वर्टिकल गार्डनिंग का चलन इन दिनों काफी बढ़ गया है। लोग कभी अपने घर को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाने के लिए तो कभी कम स्पेस में अधिक प्लांट्स लगाने के लिए वर्टिकल गार्डनिंग को चुनते हैं। वर्टिकल गार्डनिंग की मदद से घर को एक खास तरह से डेकोरेट भी किया जा सकता है।
आमतौर पर, लोग यह समझते हैं कि वर्टिकल गार्डनिंग करना बेहद ही आसान है। वर्टिकल गार्डनिंग को बहुत ही कम केयर की जरूरत होती है। हालांकि, ऐसा नहीं है। जिस तरह आप बालकनी या छत पर गार्डनिंग करते हुए अपने प्लांट्स की केयर करते हैं, ठीक उसी तरह वर्टिकल गार्डनिंग करते हुए भी आपको सही तरह से केयर करनी जरूरी होती है।
अमूमन लोग वर्टिकल गार्डनिंग के दौरान कई गलतियां करने लगते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको वर्टिकल गार्डनिंग के दौरान की जाने वाली कुछ गलतियों के बारे में बता रहे हैं-
सनलाइट पर फोकस ना करना
आमतौर पर, वर्टिकल गार्डनिंग लोग इनडोर करना पसंद करते हैं। लेकिन इस दौरान सबसे जरूरी होता है कि सनलाइट का भी ख्याल रखा जाए। अधिकतर प्लांट्स को सही तरह से ग्रोथ के लिए हर दिन कम से कम 6 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है। ऐसे में अगर आप गलत जगह पर वर्टिकल गार्डनिंग करते हैं तो इससे आपके प्लांट की ग्रोथ पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
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ख़राब वेंटिलेशन
यह भी एक ऐसी मिसटेक है, जो वर्टिकल गार्डनिंग के दौरान आपके प्लांट को नेगेटिव तरीके से प्रभावित कर सकत् है। किसी भी प्लांट को फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाने के लिए सही तरह से एयर सर्कुलेशन होना बेहद जरूरी है। इसलिए, जब भी आप वर्टिकल गार्डनिंग करें तो यह अवश्य सुनिश्चित करें कि प्लांट और दीवार के बीच में एयर सर्कुलेशन के लिए पर्याप्त स्पेस हो।
मेंटेनेंस का ख्याल ना रखना
आजकल लोग वर्टिकल गार्डनिंग करना तो पसंद करते हैं, लेकिन उसकी मेंटेनेंस का ख्याल ही नहीं रखते हैं। आपको समय-समय पर वर्टिकल गार्डन में लगे प्लांट की प्रूनिंग व ट्रिमिंग करना जरूरी होता है। जब आप ऐसा करते हैं तो इससे प्लांट में एयर सर्कुलेशन बेहतर होता है। साथ ही साथ, इससे प्लांट का कई तरह की बीमारियों से भी बचाव होता है।
पानी की ज़रूरतों को नजरअंदाज करना
वर्टिकल गार्डनिंग के दौरान कई बार हम प्लांट्स की पानी से संबंधी जरूरतों को नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि वर्टिकल गार्डनिंग में प्लांट्स जल्दी सूख सकते हैं, खासकर ऊंचे कंटेनरों में। इसलिए, आपको अपने प्लांट्स के लिए वाटरिंग शेड्यूल बनाना चाहिए अगर संभव हो तो ड्रिप सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल करके अपने प्लांट को पानी दें।
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गलत प्लांट का चयन करना
यह एक ऐसी मिसटेक है, जो अधिकतर लोग वर्टिकल गार्डनिंग के दौरान करते हैं। यह देखने में आता है कि वे अपनी पसंद के अनुसार किसी भी प्लांट को लगा देते हैं। जबकि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर आपका कंटेनर छोटा है या फिर आप ग्रो बैग में वर्टिकल गार्डनिंग कर रहे हैं तो बहुत हैवी प्लांट्स को लगाने से बचें।
साथ ही साथख् जब भी आप प्लांट लगाएं तो यह देखें कि उन सभी प्लांट्स की लाइट्स और पानी से संबंधी जरूरतें एकसमान हों। इससे उन सभी की ग्रोथ बेहतर तरीके से हो पाएगी।
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Image Credit- freepik
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