यह तो हम सभी जानते हैं कि पौधों के लिए खाद व पानी बेहद आवश्यक होता है। लेकिन वो कहते हैं ना कि किसी भी चीज की अति क्षति का कारण बनती है। ऐसा ही कुछ प्लांट वाटरिंग के साथ भी है। कभी-कभी ऐसा होता है कि हम अनजाने में लगातार प्लांट को जरूरत से ज्यादा पानी देते जाते हैं। जिसके कारण जड़ सड़न की समस्या होती है। हालांकि, इसके बारे में बहुत जल्द पता नहीं चलता है।
इस स्थिति में मिट्टी बहुत अधिक गीली व कंप्रेस्ड हो जाती है। ऐसे में जब प्लांट की मिट्टी के एयर होल बंद हो जाते हैं तो उससे मिट्टी को सही तरह से ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। जिससे प्लांट की जड़ें सड़ने लग जाती हैं। जब ऐसा होता है तो धीरे-धीरे पौधे की पत्तियां मुरझाने लगती हैं या फिर पीली होने लगती है। उसकी ग्रोथ रूक जाती है। अगर इस पर समय रहते ध्यान ना दिया जाए तो ऐसे में एक समय के बाद पौधा मर ही जाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे छोटे-छोटे टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने प्लांट को जड़ सड़न की समस्या से बचा सकते हैं-
ओवरवाटरिंग से बचें
पौधों में जड़ सड़न की सबसे पहली वजह है उन्हें जरूरत से ज्यादा पानी देना है। इसलिए सबसे जरूरी है कि आप पौधे की जरूरत को समझते हुए आप उसे पानी दें। इतना ही नहीं, आपको मौसम को ध्यान में रखकर प्लांट को पानी दें। चूंकि हर प्लांट की पानी की जरूरतें अलग होती हैं, इसलिए आप एक बार ऑनलाइन प्लांट की धूप व पानी के बारे में जान लें।
सही हो गमले
आप पौधें को जिस गमले में रख रहे हैं, उसका भी काफी असर आपके प्लांट की हेल्थ पर पड़ता है। आपको हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गमले या ग्रो बैग में वाटर ड्रेनेज के लिए होल्स जरूर हों। अगर ऐसा नहीं होता है तो इससे अतिरिक्त पानी गमले से बाहर नहीं जा पाएगा और पौधे की जड़ें सड़ने लगेंगी।
आपको हमेशा सही तरह से प्लांटिंग करनी चाहिए। मसलन, पहले आप ग्रो बैग में वाटर ड्रेनेज के लिए होल बना लें। इसके बाद उस पर बजरी या कंकड़-पत्थर की लेयर बिछाएं। जब आप ऐसा करती हैं तो इससे प्लांटर के होल्स में मिट्टी नहीं फंसती हैं और अतिरिक्त पानी आसानी से बाहर निकल जाता है।
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मिट्टी पर दें ध्यान
प्लांट के वाटर ड्रेनेज पर मिट्टी का भी गहरा प्रभाव पड़ता है। अलग-अलग तरह की मिट्टी में वाटर ड्रेनेज अलग तरह से होता है। मसलन, चिकनी मट्टी पानी को काफी अच्छी तरह से होल्ड रखती है और उसमें वाटर ड्रेनेज बहुत अच्छा नहीं होता है। इसी तरह, रेतीली मिट्टी बहुत अच्छी वाटर ड्रेनेज वाली मानी जाती है। चूंकि, हर पौधे की अपनी मिट्टी की जरूरतें होती हैं, इसलिए प्लांटिंग से पहले एक बार पौधे की जरूरतों को भी समझें और उसी के अनुसार मिट्टी का इस्तेमाल करें। (मोगरे का पौधा कैसे लगाएं)
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मौसम के अनुसार करें केयर
पौधे की जड़ को सड़न से बचाने के लिए यह बेहद जरूरी है कि मौसम को ध्यान में रखते हुए प्लांट की केयर की जाए। दरअसल, हर मौसम में पौधे की जरूरतें बदल जाती हैं। मसलन, ठंड के मौसम में ना केवल पौधे को पानी कम देना चाहिए, बल्कि आपको उन्हें धूप वाले एरिया में रखना चाहिए। ठण्ड के मौसम में छायादार जगह पर रखने से मिट्टी में नमी बने रहने से जड़ में सड़न हो सकती है। (गार्डनिंग से जुड़े हैक्स)
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Image Credit- freepik
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