हर माता-पिता की इच्छा होती है कि उनका बच्चा पढ़ाई में सबसे आगे निकले। इसके लिए वह अपने बच्चे का दाखिला महंगे स्कूल में करवाते हैं और उनके लिए बेस्ट ट्यूशन क्लासेस ढूंढते हैं। लेकिन कई बार पैसा पानी की तरह बहाने के बाद भी आपको वह रिजल्ट नहीं मिलता, जिसकी आपको हसरत होती है। इतना ही नहीं, बच्चा भी अपनी तरफ से कड़ी मेहनत करता है, लेकिन फिर भी निराशा ही हाथ लगती है।
ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि किताबों को रखने का तरीका भी गलत हो सकता है। अगर किताबों की सही तरह से देख-रेख ना की जाए तो इससे उनमें से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होने लगती है। यह नकारात्मक ऊर्जा बच्चों की पढ़ाई के रास्ते में एक बाधा बन जाती है और फिर बच्चे अपनी स्टडीज में काफी पीछे होते चले जाते हैं।
तो चलिए आज इस लेख में वास्तुशास्त्री डॉ. आनंद भारद्वाज आपको कुछ ऐसे वास्तु टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको बच्चे की स्कूल बुक्स को रखते समय ध्यान में रखना चाहिए-
स्टडी टेबल पर रखें यह किताबें
अमूमन बच्चे स्टडी टेबल पर किताबें रखकर पढ़ते हैं, इसलिए यहां पर रखी जाने वाली किताबों पर आपको विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, अगर आपने बच्चे की स्टडी टेबल को पूर्व या उत्तर की दिशा में रखा है, तो आप यहां पर ऐसी किताबों को रखें, जो बच्चे को रोजमर्रा में पढ़ने के लिए चाहिए होती हैं। कभी भी स्टडी टेबल (किस दिशा में रखें स्टडी टेबल) पर किताबों का ढेर इकट्ठा ना करें।
पुरानी किताबों को रखें इस तरह
कोर्स की किताबों के अलावा भी बच्चे कई तरह की रेफरेंस बुक्स को रखते हैं। अक्सर पिछली क्लॉस की किताबों या कोर्स से जुड़ी बुक्स से संबंधित भी अन्य कई बुक्स की जरूरत पड़ती रहती है। ऐसी किताबों को स्टोर करने के लिए पश्चिम की दीवार या अलमारी का चयन करें।
इससे आपको कई लाभ होंगे। सबसे पहले, तो इससे पश्चिम की दीवार हैवी रहेगी, जो वास्तु के अनुसार अच्छा है। इसके अलावा, पश्चिम की दीवार पर बनी अलमारी का मुख पूर्व की तरफ खुलेगा, जो यकीनन काफी अच्छा है।
कोर्स बुक्स की अलमारी हो ऐसी
अगर आप अपने बच्चे की कोर्स बुक्स को अलमारी में रख रहे हैं, तो कोशिश करें कि उस अलमारी में कोई मिरर ना हो। आप लाइब्रेरी में तो मिरर का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन बच्चे की कोर्स बुक रखने वाली अलमारी में दर्पण का इस्तेमाल करने से बचें। साथ ही, अलमारी में रखी किताबों की समय-समय पर सफाई व झाड़-पोंछ करना बेहद आवश्यक है।
ना मोड़ें किताबों के पेज
अक्सर ऐसा होता है कि जब बच्चे किताब पढ़ते हैं और उनमें उन्हें कोई जरूरी पेज नजर आता है, जिसे उन्हें बाद में भी पढ़ना होता है, तो वह उस पेज को मोड़ देते हैं। लेकिन वास्तव में आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे किताबों को नुकसान होता है।
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आजकल मार्केट में कलरफुल स्लिप आती है, जिन्हें किताबों पर आसानी से लगाया व हटाया जा सकता है, आप उनका इस्तेमाल करने की कोशिश करें। इसके अलावा, आप चाहें तो बुक मार्क्स (homemade बुक मार्क्स) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन किताबों के पन्ने को मोड़ने से बचें।
अरेंज करके रखें पुस्तकें
अमूमन बच्चे किताबें पढ़ते हैं और फिर उन्हें बाद में ऐसे ही रख देते हैं। लगातार ऐसा करते रहने से अलमारी में किताबों का क्रम बिगड़ जाता है, जिसके कारण पढ़ने का मूड भी नहीं बनता। इसलिए, इस बात का ध्यान रखे कि आप किताबों को हमेशा ही अरेंज करके रखें।
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मसलन, सबसे बड़ी पुस्तक सबसे नीचे रखें और फिर उसके ऊपर उससे छोटी। इस तरह क्रमानुसार किताबों को लगाएं। ऐसा करने से किताबों से भी सकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जो बच्चे को पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करती है।
अब इन वास्तु टिप्स का ख्याल रखें और अपने बच्चे को एकेडमिक्स में अच्छा परफॉर्म करते हुए देखें।
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