक मंदिर में से एक माना गया है। यह खूबसूरत मंदिर भगवान राधा रमण को समर्पित है। राधा रमण का अर्थ है राधा रानी को प्रसन्न करने वाला। यह मंदिर सुबह 8:00 बजे से 12:30 तक और शाम में 6:00 बजे से 8:00 बजे तक दर्शन के लिए जा सकते हैं। (भगवान श्री कृष्ण की कथा)
प्रेम मंदिर को भगवान कृष्णऔर राधा रानी के प्रेम का प्रतीक माना गया है। इस मंदिर की स्थापना साल 2001 में कृपालुजी महाराज के द्वारा करवाई गई थी। इसे भगवान के प्रेम के मंदिर के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर अपनी भव्यता और खूबसूरती के लिए जानी जाती है। इस मंदिर में आप 8:30 से दोपहर 12 और शाम 4:30 से रात 8:30 तक कभी भी जा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: कृष्ण की नगरी 'वृंदावन' के बारे में कितना जानते हैं?
भगवान वृंदावन बिहारी जी के इस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण साल 1864 में स्वामी हरिदास के द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर में बांके बिहारी जी के चरण के दर्शन केवल अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर ही होता है। यह मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है जहां हजारों की भीड़ भगवान के दर्शन मात्र के लिए आते हैं।
इसे भी पढ़ें: श्रीकृष्ण की जन्म भूमि मथुरा में मंदिर घूमने के साथ इन एक्टिविटीज का लीजिए मजा
मथुरा वृंदावन का यह अनोखा क्षेत्र भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के जन्म स्थान के रूप में जाना जाता है। भगवान ने अपने जन्म के बाद का समय वृंदावन, गोकुल, बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन के आस पास के क्षेत्र में समय बिताया है। इन सभी स्थानों में संतों और श्रद्धालुओं ने कई मंदिरों का निर्माण करवाया है। जब कभी भी यहां जाने का अवसर मिले तो इन मंदिरों में जरूर जाएं। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें।
Image Credit : Her Zindagi, social media
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।